Published On: Wed, Aug 14th, 2024

विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस: हाजीपुर मुख्यालय में प्रदर्शनी का आयोजन, प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर भी लगे फोटो


Partition Horror Memorial Day: Photo exhibition organized at Hajipur headquarters

देश के विभाजन विभीषिका पर लगाई गई प्रदर्शनी
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार


देश के विभाजन की विभीषिका की याद में पूर्व मध्य रेल द्वारा आज बुधवार यानी 14 अगस्त को हाजीपुर मुख्यालय में विभाजन विभीषिका को दर्शाती फोटो प्रदर्शनी लगाई गई। इसके साथ ही सोनपुर, समस्तीपुर, दानापुर, धनबाद और पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल मुख्यालय तथा महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों पर इसी तरह की फोटो प्रदर्शनी लगाई गई।

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हाजीपुर मुख्यालय में महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह ने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर आयोजित फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर महाप्रबंधक महोदय के साथ स्वतंत्रता सेनानी नन्ददेव प्रसाद द्वारा भी फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। इस दौरान राष्ट्रगान भी हुआ।

 

इस अवसर पर उच्चाधिकारी, कर्मचारी, रेलवे सुरक्षा बल, स्काउट्स व गाइड्स, यूनियन व एसोसिएशन के प्रतिनिधिगण मौजूद रहे। प्रदर्शनी में विभाजन की विभीषिका का दंश झेलने वाले लोगों के चित्र और तत्कालीन समाचार पत्रों की कतरनें आदि प्रदर्शित किए गए हैं।

 

इस अवसर पर महाप्रबंधक ने कहा कि भावी पीढ़ियों को, जिसने देश के विभाजन की त्रासदी को नहीं देखा है, इससे अवगत कराना इस दिवस का प्रमुख उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि समाज के हर वर्ग के लिए अति आवश्यक है कि भूतकाल में राष्ट्र ने जो त्रासदी देखी है, उसे स्मरण करके पुनः संकल्प लें कि इस तरह की परिस्थितियां दोबारा न आएं।

 

पूर्व मध्य रेल के अन्य कार्यालयों एवं सार्वजनिक स्थलों पर प्रदर्शनी लगाई गई है। स्टेशनों पर लगाई गई फोटो प्रदर्शनी को बड़ी संख्या में लोग देख रहे हैं और विभाजन की विभीषिका को गहराई से महसूस कर रहे हैं। फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से दर्शाया गया है कि देश का विभाजन किसी भी विभीषिका से कम नहीं था, जिसका दर्द आज भी देश को झेलना पड़ रहा है।

देश के लोगों ने लाखों कुर्बानियां देकर ब्रिटिश हुकूमत से आजादी प्राप्त की थी। लेकिन देश की आजादी के साथ देश का विभाजन भी हुआ। देश विभाजन की विभीषिका में नफरत और हिंसा की वजह से लाखों लोगों को विस्थापित होना पड़ा और बहुतों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी। उन लोगों के संघर्ष और बलिदान के दर्द को फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से अवगत कराया जा रहा है।

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