भीषण बारिश और बाढ़ का कहर, कटाव से 100 फुट जमीन हुई खत्म, 2 हजार लोगों की आफत आई
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बिहार में बारिश से इन दिनों बाढ़ की गंभीर समस्या बनी हुई है। सड़कों पर पानी, घरों में पानी जहां देखों वहां पानी ही पानी। जल जमाव की समस्या से हर तरफ लोग जूझ रहे हैं। गावं की नदियों में पानी के तेज बहाव के कारण कटाव हो रहा है और खेती और रहने लायक जमीन खत्म होती जा रही है। पूर्णिया के बैसा प्रखंड क्षेत्र के होकर बहने वाली कनकई नदी के मुहाने बसे मालोपाड़ा पंचायत के डुमरिया गांव का अस्तित्व समाप्त होने की कगार पर है। कनकई नदी की बदली तेज धारा के कारण यहां विगत एक सप्ताह से कटाव जारी है। तीन दिनों में एक सौ से अधिक फीट जमीन नदी में समा चुकी है।
गांव के लोग डरे हुए हैं। वे प्रदर्शन करके सरकार का ध्यान अपनी ओर खींचना चाह रहे हैं। ताकि उन्हें समस्या से रूबरु कराया जा सके। स्थानीय लोगों ने बताया कि तीन साल पहले नदी गांव से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर थी। नदी की धारा गांव के विपरीत दिशा में था, लेकिन इस बार नदी की धारा ही गांव की तरफ है। कटाव के बाद नदी अब गांव से लगाभग 30-35 फीट की दूरी पर है। जिस तरह से कटाव जारी है उससे देखकर लग रहा है कि दो से तीन दिनों के भीतर गांव तक नदी आ जाएगी।
ग्रामीणों ने बताया कि कल तक खेतिहर जमीन कटाव की भेंट चढ़ा था और अब घर ही कटाव की भेट चढ़ रहा है। सभी को प्रखंड में जाकर आश्रय लेना पड़ेगा। पूर्व मुखिया प्रतिनिधि अरविंद कुमार सिंह एवं वार्ड सदस्य आफाल आलम ने संयुक्त रूप से बताया कि डुमरिया गांव में कटाव को लेकर आज तक कोई निरोधक कार्य हुआ है। कटाव देखकर लग रहा है कि जल्द ही नदी गांव में प्रवेश कर जाएगी।
यहां तक कि गांव वालों जिस नाव का सहारा मिल रहा था वह भी क्षतिग्रस्त हो चुका है। इसकी सूचना देने के बाद भी आश्वासन के अलावे अभी तक कुछ नही मिला है। इस संबंध में प्रभारी अंचलाधिकारी सह बीडीओ राजकुमार चौधरी ने बताया कि नदी कटाव की सूचना मिली है। फ्लड फाइटर विभाग को सूचित करते हुए कनीय अभियंता से स्थल पर जाकर कटाव के अवलोकन का निर्देश दिया गया है। वही राजस्व कर्मी को भी स्थल की रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।