संजय सिंह बोले- केजरीवाल का वजन 8.5Kg घटा: नींद में 5 बार शुगर लेवल कम होकर 50 तक आया; उनके कोमा में जाने का खतरा

नई दिल्ली35 मिनट पहले
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संजय सिंह ने शनिवार (13 जुलाई) को प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल के स्वास्थ्य को लेकर केंद्र सरकार और भाजपा पर आरोप लगाए।
आम आदमी पार्टी (AAP) सांसद संजय सिंह ने शनिवार (13 जुलाई) को बताया कि जेल में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का लगातार वजन घट रहा है। उन्होंने दावा किया कि गिरफ्तारी के बाद से अब तक केजरीवाल का करीब 8.5 किलो वजन घट गया है। ये गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।
उन्होंने कहा कि 21 मार्च को गिरफ्तारी के समय केजरीवाल का वजन 70 किलो था जो अब घटकर 61.5 किलो रह गया है। उन्होंने यह भी कहा कि जेल में रहने के दौरान नींद में 5 बार उनका शुगर लेवल गिरकर 50 तक आ चुका है। सोते समय अचानक शुगर लेवल गिरता है, तो व्यक्ति कोमा में जा सकता है।

संजय सिंह ने X पर लिखा कि PM मोदी और भाजपा केजरीवाल की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं।
भाजपा बोली- कोमा के नाम पर सहानुभूति जुटाने की कोशिश
उधर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि जब केजरीवाल को जमानत मिलती है, तो वे इलाज के लिए नहीं जाते। जमानत के दौरान उनका चुनावी कैंपेन और राजनीतिक टिप्पणियां नई ऊंचाइयों पर पहुंच जाती हैं। एम्स के डॉक्टरों का पैनल उनके स्वास्थ्य की देखभाल कर रहा है। सीनियर डॉक्टरों का कहना है कि कोमा में जाने की बात कहना सहानुभूति हासिल करने की कोशिश है।

तस्वीर 10 मई की है, जब केजरीवाल अंतरिम जमानत पर तिहाड़ से निकले थे। इस दौरान वे लूज टी-शर्ट पहने दिखे।
22 जून को भी AAP ने केजरीवाल का वजन घटने का दावा किया था
इससे पहले 22 जून को भी आम आदमी पार्टी ने दावा किया था कि केजरीवाल का वजन गिरफ्तारी के बाद से लगातार कम हो रहा है। पार्टी ने कहा था कि दिल्ली शराब नीति केस में 21 मार्च को गिरफ्तारी के बाद से 22 जून तक केजरीवाल का वजन कुल 8 किलो गिर चुका है। 21 मार्च को केजरीवाल का वजन 70 किलो था। तब से उनका वजन लगातार गिरना शुरू हुआ।
AAP के मुताबिक, अंतरिम जमानत की अवधि खत्म होने के बाद 2 जून को वापस तिहाड़ जेल जाने के वक्त उनका वजन 63.5 किलोग्राम हो गया था। 22 जून को सीएम केजरीवाल का वजन और घटकर 62 किलोग्राम हो गया है।
AAP ने यह भी कहा था कि AIIMS के मेडिकल बोर्ड ने केजरीवाल के डाइट में पराठा और पूड़ी शामिल करने की सलाह दी है। पार्टी ने आरोप लगाया कि AIIMS के डॉक्टरों ने केजरीवाल के कुछ ब्लड टेस्ट किए हैं। हालांकि, हृदय रोगों और कैंसर से जुड़े टेस्ट अभी तक नहीं किए गए हैं।
ED ने कहा था- केजरीवाल आम-मिठाई खा रहे, ताकि ब्लड शुगर बढ़े और जमानत मिले
ED ने 18 अप्रैल को राउज एवेन्यू कोर्ट में कहा था कि केजरीवाल खराब सेहत का बहाना देकर जमानत लेना चाहते हैं। एजेंसी ने दावा किया था कि दिल्ली सीएम तिहाड़ जेल में जानबूझकर मीठा खा रहे हैं, ताकि इससे उनका शुगर लेवल बढ़ जाए और उन्हें मेडिकल के आधार पर जमानत मिल जाए।
ED ने कहा कि केजरीवाल को टाइप-2 डायबिटीज है, लेकिन वह जेल में आलू पूड़ी, आम और मीठा खा रहे हैं। कोर्ट ने केजरीवाल को घर का खाना खाने की अनुमति दी है।
जांच एजेंसी के आरोपों पर केजरीवाल ने 19 अप्रैल को कोर्ट में बताया था कि उनके घर से 48 बार खाना आया, उसमें से केवल 3 बार ही आम आए थे। 8 अप्रैल के बाद से उनके घर से आम नहीं भेजे गए। एक बार घर पर पूजा के बाद आलू पूड़ी आया था।

