बेंगलुरू भगदड़- RCB पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज: CM ने गिरफ्तारी के आदेश दिए; पुलिस कमिश्नर समेत 8 अफसर सस्पेंड

बेंगलुरु2 घंटे पहले
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बेंगलुरु भगदड़ मामले में सीएम सिद्धारमैया ने पुलिस को RCB और DNA इवेंट मैनेजमेंट एजेंसी के अफसरों को अरेस्ट करने का आदेश दिया है। साथ ही बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर समेत 8 अफसरों को सस्पेंड कर दिया है।
सस्पेंड किए गए अधिकारियों में पुलिस कमिश्नर के अलावा एडिशनल पुलिस कमिश्नर, कब्बन पार्क थाना प्रभारी, ACP, DCP सेंट्रल डिवीजन, क्रिकेट स्टेडियम प्रभारी, स्टेशन हाउस मास्टर, स्टेशन हाउस ऑफिसर शामिल हैं।
सीएम सिद्धारमैया ने कहा- मामले की जांच के लिए हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज माइकल डी’कुन्हा की अध्यक्षता में एक सदस्यीय जांच आयोग बनाया गया है। आयोग 30 दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।
RCB के इस कार्यक्रम के आयोजन में जो लोग जिम्मेदार थे, उन पर भी कार्रवाई होगी। इवेंट मैनेजमेंट एजेंसी DNA, KSCA के अफसरों की गिरफ्तारी होगी। कर्नाटक पुलिस ने इन पर गैर-इरादतन हत्या, स्वेच्छा से चोट पहुंचाने और सार्वजनिक उपद्रव की धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस ने कहा- इन्होंने बिना मंजूरी आयोजन कराया।
भगदड़ की 3 तस्वीरें…

भगदड़ में बेहोश बच्चे को ले जाते पुलिस वाले।

भगदड़ में घायल युवक को अस्पताल ले जाते लोग।

भगदड़ के बाद हर तरफ लोगों के जूते-चप्पल बिखरे मिले।
5 बड़े कारण, जाे जानलेवा बने…
1. गेट नं. 15 व 20 पर सर्वाधिक मौतें: स्टेडियम के गेट नंबर 15 और 20 पर सबसे ज्यादा भीड़ थी। यहीं सबसे ज्यादा लोग दबे और कुचले गए। चश्मदीदों ने बताया कि गेट खुलते ही भीड़ बेकाबू हो गई और लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। 2. मेडिकल व पुलिस इंतजाम नाकाफी: स्टेडियम में मेडिकल कमांड सेंटर था, पर वह बुधवार को चालू ही नहीं था। वहां न तो कोई डॉक्टर था, न ही पानी या प्राथमिक इलाज की सुविधा। पुलिस की संख्या भी बेहद कम थी। गेट खुलते वक्त सिर्फ 3 पुलिसकर्मी और कुछ प्राइवेट गार्ड ही थे। 3. मोबाइल जैमर व ट्रैफिक से मुश्किल: स्टेडियम के पास मोबाइल जैमर लगे थे, जिससे लोग अपने परिवार से संपर्क नहीं कर पाए। वहीं, सड़कों पर इतनी भीड़ थी कि एंबुलेंस भी मौके पर नहीं पहुंच सकीं।
4. मेट्रो पर भी असर, रिकॉर्डतोड़ भीड़: बुधवार को बेंगलुरु मेट्रो ने अब तक की सबसे ज्यादा 9.6 लाख सवारी दर्ज कीं। भीड़ को देखते हुए शाम 4:30 बजे से कब्बन पार्क और विधानसभा मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए। टिकट वेंडिंग मशीनें भी बंद कर दी गईं। इससे भीड़ बेकाबू हो गई। 5. पुलिस वीवीआईपी सुरक्षा में व्यस्त: जब स्टेडियम में भीड़ बढ़ रही थी, तक पुलिस विधानसभा के सरकारी कार्यक्रम में वीवीआईपी सुरक्षा में व्यस्त थी। कार्यक्रम स्टेडियम से 1 किमी ही दूर था, पर पुलिस ने भीड़ नियंत्रण की अनदेखी की।
मामला हाईकोर्ट पहुंचा, अगली सुनवाई 10 जून को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़ के मामले में कर्नाटक हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए कर्नाटक सरकार से 10 जून तक विस्तृत स्टेटस रिपोर्ट देने को कहा है। सरकार ने गुरुवार को हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट सौंपी। इसमें बताया कि केस की जांच अब CID करेगी और SIT (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) भी बनाई जाएगी।
FIR में कहा गया है कि भगदड़ की घटना अव्यवस्था और जिम्मेदार एजेंसियों की लापरवाही की वजह से हुई। उधर, इस मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। एक्टिंग चीफ जस्टिस वी कामेश्वर राव और जस्टिस सी एम जोशी बेंच ने राज्य सरकार को हादसे पर स्टेटस रिपोर्ट पेश करने को कहा है। अब अगली सुनवाई 10 जून को होगी।
वहीं, याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट से कहा, ‘राज्य सरकार को यह बताना चाहिए कि आरसीबी के खिलाड़ियों को सम्मानित करने का फैसला किसने लिया है। जो खिलाड़ी देश के लिए नहीं खेलते, उन्हें सम्मानित करने की क्या मजबूरी थी।’
ग्राफिक में जानिए बेंगलुरु भगदड़ की पूरी टाइमलाइन…




