सेना की फायरिंग प्रैक्टिस के वक्त युवक को लगी गोली: पीतल के खोखे चुनन के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र में चला गया था, पेट में लगी बुलेट – Gaya News

गया में सेना की फायरिंग प्रैक्टिस के दौरान एक युवक को गोली लग गई। फायरिंग में एमएमजी गन से पीतल के खोखे निकलने हैं। उसी को चुनने के लालच में युवक प्रतिबंधित क्षेत्र में चला गया था। इसी बीच पेट में गोली लग गई। घायल युवक की पहचान बीधी गांव निवासी वीरें
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घटना के तुरंत बाद सेना के अधिकारी और जवान मौके पर पहुंचे। युवक को इलाज के लिए बाराचट्टी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। प्राथमिक इलाज के बाद उसे मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां उसका इलाज चल रहा है। घटना बाराचट्टी के बुमेर पंचायत स्थित फील्ड फायरिंग रेंज की है।

घायल युवक का चल रहा इलाज।
फायरिंग की सूचना ग्रामीणों को दी गई थी
बुमेर पंचायत के मुखिया संजीव कुमार उर्फ गुड्डू ने कहा कि 23 और 24 मई को फायरिंग अभ्यास की पूर्व सूचना ग्रामीणों को दी गई थी। इसके बावजूद वीरेंद्र मांझी शुक्रवार रात करीब 8:50 बजे फायरिंग क्षेत्र में घुस गया। उस समय सेना का अभ्यास रात 10:23 बजे तक चलना था।
स्थानीय लोगों का कहना है कि फायरिंग से निकले पीतल के खोखे बेचने योग्य होते हैं। गरीब तबके के कई लोग इन्हें चुनने के लिए जान की बाजी लगाकर प्रतिबंधित क्षेत्र में घुस जाते हैं। पहले भी इस क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं।

सेना के प्रतिबंधित क्षेत्र में गया था युवक।
बाराचट्टी थानाध्यक्ष उमेश प्रसाद ने कहा,

युवक को गोली लगी है। घायल को समय रहते ही अस्पताल पहुंचा दिया गया था। सेना के जवानों ने ब्लड डोनेट कर उसकी जान बचाने में हर सम्भव मदद की, जो काफी सराहनीय है।