सड़क धंसने से शिमला में दो मंजिला घर ढहा, आधे हिमाचल में बाढ़ की चेतावनी; IMD ने बताया 4 तक का हाल

हिमाचल प्रदेश में मानसून कहर बनकर बरस रहा है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में बुधवार रात से बारिश हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने राज्य के मैदानी व मध्यपर्वतीय इलाकों में गुरुवार को भारी बारिश, मेघगर्जन और बिजली कड़कने का येलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही अगले 24 घंटे यानी शुक्रवार 5:30 बजे तक आधे हिमाचल में अचानक बाढ़ आने की चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग ने आगाह किया है कि राज्य के छह जिलों चम्बा, कांगड़ा, कुल्लू, शिमला, सोलन और सिरमौर में फ्लैश फ्लड आने की आशंका है। आगामी चार सितंबर तक प्रदेश भर में मौसम के खराब रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने तीन सितंबर को भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
राजधानी शिमला में हो रही व्यापक वर्षा से जनजीवन प्रभावित हुआ है। शहर में करीब आधा दर्जन पेड़ों के धराशायी होने से निजी संपति को नुकसान पहुंचा है। छोटा शिमला क्षेत्र में राज्य सचिवालय के समीप एक सरकारी कार्यालय के भवन को पेड़ गिरने से क्षति पहुंची। यूएस क्लब के समीप मच्छी वाली कोटी नामक स्थान पर सड़क धंसने से दो मंजिला भवन धराशायी हुआ। सड़क से सटे कई मकान खतरे की जद में आ गए हैं।
शिमला को निचले हिमाचल से जोड़ने वाले शिमला-बिलासपुर नेशनल हाईवे बुधवार देर रात चक्कर के पास पहाड़ी से मलबा व पेड़ गिरने से बाधित हो गया। प्रशासन ने जेसीबी व मशीनरी की मदद से हाईवे पर यातायात बहाल किया। शिमला-बालूगंज सड़क भूस्खलन के कारण पिछले एक हफ्ते से बंद पड़ी है।
शिमला के चौपाल में सबसे ज्यादा वर्षा, कुकुमसेरी सबसे ठंडा
मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार शाम से गुरुवार सुबह तक शिमला जिला के चौपाल में सबसे ज्यादा 40 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। धौलाकुआं में 20, नाहन में 19, पांवटा साहिब में 15, भरविन में 12 और सराहन में 11 मिमी वर्षा हुई। किन्नौर के ताबो और रिकांगपिओ में क्रमशः 64 व 48 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चली। कुकुमसेरी सबसे ठंडा स्थल रहा, जहां न्यूनतम पारा 9.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। डल्हौजी में न्यूनतम पारा 13 डिग्री, मनाली में 16.2 डिग्री, शिमला में 16.6 डिग्री और कसौली में 18.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
रिपोर्ट : यूके शर्मा