सूद पर पैसे देने की बात गलत, मर्डर में इस्तेमाल हथियार कहां? मुकेश सहनी ने पिता की हत्या की पुलिस थ्योरी पर उठाए सवाल

वीआईपी चीफ मुकेश सहनी के पिता की हत्या का खुलासा दरभंगा पुलिस ने कर दिया है। और मुख्य आरोपी मो. काजिम अंसारी की गिरफ्तारी का दावा किया है। और हत्या की वजह कर्ज न चुका पाना बताया जा है। लेकिन दरभंगा पुलिस की इस थ्योरी पर मुकेश सहनी ने सवाल खड़े कर दिए। और पुलिस के उस दावे को सिरे से नकार दिया है, जिसमें जीतन सहनी के द्वारा 4 फीसदी ब्याज पर डेढ़ लाख रुपए कर्ज के तौर पर देने की बात कही गई है। साथ ही हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार भी अभी तक बरामद नहीं हुआ है, साथ ही हत्याकांड को कितने लोगों ने अंजाम दिया था, इसका भी खुलासा नहीं किया है।
वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने पुलिस की थ्योरी पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस सिर्फ आरोपी के बयान पर भरोसा कर रही है और अभी तक कोई भी उनका बयान दर्ज करने के लिए नहीं आया है। पीड़ित परिवार से भी बात करनी चाहिए। और 16 तारीख को सीसीटीवी में कई लोग दिख रहे थे, वो कौन हैं। इसकी भी जानकारी नहीं दी गई है। पुलिस बहुत जल्दबाजी में काम कर रही है। जबकि हमारी तरफ से किसी तरह का कोई दवाब नहीं है।
सहनी ने कहा कि पुलिस अभी तक हत्या में इस्तेमाल हथियार भी नहीं ढूंढ पाई है। साथ ही उन्होने कहा कि सूद पर पैसे देने की बात गलत है। गांव में शाही ब्याह में किसी की मदद करना क्या गलत है। और पैसा मांगने पर क्या किसी की कोई हत्या कर देगा। इस तरह तो कोई किसी की मदद ही नहीं करेगा। हमारे पिता अपनी तरह से जिंदगी जीत थे।
वहीं दूसरी तरफ गुरुवार को वीआईपी प्रमुख के चचेरे भाई पवन सहनी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बिहार के डीजीपी आरएस भट्टी से मुलाकात की और मांग की पुलिस जांच जल्दबाजी में नहीं की जानी चाहिए। बल्कि सभी पहलुओं की जांच की जानी चाहिए ताकि असली मकसद और दोषियों को उचित सजा मिल सके।
16 जुलाई को जीतन साहनी की हत्या के बाद पवन सहनी ने ही एफआईआर दर्ज कराई थी। वीआईपी प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व आईपीएस अधिकारी ब्रजकिशोर सिंह और राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति शामिल थे। पवन साहनी ने कहा कि मीडिया में दिए जा रहे बयान से जांच का अनुमान ही पटरी से उतर जाएगा। ऐसा लगता है कि हर कोई मामले को सुलझाने का श्रेय लेने की जल्दी में है, भले ही सिर्फ एक आरोपी पकड़ा गया हो।
आरोपी मोहम्मद काजिम अंसारी और उसके सहयोगियों द्वारा इस्तेमाल किए गए हथियार अब तक बरामद क्यों नहीं हुए हैं? उन्होंने आरोप लगाया कि मामले को दबाने की जानबूझकर कोशिश की गई। यह सच है कि सभी आरोपी अभी भी फरार हैं। पूछताछ भी पूरी नहीं हुई है। निष्कर्ष निकालने के लिए सब कुछ एक शख्स के बयान पर निर्भर है, जिसे गिरफ्तार किया गया है।
पवन सहनी ने मांग की, कि किसी निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए सभी सबूतों को जुटाया जाए। जब सबूत अभी भी जमा किए जा रहे हैं, तो कोई निष्कर्ष पर कैसे पहुंच सकता है और इसके लिए इतनी जल्दी क्यों होनी चाहिए। इससे जांच को भटकाने की बू आती है। आपको बता दें दरभंगा एसएसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि डेढ़ लाख का कर्ज न लौटने के चक्कर में जीतन सहनी की हत्या हुई थी।
यह भी पढ़िए- मुकेश के पिता जीतन सहनी का हत्यारा गिरफ्तार, कर्ज में गिरवी जमीन के कागज के लिए मर्डर
ब्याज पर मिले कर्ज के एवज में काजिम ने जमीन गिरवी रखी थी। ब्याज माफ करने और जमीन के कागज लौटाने को लेकर विवाद हुआ था। जिसके बाद उसने जीतन सहनी की हत्या कर दी थी। फिलहाल मो. काजिम अंसारी को को जेल भेज दिया, और दोबारा पूछताछ के लिए पुलिस कोर्ट से उसकी रिमांड मांगेगी। वहीं हत्या में इस्तेमाल हथियार अभी तक बरामद नहीं हुआ है।