तिहाड़ से सामने आई फूड लिस्ट, जिसमें अप्रैल में केजरीवाल को दिए गए खाने की डिटेल है।
तिहाड़ ने बताया- केजरीवाल को नाश्ते-लंच और डिनर में क्या दिया
केजरीवाल के खाने पर विवाद के बाद तिहाड़ प्रशासन ने 3 से 17 अप्रैल तक नाश्ते, लंच और डिनर में उन्हें क्या-क्या दिया गया, इसकी एक कॉपी ED और कोर्ट को भेजी थी। इसमें बताया गया कि केजरीवाल को नाश्ते में रोजाना 4 अंडे, 2 केले के अलावा चाय, पोहा, उपमा, उत्तपम जैसा खाना दिया जा रहा है। वहीं, लंच में भी रोटी, सब्जी, दाल, सलाद, मिक्स फ्रूट दिया गया है। डिनर में रोटी, दही, सलाद, अचार, सब्जी, दाल दी गई।
केजरीवाल को ED केस में जमानत, CBI केस में जेल में ही रहेंगे
अरविंद केजरीवाल को शुक्रवार (12 जुलाई) को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई है। केजरीवाल को ED के मनी लॉन्ड्रिंग केस में जमानत मिली है। उनके खिलाफ दूसरा मामला CBI का है। जिसमें उनकी न्यायिक हिरासत 25 जुलाई तक बढ़ गई है, इसलिए वे जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे।
जस्टिस संजीव खन्ना ने केजरीवाल को जमानत देते हुए कहा- हम ये मामला बड़ी बेंच को ट्रांसफर कर रहे हैं। गिरफ्तारी की पॉलिसी क्या है, इसका आधार क्या है। इसके लिए हमने ऐसे 3 सवाल भी तैयार किए हैं। बड़ी बेंच अगर चाहे तो केजरीवाल की अंतरिम जमानत पर बदलाव कर सकती है। पूरी खबर पढ़ें…

केजरीवाल के खिलाफ ED-CBI के अलग-अलग मामले
केजरीवाल पर दो मामले दर्ज हैं। पहला ED का, जिसमें उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया है। दूसरा CBI का, जिसे शराब नीति में भ्रष्टाचार को लेकर दर्ज किया गया।
ED ने 21 मार्च को शराब नीति मामले में केजरीवाल को उनके घर से गिरफ्तार किया था। उन्हें 1 अप्रैल को तिहाड़ भेजा गया। सुप्रीम कोर्ट ने 10 मई को उन्हें लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए 21 दिनों की अंतरिम जमानत दी थी।
केजरीवाल ने 1 जून तक चुनाव प्रचार के बाद 2 जून की शाम 5 बजे तिहाड़ में सरेंडर किया था। 20 जून को राउज एवेन्यू कोर्ट ने शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल को जमानत दी थी। ED इस फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट पहुंची, जिसके बाद केजरीवाल की जमानत पर रोक लग गई।
इसके बाद CBI ने 26 जून को केजरीवाल को तिहाड़ से दोबारा गिरफ्तार किया। CBI केस में केजरीवाल 25 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में हैं।

2 जून: केजरीवाल ने सरेंडर करते वक्त कहा- पता नहीं, कब बाहर आऊंगा
केजरीवाल ने 2 जून को सरेंडर के पहले AAP कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था। उन्होंने कहा था कि मैं देश बचाने के लिए जेल जा रहा हूं। मुझे नहीं पता कब वापस आऊंगा। वहां मेरे साथ क्या-क्या होगा, मुझे नहीं पता। सुप्रीम कोर्ट ने मुझे चुनाव प्रचार के लिए 21 दिनों की जमानत दी थी। मैं इसके लिए सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद देना चाहता हूं। आज, मैं फिर से तिहाड़ जेल जा रहा हूं। मैंने इन 21 दिनों में एक मिनट भी बर्बाद नहीं किया। मैं फिर से जेल जा रहा हूं, क्योंकि मैंने तानाशाही के खिलाफ आवाज उठाई है। पूरी खबर पढ़ें…
10 मई: 39 दिन बाद तिहाड़ जेल से बाहर आए थे अरविंद केजरीवाल
केजरीवाल 10 मई को 39 दिन बाद तिहाड़ जेल से बाहर आए थे। ED ने उन्हें 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। इससे पहले जांच एजेंसी उन्हें 9 समन भेज चुकी थी। हालांकि, केजरीवाल एक बार भी पूछताछ के लिए जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए थे। गिरफ्तारी के बाद शुरुआती 10 दिन केजरीवाल ED की हिरासत में थे। 1 अप्रैल को कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया था। 10 मई तक यानी 39 दिन उन्होंने तिहाड़ में बिताए। 10 मई की शाम में वे बाहर आए थे। पूरी खबर पढ़ें…