मंत्री आशीष पटेल बोले– STF मेरे सीने पर गोली मारे: 7 डायरेक्टर OBC/SC के बनाए, इसलिए अफसर साजिश रच रहे; अनुप्रिया बोलीं- जवाब देंगे – Uttar Pradesh News

लखनऊ में गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते मंत्री आशीष पटेल। साथ में पत्नी और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल।
उत्तर प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने गुरुवार को अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर कहा, मेरी गलती बस इतनी है कि 14 में से सात डायरेक्टर वंचित वर्ग के बनाए।
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उन्होंने चुनौती देते हुए कहा, STF (स्पेशल टास्क फोर्स) ही सारे षडयंत्र की जड़ है। स्पेशल टास्क फोर्स वाले पैर पर गोली मारते हैं, लेकिन हिम्मत है तो सीने पर गोली मारो। अगर, अब उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा गया तो वह लड़ेंगे, डरेंगे नहीं।
मंत्री आशीष लखनऊ में जिस वक्त ये दावा कर रहे थे, उनके बगल में पत्नी और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी थीं। अनुप्रिया ने कहा, हमारी पार्टी के किसी भी पदाधिकारी, कार्यकर्ता या चुने हुए जनप्रतिनिधि पर आंच आएगी तो अपना दल चुप नहीं बैठेगा। प्रतिष्ठा के साथ समझौता मेरी पार्टी नहीं करेगी।
दरअसल, आशीष की साली और अनुप्रिया की बहन पल्लवी पटेल ने बुधवार को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात की। आरोप लगाया कि आशीष पटेल के विभाग में लेक्चरर्स (प्रवक्ता) को नियम के खिलाफ प्रमोट कर विभागाध्यक्ष बनाया गया। एक-एक प्रवक्ता से 25-25 लाख रुपए की रिश्वत ली गई है। उन्होंने राज्यपाल से 9 दिसंबर, 2024 को जारी प्रमोशन का आदेश भी निरस्त करने की मांग की। SIT जांच की भी मांग की।
पल्लवी पटेल सिराथू विधानसभा से सपा विधायक हैं और उनका अपनी एक अलग पार्टी अपना दल (कमेरावादी) है। सूत्रों का कहना है कि आशीष पटेल को शक है कि उनके खिलाफ सरकार ही षडयंत्र रच रही है। हालांकि प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने सरकार का नाम नहीं लिया। सिर्फ अफसरों को टारगेट किया।

मंत्री आशीष पटेल के साथ उनकी पत्नी अनुप्रिया पटेल भी साथ रहीं।
धरना मास्टर का कॉल रिकॉर्ड खुलवा लीजिए आशीष पटेल ने कहा, मीडिया को आइटम चाहिए और वो आइटम मिल जाता है। मीडिया सिर्फ आशीष पटेल की बात नहीं छापती। मैं और अनुप्रिया मंत्री हैं। हमारी संपत्ति PMO की वेबसाइट पर छपी हुई है। उसको कोई नहीं निकालता।
उन्होंने पल्लवी पटेल का नाम लिए बगैर कहा कि सरकार की एक धरना मास्टर हैं, 2 जुलाई हुई तो धरना, 17 अक्टूबर हुआ तो धरना। मीडिया के साथी को एक धरना मास्टर चाहिए उसको छापते रहते हैं। उनको प्रायोजित किया जाता है और जब भी मौका मिलता है तो उनको धरने पर बैठा दिया जाता है।
धरना मास्टर के मोबाइल का कॉल रिकॉर्ड खुलवा लीजिए। सब पता चल जाएगा कि यह खेल कहां से चल रहा है। उन्होंने अपनी और अपनी पत्नी केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की संपत्ति की जांच की भी खुली चुनौती दी। कहा, मेरी और मेरी पत्नी की जांच कर ली जाए, मेरी संपत्ति कितनी बढ़ी है, उसकी जांच कर ली जाए।
मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश रची जा रही मंत्री आशीष ने कहा, पिछले कुछ दिनों से मैं अखबारों में ज्यादा छप रहा हूं। मेरा सकारात्मक वाला पक्ष रोक दिया जाता है और मेरा नकारात्मक वाला पक्ष छाप दिया जाता है। यह राजनीति है। मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश रची जा रही है।
सरकार से ही कुछ लोग उन्हें (पल्लवी पटेल) ऑपरेट कर रहे हैं। वही लोग पिछले कुछ दिनों से अखबारों की सुर्खियां बने हुए हैं। 1700 करोड़ रुपए खर्च कर मेरी इमेज नेगेटिव बनाई जा रही है। सूचना विभाग का दुरुपयोग करके किसी की मान-मर्यादा का मर्दन मत कीजिए। मैं तो भिखारी आदमी हूं। बिना पैसे वाले भी खबर छपवाना जानते हैं।
थप्पड़ खाकर चुप बैठने वाला नहीं हूं मंत्री आशीष पटेल ने यूपी के कई अधिकारियों पर भी बड़े आरोप लगाए। कहा, मैं थप्पड़ खाकर चुप बैठने वाला नहीं हूं। ईंट का जवाब पत्थर से दूंगा। मेरी गलती बस इतनी है कि 14 में से सात डायरेक्टर वंचित वर्ग के बनाए। पिछड़े, दलितों के हितों पर काम करना मेरी गलती है। ऐसी गलती मैं करता रहूंगा और डरने वाला नहीं हूं। चाहे कितना भी डराया जाए।
उन्होंने ललकारते हुए कहा, आपके पास अगर तंत्र है तो मेरे पास जनतंत्र है। लड़ाई में जनतंत्र जीतता है। तंत्र से नहीं डरने वाला हूं।

