महज 11 साल की उम्र में जीत लिए 7 नेशनल खिताब, जयपुर की इस युवा गोल्फ खिलाड़ी की कहानी है प्रेरणा का स्रोत

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Jaipur Young Golfer Ojaswini Saraswat: जयपुर की 11 साल की युवा गोल्फ खिलाड़ी ओजस्विनी सारस्वत ने हाल ही में 7वां नेशनल खिताब जीता हैं, उन्होंने यह सफलता कोलकाता के टॉलीगंज गोल्फ क्लब में आयोजित आईजीयू ईस्टर्न इ…और पढ़ें

जयपुर के युवा गोल्फ खिलाड़ी दुनियाभर में अपने खेल से जीत का परचम लहरा रहे हैं. इसी फेहरिस्त में जयपुर की 11 साल की युवा गोल्फ खिलाड़ी ओजस्विनी सारस्वत भी शामिल हैं. ओजस्वनी ने हाल ही में 7वां नेशनल खिताब जीता हैं, उन्होंने यह सफलता कोलकाता के टॉलीगंज गोल्फ क्लब में आयोजित आईजीयू ईस्टर्न इंडिया लेडीज एंड जूनियर गर्ल्स गोल्फ चैम्पियनशिप में हासिल की. ओजस्विनी सारस्वत राजस्थान की सबसे कम उम्र की 7 नेशनल खिताब जितने वाली खिलाड़ी बन गई हैं.

आपको बता दें कि ओजस्विनी सारस्वत ने गोल्फ खेल की शुरुआत जयपुर के रामबाग गोल्फ क्लब से की थी. बचपन से यहां गोल्फ़ की प्रैक्टिस करते आ रही है. वह रामबाग गोल्फ क्लब की डेडिकेटेड मेम्बर है. रामबाग गोल्फ क्लब से कई गोल्फ खिलाड़ी दुनियाभर में अपने खेल से राजस्थान का नाम रोशन कर रहे हैं, ऐसे ही ओजस्विनी सारस्वत 7 बार नेशनल टूर्नामेंट में वे राजस्थान का प्रतिनिधित्व कर खिताब जीत चुकी हैं.

युवा गोल्फ खिलाड़ी ओजस्विनी सारस्वत ने कई गोल्ड के टूर्नामेंट में वह चैंपियन रही हैं. ओजस्विनी 2022 में नॉर्दनं इंडिया लेडीज चैम्पियनशिप में विजेता रही हैं. इसके अलावा 2023 ऑल इंडिया जूनियर गर्ल्स चैम्पियनशिप और 2024 इंडिया एमेच्योर चैम्पियनशिप में भी विजेता रही हैं. इन्ही टूर्नामेंट में खेलते हुए भारतीय जूनियर गोल्फ में उनकी स्थिति एक उभरते खिलाड़ी के रूप में और भी मजबूत हुई है.

गोल्फ खिलाड़ी ओजस्विनी सारस्वत नेशनल टूर्नामेंट के अलावा इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भी कई खिताब जीत चुकी हैं. ओजस्विनी ने प्रतिष्ठित यूएस किड्स गोल्फ यूरोपीय चैम्पियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए उपविजेता रही और भारत का नाम रोशन किया. इसके अलावा वह स्कॉटलैंड के रॉयल मुसेलबर्ग गोल्फ क्लब में भी खेल चुकी हैं. हाल ही में कोलकाता में उन्होंने 8वां खिताब अपने नाम किया, एक ही साल में यह ओजस्विनी का 2025 में तीसरा राष्ट्रीय खिताब है.

आपको बता दें कि ओजस्विनी सारस्वत लगातार गोल्फ टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही हैं और आने वाले सालों में वह कई इंटरनेशनल टूर्नामेंट में हिस्सा लेगी. हर टूर्नामेंट में जीत के बाद वह इसका श्रेय अपने कोच लॅरिस ब्रदरिज और माता-पिता को देती हैं.