राजस्थान के 700 गांवों में जल संकट का खतरा, 10 दिनों से मचा है हाहाकार, BSF एयरफोर्स भी प्रभावित

Water Crisis in Rajasthan: मनमोहन सेजू/ बाड़मेर: राजस्थान की लाइफलाइन मानी जाने वाली इंदिरा गांधी नहर से हिमालय का पानी श्रीगंगानगर, बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर और जोधपुर के घरों तक पहुँचता है. बाड़मेर में नहर का पानी मोहनगढ़ से बाड़मेर लिफ्ट कैनाल के जरिए शहर, ग्रामीण इलाकों, सेना, वायुसेना, और सीमा सुरक्षा बल तक पहुंचता है.
पेयजल संकट से जूझेंगे 700 गांव, सेना और बीएसएफ पर भी असर
भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित बाड़मेर में बीएसएफ, सेना और एयरफोर्स सहित लगभग 700 गांवों में पेयजल संकट का खतरा मंडरा रहा है. बाड़मेर लिफ्ट कैनाल के भागु का गांव और मोहनगढ़ पंपिंग स्टेशन पर कम वोल्टेज की समस्या से पानी का उत्पादन पिछले दस दिनों में आधा हो चुका है. पहले इन स्टेशनों पर 6600 वोल्ट की बिजली सप्लाई होती थी, जो अब घटकर 6000 वोल्ट से भी कम रह गई है, जिससे जल आपूर्ति में कमी आई है.
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने की जल मितव्ययता की अपील
इस समस्या को देखते हुए, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने लोगों से जल मितव्ययता बरतने की अपील की है. अधीक्षण अभियंता हजारी राम बालवा ने बताया कि बाड़मेर लिफ्ट पेयजल परियोजना के पंपिंग स्टेशन, मोहनगढ़ और भागु का गांव, नवंबर माह की शुरुआत से 6600 वोल्ट की निर्धारित आपूर्ति से कम वोल्टेज पर कार्य कर रहे हैं, जिससे पानी का उत्पादन घटा है.
बाड़मेर शहर में जलापूर्ति का समय होगा दोगुना अंतराल पर
जल संकट की इस स्थिति के मद्देनजर, वोल्टेज की समस्या ठीक होने तक बाड़मेर शहर में जलापूर्ति के अंतराल को दोगुना किया जाएगा. विभाग ने बाड़मेर शहर और आसपास के सभी गांवों के लोगों से अपील की है कि वे जल का मितव्ययता से उपयोग करें और स्थानीय जल स्त्रोतों/जलाशयों से आवश्यकता की पूर्ति करें.
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FIRST PUBLISHED : November 12, 2024, 16:59 IST