बिहार में पुलों के बाद सड़क की बारी, पूर्णिया में बारिश के पानी में बह गया अप्रोच पथ

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बिहार में धड़ाधड़ गिर रहे पुलों के बाद अब अप्रोच पथ टूटने लगे हैं। ताजा मामला पूर्णिया जिले का है। यहां एक हाई लेवल ब्रिज से जुड़ा अप्रोच रोड बारिश के पानी में बह गया। इससे 10 हजार से ज्यादा की आबादी प्रभावित हुई है। ठीक एक साल पहले भी यहां पर अप्रोच रोड ध्वस्त हो गया था। स्थानीय लोगों ने निर्माण कार्य में अनियमितता का आरोप लगाया है। हालांकि, सरकारी इंजीनियरों ने कहा कि दो नदियों में अचानक तेज बहाव आने से सड़क ध्वस्त हुई।
जानकारी के मुताबिक पूर्णिया जिले के अमौर प्रखंड के रंगरैया लालटोली हाट से बालू टोल तक मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत दो साल पहले दास नदी पर 69.91 मीटर लंबा ब्रिज बनाया गया था। इसके साथ यहां अप्रोच पथ भी बनाया गया था। पिछले साल 12 जुलाई को अप्रोच पथ बारिश के पानी में बह गया था। बाद में इसे फिर से बनाया गया जो इस साल बीते गुरुवार को तेज बहाव में ध्वस्त हो गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि वे हर बार अप्रोच पथ और पुलों के निर्माण में अनियमितता को लेकर सवाल उठाते रहे हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से उनकी शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया गया। वहीं, ग्रामीण कार्य विभाग के जूनियर इंजीनियर हरिशंकर ने हिन्दुस्तान टाइम्स से फोन पर बातचीत में कहा कि दो नदियों का पानी अचानक एक साथ आ जाने से पुल के नीचे बहाव तेज हो गया, जिससे अप्रोच पथ बह गया। उन्होंने कहा कि यह पुल दास नदी पर बनाया गया है, लेकिन कंकाई नदी का पानी भी इसमें मिला दिया गया। इस कारण नदी में बहाव बहुत तेज हो गया और अप्रोच रोड उसे झेल नहीं पाया।
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उन्होंने स्थानीय लोगों द्वारा निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। जेई ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सब कुछ आपके हाथ में नहीं होता है। बता दें कि बिहार में बीते तीन सप्ताह के भीतर 13 पुल ढह गए। नीतीश सरकार ने इस पर कार्रवाई करते हुए संबंधित जिलों में तैनात 15 इंजीनियरों को निलंबित किया। इसके अलावा राज्यभर में पुराने पुलों का सर्वे कराकर उनकी मरम्मत का काम भी किया जा रहा है।