हमारे जवान क्यों दे रहे हैं जान? फिक्रमंद हुआ CISF, बनाया गया यह खास प्लान
CISF NEWS: हमारे जवान जान क्यों दे रहे हैं? यह सवाल न केवल सेंट्रल इंटस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (सीआईएसएफ), बल्कि देश के सभी सुरक्षाबलों को लंबे समय से परेशान करता आ रहा है. अब अपने जवानों की फिक्र में सीआईएसएफ इस सवाल का जवाब जानने के लिए काफी फिक्रमंद नजर आ रही है. इसी का नतीजा है कि सीआईएसएफ ने यूनिट लेबल पर एम्स के साथ मेंटल हेल्थ स्टडी की है.
एम्स की स्टडी और आतंरिक जांच में संयुक्त रूप से पाया गया कि लंबे समय से परिवार से अलग रहने, काम का अत्यधिक प्रेशन और निजी कारणों के चलते जवान लगातार अपनी जान के साथ खेल रहे हैं. इन तमाम कारणों का अध्ययन करने के बाद सीआईएसएफ ने कुछ ऐसे ऐहतियाती कदम उठाए हैं, जिससे सुरक्षाबल में होने वाले खुदकुशी के मामलों को रोका जा सके. अब इन प्रयासों के नतीजे भी दिखने लगे हैं.
सीआईएसएफ के डीआईजी और मुख्य प्रवक्ता दीपक वर्मा ने बताया कि एनसीआरबी के डाटा के अनुसार देश का नेशनल सुसाइड रेट प्रति एक लाख लोगों में 12.4 है. सीआईएसएफ ने अपने प्रयासों से सुरक्षाबल के भीतर इस रेट को कम करके 9.87 प्रति लाख व्यक्ति तक पहुंचा दिया है. वहीं, 2023 की तुलना में 2024 में खुदकुशी के मामलो में करीब 40 फीसदी की कमी आई है. पांच साल में यह पहली बार है, जब सुरक्षाबल का सुसाइड रेट नेशनल रेट से नीचे आया हो.
जवानों की जान बनाने के लिए उठाए गए कदम
FIRST PUBLISHED : January 2, 2025, 16:04 IST