वायनाड लैंडस्लाइड- 341 पोस्टमार्टम, इनमें 206 मृतकों की पहचान: 134 शवों के टुकड़े मिले; जिला प्रशासन ने माना- रेस्क्यू में नाकाम हुए

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16 मिनट पहले
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शनिवार की सुबह सर्च ऑपरेशन फिर से शुरु हो गया है। आर्म्ड फोर्स, NDRF समेत कुल 40 टीमें बचाव में जुटी हैं।
वायनाड लैंडस्लाइड के पांचवे दिन प्रशासन ने माना कि राहत और बचाव कार्य में वह मजबूत कदम उठाने में नाकाम रहा। प्रशासन ने बताया कि जहां लैंडस्लाइड हुई थी, वहां से बरामद 341 शवों का पोस्टमार्टम हो चुका है, इनमें से 146 की पहचान हो चुकी है।
134 लोगों के शरीर के सिर्फ टुकड़े बरामद हुए हैं। जिन शवों की पहचान हुई है, उन्हें परिवार को सौंप दिया गया है। जबकि 74 अज्ञात शवों का अंतिम संस्कार आज किया जाएगा।
मेप्पडी के 17 रिलीफ कैंप में 707 परिवारों के 2,597 लोगों को रखा गया है। इलाके में 91 कैंप बनाए गए हैं, इनमें 10,000 से ज्यादा लोग हैं। केरल के वायनाड में 29-30 जुलाई की रात 2 से 4 बजे के बीच लैंडस्लाइड की 4 घटनाएं हुई थीं। इसमें चार गांव बह गए थे।
आर्मी के जनरल ऑफिसर कमांडिग मेजर जनरल वीटी मैथ्यू ने कहा कि मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों में रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है। अब केवल डेडबॉडी ढूंढ़ी जा रही हैं।
शनिवार को केरल में भारी बारिश का अलर्ट है। इनमें कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में यलो अलर्ट है।
घटनास्थल को मैप से समझें…

वायनाड में फंसे बंगाल के 242 प्रवासी मजदूर: श्रम मंत्री मोलॉय घटक
पश्चिम बंगाल के श्रम मंत्री मोलॉय घटक ने विधानसभा में बताया कि केरल के लैंडस्लाइड प्रभावित वायनाड में राज्य के 242 प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं। पश्चिम बंगाल सरकार के श्रम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 21,59,737 प्रवासी श्रमिक रजिस्टर्ड हैं जो विभिन्न राज्यों में जाते हैं। महाराष्ट्र (366431), केरल (365123), तमिलनाडु (218974), कर्नाटक (163386) और दिल्ली (124049) पश्चिम बंगाल के प्रवासियों के लिए नौकरी की प्राथमिकताएं हैं।
केरल आपदा के बाद केंद्र ने पश्चिमी घाट के लिए नया ESA ड्राफ्ट
केंद्र ने केरल के भूस्खलन प्रभावित वायनाड के 13 गांवों समेत छह राज्यों में पश्चिमी घाट के 56,800 वर्ग किमी से ज्यादा क्षेत्र को इकोलॉजिकली सेंसिटिव एरिया (ESA) घोषित करने के लिए एक नए ड्राफ्ट की नोटिफिकेशन जारी की है, जिसमें 60 दिनों के भीतर सुझाव और आपत्तियां मांगे गए हैं।
ड्राफ्ट में केरल के 9,993.7 वर्ग किमी को ESA के तहत लाने का प्रस्ताव है। जिसमें लैंडस्लाइड प्रभावित जिले की दो तालुका के 13 गांव शामिल हैं। हालांकि इनमें आपदा प्रभावित मुंडक्कई, चूरलमाला और अट्टामाला ड्राफ्ट नोटिफिकेशन शामिल नहीं हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने रेस्क्यू टीम की सराहना की
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी गुरुवार देर रात (भारतीय समय अनुसार) हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा- इस कठिन समय में हम भारत के साथ हैं। रेस्क्यू में जुटे लोगों की हम सराहना करते हैं। उधर, गुरुवार को वायनाड पहुंचे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आज भी यहां पीड़ितों से मुलाकात करेंगे।
राहुल बोले- पिता के निधन का दिन याद आया
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी 1 अगस्त को वायनाड पहुंचे थे। दोनों ने प्रभावित लोगों से बात की। राहुल ने कहा- आज मुझे वैसा ही महसूस हो रहा है, जैसा मेरे पिता के निधन के समय हुआ था। राहुल गांधी ने कहा- कांग्रेस पार्टी यहां 100 से ज्यादा घर बनाएगी। राहुल वायनाड और रायबरेली से लोकसभा चुनाव जीते थे। उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी थी। अब प्रियंका वायनाड से चुनाव लड़ने वाली हैं।
प्रभावित एरिया को 6 जोन में बांटा, 40 टीमें सर्च ऑपरेशन चला रहीं
वायनाड कलेक्टर मेघश्री ने कहा- लैंडस्लाइड में सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके मुंडक्कई और चूरलमाला को 6 जोन में बांटा गया है। यहां रेस्क्यू टीम डॉग स्क्वॉड के साथ लापता लोगों और शवों को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन चला रही है। इसमें आर्म्ड फोर्सेज और पुलिस की 40 टीमें शामिल हैं।
CM विजयन बोले- रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म, लाशों को निकालने का काम जारी
केरल के मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया है। यानी फंसे हुए पीड़ितों को निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाया जा चुका है। घायलों का इलाज जारी है। अब मलबा हटाने और लाशों को निकालने का काम किया जा रहा है। रेस्क्यू में आर्मी ने सराहनीय काम किया है।
AIADMK ने 1 करोड़ रुपए के रिलीफ पैकेज की घोषणा की
तमिलनाडु की विपक्षी पार्टी AIADMK ने वायनाड के पीड़ितों के लिए 1 करोड़ रुपए रिलीफ पैकेज देने की घोषणा की है। पार्टी के जनरल सेक्रेटरी और पूर्व मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने कहा कि 1 करोड़ रुपए के अलावा हम पड़ोसी राज्यों को रिलीफ मटेरियल भी भेजेंगे।
रेस्क्यू ऑपरेशन की तस्वीरें…

