Published On: Wed, Dec 11th, 2024

समंदर में दुश्मन पर बरसा देगा आग, ऐसा घातक है फ्रिगेट “नीलगिरी” क्लास, नए साल पर नौसेना को मिलेगी ये सौग़ात



Indian navy power :  चीन नंबर के हिसाब से दुनिया की सबसे बडी नौसेना है. और उसका घमंड इतना कि वो समुद्र के अंतरराष्ट्रीय नियामों को भी ताक में रखने से गुरेज नहीं करता. फ़्रीडम ऑफ नेविगेशन का बेजा इस्तेमाल करने में चीन कुख्यात है. चीन को सबक सिखाने के लिए भारतीय नौसेना भी अपनी तैयारियों को तेज रफ्तार देने में जुटी है. वो भी अत्मनिर्भर स्वदेशी जंगी जहाज़ों से. उसी फेहरिस्त नीलगिरी क्लास की पहला स्टेल्थ फ्रिगेट नीलगिरी जनवरी 2025 में नौसेना में शामिल हो जाएगा. प्रोजेक्ट 17A के तहत 7 स्टील्थ फ्रीगेट बनाए जा रहे हैं और सभी समुद्र में लॉंच किए जा चुके हैं. नौसेना के पूर्व प्रवक्ता कैप्टन डी के शर्मा ( रिटायर्ड) का कहना है कि नीलगिरी क्लास स्टील्थ फ्रीगेट अपने आप में ही फुल अटैकिंग और डिफेंसिव पैकेज है. ये दुश्मन जमीनी टार्गेट को भी हिट कर सकता है तो समुद्र में पानी के नीचे दुश्मन की सबमरीन को भी. अपने उपर आने वाले मिसाइल अटैक को भी ये आसानी से रोक सकता है. ये फ़्रिगेट भारतीय नौसेना के डेटेरेंस को ब्लू वाटर में और बढ़ाएँगी.

INS नीलगिरी की ताकत
प्रोजेक्ट के 17A के तहत बनाए जा रहे सभी 7 फ़्रिगेट में 75 फीसदी उपकरण स्वदेशी कंपनियों से लिए गए है. इसका डिज़ाइन भी स्वदेशी है, और इसका स्टील भी स्वदेशी है. इसका डिजाईन नेवी वॉरशिप डिजाईन ब्यूरो ने तैयार किया है. 6600 टन वज़नी ये फ्रिगेट 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफतार से चल सकता है. एंटी एयर वॉरफेयर के लिए एयर डिफेंस गन और बराक 8 लॉंग रेंज सर्फेस टू एयर मिसाइल, एंटी सर्फेस और एंटी शिप वॉरफेयर के लिए ब्रह्मोस, एंटी सबमरीन वॉरफेयर के लिए वरुणास्त्र और एंटी सबमरीन रॉकेट लॉंचर से लेस है. ये फ्रिगेट सोनार, कॉंबेट मैनेजमेंट सिस्टम और मल्टी फ़ंक्शन डिजिटल रडार से लेस है. जो कि लंबी दूरी से आने वाले अटैक को डिटेक्ट भी कर सकता है उसे ट्रैक भी कर सकता है और उसे इंटरसेप्ट भी कर सकता है. इस फ़्रिगेट में 2 हैलिकॉप्टर भी आसानी से लैंड कर सकते है और उन्हें रखने के लिए हैंगर भी मौजूद है.

नौसेना के बेड़े में होंगे 20 गाइडेड मिसाइल स्टेल्थ फ्रिगेट
इस वक़्त भारतीय नौसेना के पास स्टेल्थ फ्रिगेट की संख्या की बात करें तो प्रोजेक्ट 11356 के तहत 10 फ़्रिगेट रूस से लिए गए. जिसमें तलवार क्लास की 3, उसका फ़ॉलोऑन तेग क्लास की 3 नौसेना में शामिल है. गाइडेड मिसाइल स्टेल्थ फ्रिगेट तलवार क्लास के फ़ॉलोऑन प्रोजेक्ट में से
तुशिल शामिल किया गया है. 3 और आने है. इसके अलावा प्रोजेक्ट 17 के तहत 3 शिवालिक क्लास फ्रिगेट नौसेना में शामिल हैं और उसके फ़ॉलोऑन प्रोजेक्ट के नीलगिरी क्लास के 7 फ्रिगेट शामिल होने है. यानी आने वाले समय में भारतीय तौसेना के बेडे में 20 गाइडेड मिसाइल स्टेल्थ फ्रिगेट मौजूद होंगे. प्रोजेक्ट  17 और 17A के सभी फ़्रिगेट के नाम भारत के पर्वत श्रृंखलाओं पर रखे गए है. शिवालिक, शयाद्री, सतपुड़ा, नीलगिरी , हिमगिरी , तारागिरी, उदयगिरी , दूनागिरी और विंध्यागिरी है.

देश में ही बन रहे है 7 फ़्रिगेट
17A के तहत 7 नीलगिरी क्लास फ्रीगेट नौसेना के लिए बनाए जा रहे है. इस प्रोजेक्ट के 5 शिप साल 2019 से 2022 के बीच MDL और GRSE शिप बिल्डर लॉंच कर चुकी है. नीलगिरी के सभी ट्रायल पूरे हो गए और नौसेना में शामिल होने के लिए तैयार है. बाकी 6 के समुद्री परिक्षण जारी है. इन स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल फ़्रिगेट के नौसेना में शामिल होने के बाद नीले समुद्र में भारत की ताक़त में ज़बरदस्त इज़ाफ़ा होगा.

Tags: Indian navy

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