‘मुझे निजी कमरे में आकर बैठने को कहा…’, पूजा खेडकर का कोर्ट में दावा
पूजा खेडकर के आईएएस चयन को रद्द कर दिया गया है. UPSC ने पूजा के भविष्य में एग्जाम में बैठने पर भी रोक लगा दी है.पूजा खेडकर की एंटी-सेपेट्री बेल पर बुधवार को कोर्ट में सुनवाई हुई.
नई दिल्ली. पूर्व ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की एंटी-सेपेट्री बेल की एप्लिकेशन पर गुरुवार को पटियाला हाउस कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी. यूपीएससी की शिकायत पर दर्ज धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले में राहत के लिए कोर्ट पहुंची खेडकर ने जज के सामने सुनवाई के दौरान कई गंभीर आरोप लगाए. कहा गया कि जिला अधिकारी के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराने के कारण उसे निशाना बनाया जा रहा है.
सेशन जज देवेंद्र कुमार जंगला के सामने खेडकर की ओर से पेश वकील बीना महादेवन ने कहा गया कि वो अपनी बेगुनाही साबित करना चाहती है, जिसके लिए उसे एंटी-सेपेट्री बेल की जरूरत पड़ेगी. मैंने यौन उत्पीड़न की शिकायत दी थी. यही वजह है कि मेरे खिलाफ यह एक्शन लिया गया है. जिलाधिकारी के इशारे पर ये मेरे खिलाफ किया जा रहा है. पूजा खेड़कर की तरफ से कहा गया कि जिला अधिकारी ने मुझे एक निजी कमरे में आकर बैठने के लिए कहा था. मैंने उन्हें जवाब दिया कि मैं एक योग्य अधिकारी हूं. लिहाजा मैं ऐसा नहीं करूंगी. यौन उत्पीड़क की शिकायत के बाद मेरे खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया.
मैंने गलती से 5 लिख दिया…
पूजा खेडकर पर यूपीएससी परीक्षा में बैठने से पहले गलत जानकारी देने के आरोप लगे. इसे लेकर पटियाला हाउस कोर्ट में पूजा की वकील ने दलील दी कि उसने कोई जानकारी नहीं छिपाई. बस गलती से परीक्षा में शामिल होने की संख्या गलत बता दी. कहा गया कि मुझे फॉर्म पर 12 लिखना था लेकिन गलती से पांच लिख दिया. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मैंने परीक्षा में बैठने के लिए अलग कोटे के तहत अपने अटेंप्ट का लाभ उठाया.
FIRST PUBLISHED : July 31, 2024, 23:45 IST