सोनीपत में SBI एटीएम में फंस रहा कैश: ठग फाइबर प्लेट लगाकर निकाल रहे पैसे; बैंक की लापरवाही, कोई भी गार्ड नहीं – Sonipat News

प्लेट हटाकर पैसे निकालते स्थानीय लोग
सोनीपत में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के एटीएम में ठगों द्वारा तकनीकी छेड़छाड़ कर लोगों के खातों से पैसे निकलवाने और मशीन में फंसा देने का सिलसिला लगातार जारी है। ताजा मामला ओल्ड डीसी रोड का है, जहां दो लोगों के साथ एटीएम ट्रांजैक्शन के दौरान ठगी हुई
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पुलिस ने मौके से प्लेट को बरामद किया और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं बैंक की तरफ से एक बार भी कोई कार्रवाई नहीं की गई और न ही कोई गार्ड नियुक्त किया।

एटीएम से काली फाइबर प्लेट को निकालते हुए
पूरी खबर को सिलसिलेवार पांच पॉइंट में पढ़िए…
1. ठगी का तरीका: खाते से पैसे कटे, कैश नहीं निकला
सोनीपत में ओल्ड डीसी रोड पर स्थित एसबीआई एटीएम में ठगों ने एक तकनीकी चाल अपनाई है। वे मशीन के कैश आउट सेक्शन में एक फाइबर प्लेट फिट कर देते हैं, जिससे ग्राहक का ट्रांजैक्शन तो सफल हो जाता है और खाते से पैसे कट जाते हैं, लेकिन एटीएम से कैश बाहर नहीं आता। मौका मिलते ही ठग प्लेट हटाकर पैसे निकाल लेते हैं।
2. एक दिन में दो लोगों के साथ घटना
जीवन नगर की गली के सामने लगे एसबीआई एटीएम पर मॉडल टाउन निवासी विकास बाबा ने ₹10 हजार निकालने की कोशिश की। उन्होंने एटीएम में कार्ड और पिन डालकर ट्रांजैक्शन किया, खाते से पैसे कटे और मशीन से खटाखट की आवाज भी आई, लेकिन कैश बाहर नहीं आया। उसी दौरान जीवन नगर निवासी कबीर ने पास वाली दूसरी एटीएम मशीन में पैसे निकालने की प्रक्रिया शुरू की, लेकिन उनके साथ भी यही घटना हुई। पैसे कट गए, मशीन से आवाज आई, लेकिन कैश नहीं निकला।

एटीएम में लगाई गई थी ये प्लेट
3. मौके से फंसी हुई ‘प्लेट’ मिली, दुकानदार ने की पुलिस को सूचना
घटना के बाद दोनों पीड़ितों ने आस-पास के दुकानदारों को जानकारी दी। दुकानदार प्रवीण मौके पर पहुंचे और देखा कि पहले की तरह मशीन में फाइबर की एक काली प्लेट फंसी हुई थी। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस की मौजूदगी में एटीएम से वह प्लेट बाहर निकाली गई। उसके बाद कैश भी मशीन से निकाला गया।

खाते से पैसे कटने की रसीद दिखाता शख्स
4. क्या है यह ‘प्लेट’, कैसे होती है ठगी
प्रवीण ने जो प्लेट दिखाई वह प्लास्टिक के फाइबर की एक पतली, काली लेमिनेटेड शीट थी। ठग इसे एटीएम के कैश आउट हिस्से में फंसा देते हैं, जिससे पेमेंट सफल होने के बावजूद कैश प्लेट के नीचे दबा रह जाता है। बाद में जब कोई नहीं होता, तो ठग प्लेट हटाकर सारी रकम निकाल लेते हैं।

दूसरा शख्स पर्ची दिखाता, जिसके पैसे नहीं निकले
5. ठगों को एटीएम की तकनीकी जानकारी, बैंक सुरक्षा में लापरवाह
स्थानीय लोगों का कहना है कि एटीएम का शटर कभी बंद नहीं होता और रात में यह पूरी तरह असुरक्षित रहता है। शंका है कि ठग रात को मशीन में प्लेट लगाते हैं और सुबह-सुबह पैसे निकाल ले जाते हैं। लोगों का कहना है कि ऐसा व्यक्ति ही यह काम कर सकता है जिसे एटीएम की पूरी तकनीकी जानकारी हो। संभवतः ठग या तो किसी बैंक या एटीएम सेवा एजेंसी में काम कर चुका है। शहर में कई एटीएम बिना सुरक्षा गार्ड के चल रहे हैं। गार्ड का ठेका समाप्त होने के कारण वह सिर्फ सुबह-शाम एटीएम खोलने और बंद करने आते हैं। इससे ऐसे एटीएम ठगों के लिए आसान टारगेट बन गए हैं।

जहां प्लेट लगाई गई थी
बैंक की लापरवाही और पहले भी हो चुकी घटनाएं
यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी इसी एटीएम से ऐसी ‘प्लेट’ बरामद की जा चुकी है। उस वक्त लीड बैंक मैनेजर हरीश वर्मा ने दावा किया था कि कोई औपचारिक शिकायत नहीं आई है, लेकिन शिकायत आने पर संबंधित बैंक को सूचित कर सुरक्षा मजबूत की जाएगी। अब तक न तो वहां सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं और न ही ठगों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाया गया है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि SBI के एटीएम राम भरोसे चल रहे हैं और बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं होती।

ओल्ड डीसी का एसबीआई का एटीएम
थाना प्रभारी का बयान
सिविल लाइन थाना प्रभारी ने बताया हमें सूचना मिली थी कि ओल्ड डीसी रोड स्थित एटीएम में दो लोगों के पैसे फंसे हैं। पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो देखा कि मशीन में एक फाइबर प्लेट फंसी हुई है, जिसे तुरंत हटाया गया। पैसे निकाल वापस दिए गए हैं और मामले की जांच जारी है। संबंधित बैंक को पत्र लिखकर गार्ड तैनात करने और सुरक्षा पुख्ता करने को कहा गया है।