रिश्वतखोरी पटवारी दो साल की एक्सटेंशन पर था: साल 2022 में हुआ रिटायर्ड, सिरसा सर्कल में रही पूरी ज्वाइनिंग, 120 गज का मकान – Sirsa News

सिरसा में रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़े गए पटवारी की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं। पटवारी ने पहली बार रिश्वत मांगी थी और उसी में वह पकड़ा गया। खास बात है कि आरोपी पटवारी परमजीत कुमार साल 2023 में रिटायर्ड हो गया था। इसके बाद वह सिफारिश करव
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तब से वह जिला पटवार भवन में ही तैनात रहा। इससे पहले भी रेगूलर तौर पर भी सिरसा सर्कल में ही अलग-अलग जगहों पर तैनात रहा। ज्वाइनिंग से लेकर रिटायर्डमेंट तक सिरसा जिले में ही ड्यूटी रही। आउट ऑफ डिस्ट्रिक कोई ट्रांसफर नहीं हुआ। पटवारी पद से ही रिटायर्ड हो गया। पटवारी परमजीत सिरसा के बरनाला रोड पर स्थित भगत सिंह कॉलानी में रहता है और 120 गज का मकान है। ड्यूटी के लिए आवागमन भी बाइक पर करता था। विजिलेंस के अनुसार आरोपी पटवारी परमजीत से पूछताछ कर ली है। उसने इंतकाल के लिए पहली दफा शिकायतकर्ता अनिल से 26 मई को रिश्वत मांगी थी। पैसे नहीं दिए तो इंतकाल करने से मना कर दिया।

रिश्वतखोरी आरोपी पटवारी परमजीत विजिलेंस की गिरफ्त में।
आज कोर्ट में पेश किया
शहीदांवाली गांव के पटवारी परमजीत कुमार को जमीन का इंतकाल दर्ज करने की एवज में दो हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। ऐसे में विजिलेंस सिरसा टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया। विजिलेंस ने यह कार्रवाई सोमवार पटवार भवन में की। विजिलेंस ने पटवारी को हिरासत में लेकर उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आज मंगलवार को आरोपी पटवारी को कोर्ट में पेश किया।
कई दिनों से चक्कर कटा रहा था पटवारी
विजिलेंस डीएसपी अमित वैनीवाल ने बताया कि शहीदांवाली के अनिल कुमार ने अपनी जमीन का इंतकाल दर्ज करवाना था, लेकिन पटवारी परमजीत पिछले कई दिनों चक्कर कटवा रहा था। अनिल कुमार ने इसकी शिकायत विजिलेंस विभाग को दी। विजिलेंस के निर्देश पर अनिल ने पटवारी को इंतकाल के बदले 2 हजार रुपए देना तय कर लिया।
सोमवार को अनिल ने पटवारी परमजीत को दो हजार रुपए देने के लिए शाम को पटवार भवन पहुंचा। पटवार भवन में उसने पटवारी को पैसे दे दिए और बाहर आकर इशारा कर दिया। विजिलेंस की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।