लिफाफा खोलकर देखा तो माथा ठोक लिया, जीतनराम मांझी ने बताया MSME मंत्रालय पाकर कैसा था रिएक्शन

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नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी को लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रम (एमएसएमई) मंत्रालय दिया गया है। केंद्रीय मंत्री बनने के बाद बिहार लौटे जीतनराम मांझी ने बताया कि जब पहली बार उन्हें एमएसएमई मंत्रालय मिला तो वह अचरज में पड़ गए थे। गया में एक सभा को संबोधित करते हुए मांझी ने कहा कि जब उन्होंने मंत्रालय के बंटवारे की सूचना वाला लिफाफा खोला तो देखकर अपना माथा ठोक लिया। वह माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज मंत्रालय देखकर बोले कि उन्हें कौन-सा विभाग दे दिया है।
केंद्रीय मंत्री मांझी ने बताया कि मंत्रालयों के बंटवारे के बाद सभी लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिल रहे थे। वे भी जाकर पीएम मोदी से मिले और कहा कि मुझे कौन-सा विभाग पकड़ा दिया गया है। फिर प्रधानमंत्री ने उन्हें बताया कि मैंने अपनी कल्पना का विभाग आपको दिया है। यह मेरा सपना है। इस सपने को पूरा करने की जिम्मेदारी आप पर है।
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मांझी ने सभा में कहा कि जिस विभाग के वह मंत्री बने हैं, उसमें छोटे उद्योगों में रोजगार के अवसर मिलेंगे। बिहार समेत पूरे देश में छोटे-छोटे उद्योग बंद पड़े हैं, उन्हें शुरू करवाया जाएगा। इससे रोजगार बढ़ेगा और बेरोजगारी दूर होगी। जीतनराम मांझी ने यह भी कहा कि वह सांसद रहते तो ज्यादा अच्छा रहता। मंत्री बनने के बाद उनका मुंह बंद हो गया है। उन्हें मर्यादा में रहकर काम करना होगा।