मुजफ्फरपुर में CO-राजस्व कर्मचारी पर FIR: दाखिल खारिज के लिए महिला को अकेले में बुलाने का आरोप, दोहरे हत्याकांड मामले में भी पुलिस कर रही पूछताछ – Muzaffarpur News

मुजफ्फरपुर के मुशहरी प्रखंड के सीओ महेंद्र शुक्ला और राजस्व कर्मचारी अनुज कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। इन पर दाखिल खारिज में गड़बड़ी का आरोप लगा है। कोर्ट के आदेश पर सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। दोहरे हत्याकांड में भी सीओ जांच के घेरे
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सदर थाना क्षेत्र के खबरा निवासी मुकेश शर्मा की पत्नी काजल देवी (45) ने छह मार्च 2025 को सीजेएम कोर्ट में परिवाद दायर किया था। इस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने सदर थानाध्यक्ष को प्राथमिकी दर्ज कर जांच करने का आदेश दिया।
दायर परिवाद में कहा गया है कि काजल देवी ने खबरा में एक डेसिमल जमीन खरीदा था। जमीन का दाखिल खारिज करने के लिए आवेदन दिया गया था। जिसे सीओ ने पेंडिंग कर दिया। राजस्व कर्मचारी काजल के घर आया और बोला कि दाखिल खारिज करवाना है, तो सीओ से अकेले उनके घर पर मिलना होगा। लेकिन काजल सीओ से मिलने नहीं गई। जिस कारण उसका दाखिल खारिज के आवेदन को बेबुनियाद तरीके से खारिज कर दिया गया।
पत्नी से अकेले में मिलने की कही थी बात
काजल के पति मुकेश शर्मा ने बताया कि दाखिल खारिज का आवेदन देने के बाद राजस्व कर्मचारी अक्सर उनके घर पर आता था। उनकी पत्नी को सीओ से अकेले मिलने के लिए बोलता था। मेरी पत्नी उनसे मिलने नहीं गई। जिस कारण दोनों ने षडयंत्र रचा।

कागज पर हल्का कर्मचारी सुरेश राय को ऑनलाइन आपत्तिकर्ता के रूप में अंकित किया गया है, उसी कागजात पर सीओ राजीव कुमार को ऑनलाइन आपत्तिकर्ता बताते है।
दोनों एक दूसरे के घोर विरोधी है। साथ ही सीओ के दिए गए तथ्य में कहा गया है कि साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए कहा गया, लेकिन कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया। जबकि मैंने सभी कागजात (साक्ष्य) दिया था।
दोहरे हत्याकांड में भी जांच के घेरे में सीओ
जिला स्कूल के पास प्रॉपर्टी डीलर मो. जावेद और उसके साथी राजू शाह की हत्या के मामले पुलिस ने 30 से अधिक लोगों से पूछताछ की है। जावेद के स्कूटी और कार्यालय से मिले सरकारी दस्तावेजों के आधार पर राजस्व कर्मियों को बुलाकर फिर से पूछताछ की गई। मुशहरी सीओ भी जांच के घेरे में है। उसने कार्यालय का भी कई गोपनीय कागजात जावेद के कार्यालय से मिला है।
शहर में जमीन के धंधे से अपराधियों के जुड़ाव के कारण लगातार हो रहे वारदात पर तत्कालीन आईजी शिवदीप लांडे ने रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी थी। उन्होंने स्पष्ट किया था कि बड़े आपराधिक गिराहों का इस धंधे से जुड़ाव के बीच भूमि राजस्व कार्यालयों से हो रही कागजातों के खेल ने इसे और खतरनाक व जानलेवा बना दिया है।
भूमि धंधेबाजों के आपसी वर्चस्व व जमीन कब्जे में हत्याओं की घटनाओं का भी सिलसिलेवार जिक्र किया था। इसके बावजूद राजस्व कार्यालयों में बिचौलिए और राजस्व कर्मियों के बदले काम करने वाले अटर्नी के खेल पर लगाम नहीं लग सका।
पूरे मामले पर सदर थाना अध्यक्ष अश्मित कुमार ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर मुशहरी सीओ और राजस्व कर्मचारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। जांच चल रही है।