मिथिला हाट के बाद अब भोजपुरी–मगही हाट: पटना में गंगा किनारे बनेगा मगही हाट; रेस्टोरेंट से गेम तक सबकुछ रहेगा, शादियां भी होंगी – Bihar News

नीतीश सरकार मिथिला हाट की तरह पटना में मगही और रोहतास में भोजपुरी हाट बनाने जा रही है। इसमें घूमने-फिरने, खान-पान से लेकर मगही और भोजपुरी संस्कृति को जानने–समझने को मिलेगा।
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यह लोगों के लिए नया पिकनिक स्पॉट होगा, जहां शादियां भी हो सकेंगी। फिलहाल बिहार में सिर्फ मधुबनी में बना मिथिला हाट है, जहां मिथिला संस्कृति की झलक दिखती है। इसका देश-दुनिया में नाम है।
पर्यटन विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह के मुताबिक, ‘दोनों हाट के लिए टेंडर जारी हो गया है। पटना हाट में मगध की ट्रेडिशन और रोहतास हाट में भोजपुरी ट्रेडिशन का समावेश होगा।’
जानिए, दोनों हॉट के बारे में…
भोजपुरी हाट 10 एकड़ जमीन पर बनेगा
रोहतास के इंद्रपुरी बैराज के पास भोजपुरी हाट विकसित किया जाएगा। बैराज के पास प्राकृतिक छटा के बीच युवक-युवतियां शादी के बंधन में बंधेंगे। साथ ही बैराज घूमने आने वाले पर्यटकों को भोजपुरी कल्चर देखने को मिलेगा।
सत्तू, बड़ी-बड़ी रोटियां आदि का स्वाद चख सकेंगे। हाट पर कुल 25 करोड़ 25 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। यह सितंबर 2026 तक बनकर तैयार हो जाएगा। इसको लेकर टेंडर जारी कर दिया गया है। इसे बिहार स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड बना रहा है। CM नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के दौरान इसकी घोषणा की थी।
भोजपुरी हाट जल संसाधन विभाग की 10 एकड़ जमीन पर बनेगा। इसके लिए जमीन को पर्यटन विभाग को ट्रांसफर कर दिया गया है। इंद्रपुरी बैराज पर्यटक को पसंद आता है।

भोजपुरी लजीज व्यंजन और प्रोडक्ट का बाजार…
हाट में स्थानीय खासकर भोजपुरी प्रोडक्ट मिलेगा। इसके बनने से स्थानीय किसानों और कैमूर पहाड़ी के वनवासियों को अपना उत्पाद बेचने के लिए एक नया बड़ा बाजार मिलेगा। साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
लोककला को भी मिलेगा प्रोत्साहन
इसके बनने से भोजपुरी समेत अन्य स्थानीय संस्कृति और लोक कला को भी प्रोत्साहन मिलेगा। इसके ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार होने के साथ कलाकारों को अपना हुनर दिखाने के साथ रोजगार भी मिलेगा।
हेक्सा भवन में मगही हाट बनेगा
पटना के गांधी मैदान के पास हेक्सा भवन में मगही हाट बनेगा। इसकी रिपोर्ट पटना DM ने पर्यटन विभाग को भेजा है। बिहार स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने टेंडर जारी किया है। हाट जून 2027 तक बनकर तैयार होगा।
अभी हेक्सा भवन खंडरनुमा है। हालांकि, इसके एक हिस्सा में ट्रैफिक थाना तो दूसरे हिस्से में पुलिस वाले रहते हैं। भवन के बाहरी परिसर में पुलिस की ओर से जब्त की गई गाड़ियां सड़ रही हैं।
हाट की खासियत
मगही हाट की खासियत दिल्ली हाट और मिथिला हाट वाली होगी। 48 करोड़ 96 लाख रुपए से बनाए जा रहे इस हाट में पर्यटकों के लिए खास इंतजाम होंगे। गंगा की ठंडी हवा का लुत्फ उठा सकेंगे। हाट का भवन तीन मंजिला होगा। यह इम्पोरियम होगा। मैरिन ड्राइव के पास यह आपको बीच वाली फील कराएगा।
यहां पहुंचने पर आपको हस्तशिल्प और बिहार की कलाओं से जुड़े प्रोडक्ट मिलेंगे। मगध क्षेत्र के पकवान, खान पान मिलेगा। यहां दो रेस्तरां बनाए जाएंगे। बड़े के अलावा बच्चों के लिए गेम जोन बनेगा।
इसके अलावा अंडरग्राउंड पार्किंग, फायर फाइटिंग, लिफ्ट और सीसीटीवी सिस्टम की व्यवस्था भी की जाएगी। मगही हाट वोकल फॉर लोकल के कॉन्सेप्ट पर बन रहा है। इससे स्थानीय कलाकारों को स्थायी बाजार मिलेगा।

26 एकड़ में बना है मिथिला हाट
फिलहाल मधुबनी के झंझारपुर में 26 एकड़ में फैले मिथिला हाट बना है। यहां धीरे-धीरे विलुप्त हो रही पारंपरिक ढेकी, उखैड, जांता, समांठ, सिलौठ, लोडही देखने को मिलता है। इसे देखने के लिए विदेशी भी पहुंच रहे हैं। यहा 4500 लोगों एक साथ रह सकते हैं।
यहीं नहीं महिलाएं मडुआ, मक्का सतंजा को जांता में पीस कर मिट्टी के बर्तन में रोटी बना रही है। महिलाएं मिट्टी के तावे में मडुआ की रोटी, मकई की रोटी और सतंजा की रोटी, चावल, ऐरकंचन की सब्जी, ठरिया साग, तिलकोर का तरूआ, दूध बगिया, आलू का चोखा, बैगन का चोखा, टमाटर का चोखा, सेकुआ लिट्टी, जीरा मिर्च नमक से फ्राई मखान की खीर परोसती हैं।