सास से की इमोशनल बात, फिर करवाया पति राजा का मर्डर, गजब बेवफा निकली सोनम

मेघालय में हनीमून मनाने गए राजा रघुवंशी के हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. मध्य प्रदेश के इंदौर के रहने वाले राजा के मर्डर केस में बेहद सनसनीखेज खुलासा हुआ है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी को पकड़ा है. आरोप है कि उसका राज कुशवाहा नाम के युवक से अफेयर चल रहा था और उसी के साथ मिलकर सोनम ने अपने पति राजा की सुपारी देकर हत्या करवा दी.
भावनाओं का खेल या साजिश का हिस्सा?
23 मई 2025 को दोपहर करीब 1:30 बजे सोनम ने अपनी सास, उमा रघुवंशी को फोन किया था. सोनम ने अपनी सास को बताया कि उसने ग्यारस का व्रत रखा है और अब वह और राजा मेघालय के सोहरा (चेरापूंजी) इलाके में एक झरने को देखने के लिए जंगल में ट्रेकिंग कर रहे हैं.
सोनम की ये बातें सुनने के बाद सास ने उसको सलाह दी कि वह थोड़ा खा ले, ताकि ट्रेकिंग के दौरान कमजोरी न हो. लेकिन सोनम ने व्रत न तोड़ने की बात पर जोर दिया. हालांकि यह बातचीत अचानक खत्म हो गई. सोनम ने उसे कहा कि वह बाद में कॉल करेगी. लेकिन वह कॉल कभी नहीं आया.
सोनम की बेवफाई का खुलासा
यह हत्या 23 मई को मेघालय के वेई सॉडोंग फॉल्स के पास एक गहरी खाई में की गई, जहां राजा का शव 2 जून को मिला. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल हुआ एक नया दाव (मैचेट) और राजा का मोबाइल फोन भी बरामद किया. राजा की लाश चेरापूंजा में बेहद बुरी हालत में मिला था. उसकी कलाई पर ‘राजा’ लिखे टैटू से उसकी पहचान हो सकी. शव के पास से सोनम की एक सफेद शर्ट, दवाइयों की स्ट्रिप, और एक स्मार्टवॉच भी मिली, जिससे शुरुआत में यह माना गया कि सोनम भी हमले के दौरान मौजूद थी. लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है कि सोनम ने खुद को गायब दिखाने की साजिश रची थी. पुलिस का कहना है कि हत्या के बाद सोनम मेघालय से फरार हो गई और उत्तर प्रदेश में छिप गई, जहां वह गाजीपुर के एक ढाबे पर खाना खाते हुए पकड़ी गई.
परिवार का दर्द और सवाल
राजा और सोनम की शादी 11 मई 2025 को हुई थी, और 20 मई को वे हनीमून के लिए मेघालय गए थे. 22 मई को वे शिलांग के एक होटल में रुके, और 23 मई को सोहरा के लिए रवाना हुए. उनकी आखिरी लोकेशन नोंगरीयट गांव के पास थी, जहां उन्होंने एक स्कूटर किराए पर लिया था. यह स्कूटर 24 मई को सोहरिम में लावारिस हालत में मिला था. शुरुआत में परिवार को लगा कि शायद यह एक अपहरण या लूट का मामला है, क्योंकि राजा की सोने की चेन, अंगूठियां, और बटुआ गायब थे. परिवार ने मेघालय पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी.