भारत के इंजीनियरों का कमाल! आसमां में सुराख कर लटकाया पुल तो पहाड़ का सीना चीर बना दिया टनल

Last Updated:
Chenab Bridge and Kasara Tunnel: चेनाब नदी पर बना विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे पुल और मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे पर कसारा घाट टनल भारतीय इंजीनियरों की तकनीकी कौशल का नमूना हैं.

चेनाब ब्रिज और समृद्धि टनल भारतीय इंजीनियरिंग के अद्भूत नमूना हैं.
हाइलाइट्स
- चेनाब पुल विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है.
- कसारा टनल महाराष्ट्र की सबसे लंबी सड़क टनल है.
- चेनाब पुल और कसारा टनल भारतीय इंजीनियरिंग का नमूना हैं.
समंदर की गहराई से लेकर अंतरिक्ष की ऊंचाई तक हर तरफ भारत के इंजीनियरों ने अपना नाम कमाया है. उनकी इंजीनियरिंग का नमूना अब दुनिया देख रही है. एक बार फिर कुछ ऐसा ही नजारा देखा गया है. जम्मू-कश्मीर में चेनाब नदी पर बना विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे पुल और महाराष्ट्र के मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे पर निर्मित कसारा घाट टनल भारतीय इंजीनियरों की तकनीकी कौशल और नवाचार का शानदार नमूना हैं. ये दोनों परियोजनाएं न केवल भारत की बुनियादी ढांचा विकास की क्षमता को दर्शाती हैं, बल्कि देश के आर्थिक और सामाजिक विकास को भी नई दिशा दे रही हैं.
चेनाब रेलवे पुल
विशेषताएं: पुल को 17 स्पैन के साथ डिजाइन किया गया है, जिसमें 120 मीटर लंबा मुख्य आर्च शामिल है. यह 180 किमी/घंटा की हवा और 8.5 तीव्रता के भूकंप को झेल सकता है. इसके निर्माण में 25,000 टन स्टील और उन्नत ब्लास्ट-प्रूफ तकनीक का उपयोग हुआ. चेनाब नदी की 1,200 मीटर गहरी घाटी और भौगोलिक जटिलताओं के बीच निर्माण चुनौतीपूर्ण था. इसे भारतीय रेलवे और IRCON ने मिलकर पूरा किया.
कसारा घाट टनल
कुल 701 किमी लंबे मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे पर बनी कसारा घाट टनल महाराष्ट्र की सबसे लंबी सड़क टनल है. यह ट्विन ट्यूब टनल है, जिसमें बायीं ट्यूब 7.78 किमी और दायीं ट्यूब 7.74 किमी लंबी है. यह पश्चिमी घाट की 160 मीटर ऊंची पहाड़ी का सीना चीरकर निकलती है.
इंजीनियरिंग का गौरव
चेनाब पुल और कसारा टनल भारत की आत्मनिर्भरता और तकनीकी प्रगति का प्रतीक हैं. चेनाब पुल ने कश्मीर को देश से जोड़ा, जबकि समृद्धि एक्सप्रेसवे ने महाराष्ट्र की आर्थिक रीढ़ को मजबूत किया.

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स…और पढ़ें
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स… और पढ़ें