आशीष पटेल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। कहा- मैं थप्पड़ खाकर चुप बैठने वाला नहीं हूं। ईंट का जवाब पत्थर से दूंगा।
अनुप्रिया बोलीं- षडयंत्र करके अपना दल को नहीं डरा सकते केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा, अपना दल के किसी भी कार्यकर्ता या नेता की प्रतिष्ठा पर आंच आएगी तो हम कतई समझौता नहीं करेंगे। हमें जवाब देना आता है। अपना दल के खिलाफ जो षडयंत्र चल रहे हैं वो कहां, किसके इशारे पर चल रहे हैं हमारा एक-एक कार्यकर्ता जानता है। कोई भी यदि अपना दल के किसी कार्यकर्ता या पदाधिकारी के खिलाफ षड्यंत्र रचने की सोचता है तो यह उसकी गलतफहमी है।
उन्होंने कहा कि अपना दल के लोग हर षड्यंत्र का जवाब देंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अपना दल NDA का घटक है, जो देश चलाते हैं, उन्हें सबकुछ पता है।
69000 शिक्षकों की भर्ती में यदि पिछड़े और दलितों के साथ अन्याय हुआ है, तो हुआ है। हम सरकार में रहकर भी यह बात निरंतर कहते हैं। तब तक कहते रहेंगे, जब तक इस पर कॉल नहीं लिया जाएगा। पिछड़ों और दलितों से संबंधित हर विषय-काम लगातार उठाएंगे, इसलिए जो यह षडयंत्र कर रहा है, वह साफ रूप से समझ ले। अपना दल जवाब देता है और देता रहेगा। किसी भी तरह के षड्यंत्र से अपना दल को डरा नहीं सकते हैं।
तो क्या आशीष की मुश्किलें बढ़ेंगी?
- जानकारों का मानना है कि यदि राज्यपाल ने पल्लवी की शिकायत पत्र सरकार को संस्तुति के साथ फॉरवर्ड किया तो सरकार SIT गठित कर जांच करा सकती है।
- आशीष पटेल ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है, ऐसे में यदि जांच में कहीं भी गड़बड़ी मिली तो आशीष पटेल की मुश्किल बढ़ सकती है।
- यदि जांच में एक भी आरोप साबित नहीं हुआ तो आशीष पटेल सरकार पर दबाव बना सकते हैं।

विधायक पल्लवी पटेल ने राज्यपाल से शासनादेश निरस्त कराने की मांग की है।
16 दिसंबर को आशीष पटेल ने दी थी इस्तीफे की धमकी आशीष पटेल ने एक दिसंबर को कहा कि यदि सामाजिक न्याय की लड़ाई में मुझे कुछ हुआ तो इसके लिए UP STF जिम्मेदार होगी। पटेल ने सूचना विभाग पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही 4 दस्तावेज भी पोस्ट किए। यह उनका 15 दिन के भीतर दूसरी बार योगी सरकार पर सीधा हमला है। आशीष ने फिर दोहराया कि सरदार पटेल का वंशज हूं, डरने वाला नहीं, लड़ने वाला हूं।
इससे पहले 16 दिसंबर को इस्तीफे की धमकी दी थी। कहा था- मेरी राजनीतिक हत्या कराने की साजिश हो रही है। सीएम आरोपों की CBI से जांच करा लें। पीएम मोदी जिस दिन आदेश करेंगे, मैं एक सेकेंड में इस्तीफा दे दूंगा।
3 पोस्ट भी किए-
- सबको पता है कि मुझे बदनाम करने के पीछे कौन है। आगे और भी ऐसे आरोप लगेंगे। ऐसे मिथ्या आरोपों से मैं डरने वाला नहीं हूं। कोई कितनी भी साजिश कर ले, लेकिन अपना दल (एस) वंचितों के हक की लड़ाई से पीछे नहीं हटने वाला है।
- सामाजिक न्याय की जंग के लिए अपना दल (एस), प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और गृहमंत्री अमित शाह के सानिध्य में 2014 में NDA का अंग बना था। प्रधानमंत्री का जिस दिन आदेश होगा बिना एक सेकेंड की देरी के मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा।
- मीडिया और सोशल मीडिया पर मेरी राजनीतिक हत्या करने के लिए साजिश के तहत तथ्यहीन और अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं। मेरे मंत्री काल में प्राविधिक शिक्षा विभाग में वंचित वर्ग से आने वाले कार्मिकों के हितों की रक्षा के बारे में पूरे उत्तर प्रदेश को पता है।

अनुप्रिया पटेल के साथ उनके पति आशीष पटेल। तस्वीर 4 महीने पहले की है।
क्या है पूरा मामला-
- प्राविधिक शिक्षा विभाग में राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेजों में विभागाध्यक्ष की सीधी भर्ती करने की जगह कॉलेजों में कार्यरत लेक्चरर्स को प्रमोशन कर विभागाध्यक्ष बनाया गया।
- आरोप है कि अगर सीधी भर्ती से पद भरे जाते तो पिछड़े और दलित वर्ग को आरक्षण का लाभ मिलता, लेकिन 177 लेक्चरर्स को नियम के खिलाफ पदोन्नत करने से आरक्षित वर्ग वंचित रह गया।
- हर अभ्यर्थी से 25-25 लाख रुपए की वसूली की गई। इस धांधली से सरकार को 50 करोड़ अतिरिक्त वार्षिक बोझ भी अयोग्य कर्मियों को देना पड़ रहा । सूत्रों के मुताबिक, इसके विरोध में आशीष पटेल के OSD ने भी इस्तीफा दे दिया है।
- भाजपा विधायक मीनाक्षी सिंह ने मुख्यमंत्री और SIT को पत्र लिख विभाग में हर साल 50 करोड़ रुपए की वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया है। उन्होंने मामले की जांच की भी मांग की है।
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