रात में कूलर चलाकर सोया परिवार, सुबह पहुंच गया अस्पताल, करंट ने मचा दी तबाही!

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सवाई माधोपुर के सलेमपुर गांव में दिल दहलाने वाला हादसा सामने आया है. कूलर में करंट से एक ही परिवार के तीन लोग, जिसमें एक महिला भी शामिल, गंभीर रूप से घायल हो गए. बताया जा रहा है कि एक-दूसरे को बचाने के प्रयास म…और पढ़ें

एक को बचाने में तीन की जान पड़ी खतरे में (इमेज- फाइल फोटो)
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के सलेमपुर गांव में एक दिल दहलाने वाला हादसा सामने आया है, जिसमें एक ही परिवार के तीन लोग कूलर में करंट लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों में दीपक गुर्जर, उनकी पत्नी प्रीति और दीपक का छोटा भाई मनीष गुर्जर शामिल है. यह घटना तब हुई जब परिवार के सदस्य एक-दूसरे को बचाने की कोशिश में करंट की चपेट में आ गए. सभी घायलों को तुरंत गंगापुर सिटी के सामान्य चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है.
घटना की जानकारी के अनुसार, यह हादसा सलेमपुर गांव में 29 मई 2025 को उस समय हुआ, जब दीपक गुर्जर ने घर में कूलर चालू करने की कोशिश की. कूलर में अचानक करंट दौड़ गया, जिससे दीपक करंट की चपेट में आ गया. उसकी चीख सुनकर पत्नी प्रीति और भाई मनीष उसे बचाने दौड़े लेकिन इस प्रयास में वे भी करंट की चपेट में आ गए. पड़ोसियों ने तुरंत बिजली आपूर्ति बंद कर पुलिस और आपातकालीन सेवाओं को सूचित किया. घायलों को तत्काल गंगापुर सिटी के सामान्य चिकित्सालय ले जाया गया, जहां उनकी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए गहन चिकित्सा शुरू की गई.
कूलर में दौड़ा करंट
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कूलर में करंट का कारण संभवतः दोषपूर्ण वायरिंग या उपकरण में खराबी हो सकती है. पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू की है और बिजली विभाग से कूलर और घर की वायरिंग की जांच करने को कहा है. सवाई माधोपुर पुलिस अधीक्षक ने बताया, “हम इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं ताकि हादसे के सटीक कारणों का पता लगाया जा सके. बिजली विभाग से भी तकनीकी रिपोर्ट मांगी गई है.”
बिजली हादसों में हुई बढ़त
यह घटना राजस्थान में बिजली से होने वाले हादसों की एक और कड़ी को दर्शाती है. हाल ही में सवाई माधोपुर के ही तारनपुर गांव में एक दंपति की करंट लगने से मृत्यु हो गई थी, जिसमें बिजली विभाग की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया गया था. उस घटना में प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी थी. इसी तरह गोरखपुर और देवरिया में चार लोगों की करंट से मृत्यु और भोपाल में एक दो वर्षीय बच्चे की कूलर से करंट लगने से मृत्यु की घटनाएं भी सुर्खियों में थी. ये मामले बिजली उपकरणों की सुरक्षा और रखरखाव के प्रति लापरवाही पर गंभीर सवाल उठाते हैं.
सदमे में लोग
सलेमपुर गांव जो गंगापुर तहसील में स्थित है और गंगापुर सिटी से मात्र 7 किलोमीटर दूर है, में इस हादसे ने स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया है. 2011 की जनगणना के अनुसार, सलेमपुर की आबादी 2,201 है, जिसमें साक्षरता दर 55.29% है. गांव के निवासियों का कहना है कि बिजली आपूर्ति में अनियमितता और पुरानी वायरिंग की समस्या अक्सर सामने आती है लेकिन प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं देता. स्थानीय निवासी रमेश मीणा ने कहा, “हमारे गांव में बिजली की लाइनें और उपकरण पुराने हैं. अगर समय रहते इन्हें ठीक किया जाता तो शायद यह हादसा टल सकता था.” अस्पताल सूत्रों के अनुसार, दीपक, प्रीति और मनीष का इलाज गंगापुर सिटी के सामान्य चिकित्सालय में चल रहा है, जहां चिकित्सक उनकी स्थिति पर नजर रखे हुए है. पुलिस और बिजली विभाग की संयुक्त जांच से जल्द ही हादसे के कारणों का खुलासा होने की उम्मीद है.

न्यूज 18 में बतौर सीनियर सब एडिटर काम कर रही हूं. रीजनल सेक्शन के तहत राज्यों में हो रही उन घटनाओं से आपको रूबरू करवाना मकसद है, जिसे सोशल मीडिया पर पसंद किया जा रहा है. ताकि कोई वायरल कंटेंट आपसे छूट ना जाए.
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