रोहतक में अमृत योजना पर उठाए दीपेंद्र हुड्डा ने सवाल: बोले, भाजपा नेता ने लगाया 300 करोड़ के घोटाले का आरोप, नहीं हुई जांच – Rohtak News

रोहतक में पत्रकारों से बात करते सांसद दीपेंद्र हुड्डा।
रोहतक में निगरानी समिति की मीटिंग में पहुंचे सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने एक बार फिर अमृत योजना में हुए 300 करोड़ के घोटाले की बात को उठाया। दीपेंद्र ने कहा कि भाजपा के पूर्व सांसद व वर्तमान मंत्री अरविंद शर्मा ने रोहतक के एक भाजपा नेता व पूर्व मंत्री पर
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दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि अमृत योजना पार्ट दो का प्रपोजल तैयार किया गया है, लेकिन पार्ट में हुए घोटाले की जांच आगे नहीं बढ़ पाई। यह घोटाला भाजपा के पूर्व मंत्री की शह पर हुआ, लेकिन सरकार इस मामले में जांच नहीं करवा रही। इस मामले की जांच होनी चाहिए कि कौन-कौन इस घोटाले में शामिल था और उनके खिलाफ क्या कार्रवाई हुई। इस योजना में कहा सीवर व पानी की लाइन डाली, यह नक्शा भी अगली मीटिंग तक उपलब्ध होना चाहिए।

निगरानी समिति की बैठक में मौजूद सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा।
पीजीआई में हुआ 50 करोड़ का घोटाला दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पीजीआई में 50 करोड़ के घोटाले का मामला सामने आया है। किसी फर्म को काम दिया है, जिसने एक डॉक्टर की पत्नी को 3 पदों पर लगा रहा है, जिसमें माली, रिसेप्शनिस्ट व रेडियोलॉजी शामिल है। इस मामले में सीएम फ्लाइंग व पीएम ऑफिस से भी शिकायत आई है। इस मामले में किसके तार जुड़े हुए है। किसे ठेका दिया गया, कौन आदमी है जो गरीब लोगों का पैसा मार रहा है, किसके कहने पर घोटाले को अंजाम दिया। इसकी जांच होनी चाहिए।

निगरानी समिति की बैठक में सांसद के सवाल का जवाब देते हुए पब्लिक हेल्थ के अधिकारी।
पीजीआई की दांव पर लगी साख दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कल सीएम फ्लाइंग की टीम ने पीजीआई में रिकॉर्ड को सील किया है। वहीं प्रदेश का पहला व सबसे बड़ा पीजीआई और यूनिवर्सिटी में पिछले 7 महीने में एक बार भी स्वास्थ्य मंत्री का न आना, दुर्भाग्य की बात है। पीजीआई में नकल घोटाला व वेतन घोटाला हुआ, जिससे पीजीआई की साख दांव पर है। सरकार को संज्ञान लेना चाहिए।

निगरानी समिति की बैठक में सांसद के सवाल का जवाब देते हुए पब्लिक हेल्थ के अधिकारी।
नहरी विभाग को नहीं मिल रहा पर्याप्त पानी दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि नहरी विभाग को ऊपर से ही पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा। पीने के लिए भी 1600 क्यूसिक की जरूरत है, लेकिन एक चौथाई यानि 300 से 400 क्यूसिक पानी ही मिलता है। वहीं, पंजाब ने पानी रोककर निंदनीय कार्य किया है। भगवंत मान की मंशा साफ नजर आ रही है। लेकिन अब भाखड़ा का जलस्तर बढ़ गया है, अब पंजाब को मजबूरी में पानी छोड़ना पड़ रहा है।