Published On: Sun, Jun 9th, 2024

मणिपुर के जिरीबाम में 2 पुलिस चौकियां, 70 घर जलाए: एसपी का तबादला; 200 उग्रवादी मणिपुर में घुसपैठ की फिराक में


इंफाल1 घंटे पहले

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जिरिबाम की छोटो बेकरा पुलिस चौकी को हमलावरों ने जला दिया। - Dainik Bhaskar

जिरिबाम की छोटो बेकरा पुलिस चौकी को हमलावरों ने जला दिया।

मणिपुर के जिरीबाम जिले में शनिवार को संदिग्ध उग्रवादियों ने दो पुलिस चौकियों, एक फॉरेस्ट ऑफिस और 70 घरों में आग लगा दी। पुलिस का कहना है कि हमलावर 3-4 नावों पर सवार हो बराक नदी के रास्ते घुसे थे। इससे पहले गुरुवार को भी कुछ मैतेई गांवों और पुलिस चौकियों पर हमले हुए थे।

सूत्र के अनुसार, चिन-कुकी आतंकवादियों को खत्म करने के लिए बांग्लादेश की सरकार के निर्देश के बाद 200 से अधिक आतंकी बांग्लादेश में भारतीय सीमा में भाग गए हैं। वे मिजोरम के रास्ते मणिपुर में प्रवेश करने की ताक में हैं।

इधर, आग लगाने की घटना जीरी मुख और छोटो बेकरा की पुलिस चौकियों और गोआखाल वन बीट ऑफिस में हुई। इस घटना के कुछ घंटों बाद एसपी का तबादला कर दिया गया है। आदेश के अनुसार जिरीबाम एसपी ए घनश्याम शर्मा को मणिपुर पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज के एडीशनल डायरेक्टर पद पर ट्रांसफर कर दिया है।

उधर, इनर मणिपुर लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित कांग्रेस सांसद अंगोमचा बिमोल अकोईजाम ने राज्य सरकार से जिरीबाम के लोगों के जीवन और संपत्ति की रक्षा करने का आग्रह किया।

अब तक अछूते जिरिबाम में हिंसा क्यों भड़की
मणिपुर में मई 2023 से जातीय हिंसा जारी है। जिरीबाम अब तक इससे अछूता था। गुरुवार शाम को संदिग्ध उग्रवादियों ने 59 साल के एक व्यक्ति की हत्या कर दी। सोइबाम सरतकुमार सिंह नाम का यह व्यक्ति 6 ​​जून को अपने खेत में गया था, जिसके बाद वह लापता हो गया और बाद में उसका शव मिला, जिस पर किसी धारदार वस्तु से घाव के निशान थे।

सिंह का शव बरामद होने के बाद स्थानीय लोगों ने कुछ जगहों पर आग लगा दी। इसके बाद वहां कर्फ्यू लगा दिया गया।

जिरीबाम से भागे लोगों ने जंगलों में छिपकर जान बचाई।

जिरीबाम से भागे लोगों ने जंगलों में छिपकर जान बचाई।

घर छोड़कर भागे 200 मैतेई, जंगलों में छिपे
हिंसा के चलते 200 से ज्यादा मैतेई लोगों को घरों से निकाल कर सुरक्षित जगहों पर भेजा गया है। कई गांव वाले अब जिरि स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में रह रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक जिरि स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में रह रहे लोगों के गांव वाले घरों को उग्रवादियों ने जला दिया था। मैतेई बुजुर्ग की हत्या और लोगों के घरों में आग लगाने के पीछे कुकी उग्रवादियों का नाम आ रहा है।

3 मई 2023 से मणिपुर की इम्फाल घाटी में रहने वाले मैतेई और पहाड़ी इलाकों में रहने वाले कुकी के बीच जातीय संघर्ष में 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। मैतेई, मुस्लिम, नागा, कुकी और गैर-मणिपुरी समेत विविध जातीय संरचना वाला जिरीबाम अब तक जातीय संघर्ष से अछूता रहा था।

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