श्रद्धा वालकर के हत्यारे की तिहाड़ में सिक्योरिटी बढ़ाई गई: बाबा सिद्दीकी के मर्डर के आरोपी का दावा- लॉरेंस गैंग की हिट लिस्ट में आफताब पूनावाला
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नई दिल्ली27 मिनट पहले
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बाबा सिद्दीकी मर्डर केस के मुख्य आरोपी शिव कुमार गौतम ने आफताब पूनावाला का नाम लिया है। आफताब वही है जिसने साल 2022 में दिल्ली के महरौली इलाके में अपनी प्रेमिका श्रद्धा वालकर की हत्या की थी और शव के टुकड़े कर अलग-अलग जगह फेंके थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में मुंबई पुलिस की पूछताछ के दौरान शिव कुमार ने आफताब की हत्या की बात कही। उसने कहा- आफताब का नाम लॉरेंस गैंग की हिट लिस्ट में है। आफताब तिहाड़ जेल में बंद है। उसकी जेल में ही हत्या की प्लानिंग है।
सूत्रों के मुताबिक जेल प्रशासन को अभी तक इस संबंध में मुंबई पुलिस से आधिकारिक खबर नहीं मिली है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स में आए शिव कुमार के बयान के बाद से तिहाड़ की 4 नंबर जेल में बंद आफताब पूनावाला की सिक्योरिटी बढ़ा दी है।
श्रद्धा वालकर की 18 मई 2022 को महरौली इलाके में आफताब ने हत्या कर दी थी। उसके शरीर के अंगों को छतरपुर पहाड़ी इलाके के जंगल में फेंक दिया गया था। उसे नवंबर 2022 में गिरफ्तार किया गया था।
अदालत ने आफताब के खिलाफ हत्या और सबूत गायब करने के लिए धारा 302 और 201 (IPC) के तहत आरोप तय किए थे, जिसने खुद को निर्दोष बताते हुए मुकदमे का दावा किया था।
जुलाई में हुई आफताब की याचिका खारिज इसी साल 23 जुलाई को दिल्ली की साकेत जिला कोर्ट ने आफताब की याचिका खारिज की थी। आफताब ने मांग की थी कि उसके वकील को ज्यादा समय दिया जाए, महीने में केवल दो सुनवाई हों। ऐसा इसलिए कि वकील आफताब की बचाने के लिए ज्यादा तैयारी कर सके।
अदालत ने कहा था- आरोपी जानबूझकर मुकदमे में देरी करने की कोशिश कर रहा है। कोर्ट ने कहा था कि जून 2023 तक इस केस के 212 गवाहों में से केवल 134 की ही जांच की गई है। इसलिए मुकदमे को तेजी से समाप्त करने के लिए लगातार तारीखों की आवश्यकता है।
बाबा सिद्दीकी का शूटर 30 मिनट अस्पताल के पास रहा, मौत की पुष्टि होने तक इंतजार किया था
एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी के शूटर ने मौत की पुष्टि तक अस्पताल के पास इंतजार किया। शूटर ने पुलिस को बताया कि फायरिंग के बाद उसने तुरंत अपनी शर्ट बदल ली और करीब आधे घंटे तक भीड़ के बीच अस्पताल के बाहर खड़ा रहा। वह यह जानने के लिए खड़ा रहा कि सिद्दीकी की मौत हो गई या वे हमले में बच गए। जैसे ही उसे यह पता चला कि सिद्दीकी की हालत बहुत गंभीर है, वह वहां से चला गया। पूरी खबर पढ़ें…