सच निकली मंत्री मदन की बात, गांव का ही निकला मुकेश सहनी के पिता का हत्यारा

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वीआईपी चीफ मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या का खुलासा दरभंगा पुलिस ने कर दिया है। और इस मामले में मुख्य आरोपी काजिम अंसारी को गिरफ्तार किया है। जिसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। इस हत्याकांड के बाद नीतीश सरकार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने जो दावा किया था वो सच साबित हुआ है।
घटना वाले दिन मीडिया से बातचीत में मंत्री मदन सहनी ने कहा था कि ये घटना अगल-बगल के लोगों द्वारा ही की गई है। जीतन सहनी का कोई बड़ा व्यवसाय नहीं है कि जिससे कोई बाहरी व्यक्ति ये काम करे। ये अगल-बगल के लोगों का काम है। बाहर के लोगों से उनका कोई संबंध या संपर्क नहीं है। राजनीति और किसी कारोबार से भी उनका संबंध नहीं है। जितना हम उनके और उनके परिवार के बारे में जानते हैं तो ये अलग-बगल का कोई आपसी विवाद ही हो सकता है।
मदन सहनी की ये बात सच साबित हुई, दरभंगा के एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने खुलासा करते हुए बताया कि जीतन सहनी का हत्यारा उन्ही के गांव अफजाला का रहने वाला है। जान-पहचान वाला है। और उसने कर्ज न चुका पाने के चलते अपने साथियों के साथ इस हत्याकांड को अंजाम दिया।
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जीतन और काजिम कई सालों से एकदूसरे को जानते थे। और ब्याज पर काजिम अंसारी ने दो साल में डेढ़ लाख रुपए कर्ज पर लिए थे। ब्याज माफ करने और जमीन के गिरवी रखे कागज वापस लेने का दवाब बना रहा था। जिसको लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था। जिसके अगले ही दिन काजिम ने जीतन का मर्डर कर दिया।