शाहजहांपुर में लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर नदी जैसा बह रहा पानी: दूसरे दिन भी बंद, गोरखपुर में राप्ती के किनारे घर डूबे – Varanasi News

यह शाहजहांपुर में दिल्ली-लखनऊ हाईवे है। तालाब बना हुआ है। पानी नदी की धारा की तरह बह रहा है।
पहाड़ों में हो रही बारिश से नेपाल-यूपी बॉर्डर के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। सबसे ज्यादा भयावह स्थिति शाहजहांपुर में है। यहां लोगों ने पलायन करना शुरू कर दिया है।
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लखनऊ-दिल्ली हाईवे का एक हिस्सा दूसरे दिन भी बंद है। हाईवे पर 3 फीट पानी भरा है। पानी नदी की तरह बह रहा है। गोरखपुर में राप्ती नदी खतरे के निशान के पार हो गई। नदी से सटे इलाके में घरों की एक-एक मंजिल तक डूब गई।
पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज के 800 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। इन जिलों में करीब 20 लाख से अधिक की आबादी प्रभावित है।
मौसम विभाग ने शनिवार को 54 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। तेज हवाओं के साथ बिजली भी गिर सकती है। शुक्रवार को प्रदेश के 20 जिलों में 5 मिलीमीटर औसत बारिश रिकॉर्ड की गई। सबसे ज्यादा 38 मिलीमीटर लखीमपुर खीरी में हुई।

आगे कैसा रहेगा मौसम: अगले 7 दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी है। जुलाई में मानसून ब्रेक जैसी कंडीशन नहीं बन रही, लेकिन अगस्त में मानसून ब्रेक हो सकता है। यानी जुलाई की तुलना में अगस्त में बारिश कम होगी।