संविदा कर्मचारी ने कर डाला ‘खेला’, सरकारी योजनाओं के पैसों से भरा पत्नी का अकांउट, रकम सुन उड़ जाएंगे आपके होश

Last Updated:
Kota News: कोटा में सरकारी जननी सुरक्षा योजना, शुभलक्ष्मी योजना और राजश्री योजना में बड़ा घोटाला सामने आया है. यह घोटाला एक संविदाकर्मी ने किया है. वह इन योजनाओं का पैसा कई बरसों तक अपनी पत्नी के खाते में डलवात…और पढ़ें

इस घोटाले का सूत्रधार संविदाकर्मी विजय जांगिड़ है.
हाइलाइट्स
- संविदाकर्मी ने 66 लाख रुपये का घोटाला किया.
- जननी सुरक्षा योजना में घोटाला कर पत्नी के खाते में पैसे डाले.
- आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज.
कोटा. राजस्थान के कोटा जिले में एक संविदाकर्मी ने ही सरकार को करीब 66 लाख रुपये का चूना लगा डाला. यह संविदाकर्मी बीते कई बरसों से सरकार की जननी सुरक्षा योजना, शुभलक्ष्मी योजना और राजश्री योजना में घोटाला कर रहा था. मामला जब तक पकड़ में आया तब तक वह लाखों रुपये डकार चुका था. अब उसके और उसकी पत्नी के खिलाफ आईटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है. यह गड़बड़झाला उस समय खुला जब गर्भवतियों के पंजीयन रिपीट होने लगे. घोटाला सामने आते ही अधिकारियों के होश फाख्ता हो गए.
66 लाख से अधिक की राशि का गड़बड़झाला हो चुका है
हाल ही में जब गर्भवती महिलाओं के पंजीयन रिपीट हुए तो घोटाले का खुलासा हुआ. इस पर अधिकारियों की आंखें खुली. मामले की जांच करवाई गई तो बड़ा घोटाला सामने आया. जांच में खुलासा हुआ कि अब तक 66 लाख से अधिक की राशि जांगिड़ और उसकी पत्नी के खातों में पहुंच चुकी है. अस्पताल अधीक्षक डॉ. राकेश सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपी के खिलाफ न केवल विभागीय स्तर पर जांच शुरू कर दी गई है, बल्कि पुलिस में भी शिकायत दर्ज करवाई गई है. रामपुरा कोतवाली में आरोपी दंपति पर IT एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा कराया गया है.
मामले की गहन जांच की जा रही है
पुलिस उपाधीक्षक राजेश टेलर ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है. अभी यह भी देखा जा रहा है कि इस घोटाले में कहीं और कर्मचारी तो शामिल नहीं हैं. अस्पताल प्रशासन ने तत्काल स्तर पर एक जांच कमेटी भी गठित कर दी है. पुलिस पूरी गंभीरता से केस की जांच कर रही है. जल्द ही पूरे घोटाले का पर्दाफाश कर दिया जाएगा. उल्लेखनीय है कि सरकार के योजनाएं और संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने और बालिका के जन्म को प्रोत्साहन देने के लिए है। इनमें शुभलक्ष्मी योजना को बाद में मुख्यमंत्री राजश्री योजना में शामिल कर दिया गया था.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.