साजिश या शरारत? हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में वंदे भारत ट्रेन पर लगातार 2 दिन फेंके गए पत्थर

हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में वंदे भारत ट्रेन पर एक दिन नहीं दो दिन पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आई हैं। दो दिन अलग-अलग जगहों पर वंदे भारत ट्रेन को निशाना बनाया गया है।
देश की प्रीमियम ट्रेन सेवाओं में शुमार वंदे भारत ट्रेन पर हिमाचल प्रदेश में लगातार दो दिन पथराव की घटनाएं होने से रेलवे प्रशासन में हड़कंप मच गया है। हिमाचल के ऊना जिले में शनिवार और रविवार लगातार दो दिन अलग-अलग जगहों पर वंदे भारत ट्रेन को निशाना बनाया गया है। लगातार दो दिन पथराव की घटनाओं के बाद रेलवे ने पत्र लिखकर हिमाचल पुलिस से जांच में सहयोग मांगा है। राहत की बात यह कि पथराव की इन घटनाओं में ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
साजिश या शरारत?
पथराव की इन घटनाओं के चलते ट्रेन के कई शीशे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। पथराव के पीछे कोई सोची-समझी साजिश है या इसके पीछे शरारती तत्वों का हाथ है। अब यह एक बड़ा सवाल बन गया है। बताया जाता है कि शनिवार को जिला मुख्यालय के नजदीक गांव बसाल में वंदे भारत ट्रेन की चार बोगियों पर पत्थर मारे गए। वहीं रविवार को अंब में ट्रेन की दो बोगियों को निशाना बनाया गया। इन घटनाओं ने रेलवे पुलिस और प्रशासन की चिंताओं को बढ़ा दिया है।
पुलिस से मांगा सहयोग
आलम यह कि रेलवे ने जिला ऊना के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर सहयोग मांगा है। रेलवे पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एफआईआर दर्ज कर दी है। पुलिस ने रेलवे ट्रैक के आसपास रहने वाले प्रवासी लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। घटना की बारीकी से जांच की जा रही है। रेलवे ट्रैक के आसपास रहने वाले प्रवासी श्रमिकों और उनके बच्चों से भी इस मामले जानकारी जुटाई जा रही है।
हमले के पीछे कौन? खोजबीन जारी
पुलिस चौकी के कार्यकारी प्रभारी मोहिंदर सिंह ने कहा कि मामले की जांच जारी है। हमले के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिशें की जा रही हैं। इन दोनों घटनाओं से पहले भी 18 अक्टूबर 2022 को वंदे भारत ट्रेन पर पथराव की एक घटना हुई थी। सवाल उठता है कि क्या ये घटनाएं किसी सुनियोजित साजिश का नतीजा हैं।
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