आर्मी ने चूरलमाला में ब्रिज बनाया है। इससे रेस्क्यू मशीनरी गुजर सकती है।

वायनाड के अलपेटा में जंगलों में परिवार के साथ फंसे 8 बच्चों को रस्सी के सहारे लटक कर बचाया गया हैं।

वायनाड के अलपेटा में फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के लोगों ने 4 दिन से अपने घरों में फंसे दो परिवारों का रेस्क्यू किया है।

सेना के जवानों और NDRF ने लैंडस्लाइड में फंसे लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया।

NDRF की टीम JCB मशीन से मलबा हटाकर शवों को बाहर निकाल रही है।

वायनाड में आज चौथे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। लोगों के शवों को निकालने काम जारी है।

सेना ने चूरलमाला और मुंडक्कै को जोड़ने के लिए 190 फीट लंबे बेली पुल बनाया।

राहुल गांधी ने शुक्रवार को कार के दरवाजे पर खड़े होकर हादसे का मुआयना किया।

मेप्पाड़ी में सेना और NDRF ने अस्थायी पुल बनाया है। विजिट के दौरान राहुल-प्रियंका यहीं से लैंड स्लाइड प्रभावित इलाके में पहुंचे।
5 साल पहले भी यहां लैंडस्लाइड से 17 मौतें हुई थीं
वायनाड के 4 गांव- मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा में लैंडस्लाइड की घटना हुई है। 5 साल पहले 2019 में भी भारी बारिश की वजह से इन्हीं गांवों में लैंडस्लाइड हुई थी, जिसमें 17 लोगों की मौत हुई थी। 5 लोगों का आज तक पता नहीं चला। 52 घर तबाह हुए थे।
वायनाड में लैंडस्लाइड की क्या वजह है
वायनाड, केरल के नॉर्थ-ईस्ट में है। यह केरल का एकमात्र पठारी इलाका है। यानी मिट्टी, पत्थर और उसके ऊपर उगे पेड़-पौधों के ऊंचे-नीचे टीलों वाला इलाका। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक, केरल का 43% इलाका लैंडस्लाइड प्रभावित है। वायनाड की 51% जमीन पहाड़ी ढलाने हैं। यानी लैंडस्लाइड की संभावना बहुत ज्यादा बनी रहती है।
वायनाड का पठार वेस्टर्न घाट में 700 से 2100 मीटर की ऊंचाई पर है। मानसून की अरब सागर वाली ब्रांच देश के वेस्टर्न घाट से टकराकर ऊपर उठती है, इसलिए इस इलाके में मानसून सीजन में बहुत ज्यादा बारिश होती है। वायनाड में काबिनी नदी है। इसकी सहायक नदी मनंतावडी ‘थोंडारमुडी’ चोटी से निकलती है। लैंडस्लाइड के कारण इसी नदी में बाढ़ आने से भारी नुकसान हुआ है।

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