बिहार के युवराज में अहंकार नहीं होता तो 25 सीटें जीतते, पप्पू यादव का तेजस्वी यादव पर निशाना

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लोकसभा चुनाव 2024 में बिहार में महागठबंधन को एनडीए से मिली हार का ठीकरा पप्पू यादव ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव पर फोड़ा है। पप्पू यादव ने तेजस्वी का नाम लिए बिना कहा कि बिहार के युवराज के भीतर अगर अंहकार नहीं होता तो महागठबंधन 25 सीटें जीतता। अहंकार के कारण बिहार की दुर्गति हो गई। उन्होंने पूर्व डिप्टी सीएम को यह भी नसीहत दी है कि वे मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं, तो दिल बड़ा करना होगा।
पूर्णिया से निर्दलीय सांसद चुने गए पप्पू यादव ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि एक व्यक्ति के चलते महागठबंधन अररिया, सुपौल, मधेपुरा, दरभंगा, मधुबनी जैसी सभी सीटें हार गया। सीतामढ़ी और शिवहर लोकसभा हारने का भी कोई मतलब नहीं होता था। सीवान में भी यही किया गया। बेगूसराय में अगर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार को लड़ाया जाता तो अलग परिस्थिति होती। बिहार और दिल्ली के कारण राहुल गांधी पीएम नहीं बन पाए।
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पप्पू यादव ने कहा कि काराकाट में पवन सिंह नहीं होते तो राजपूत एकजुट नहीं हो पाते और कुशवाहा वोट डायवर्ट नहीं होते। कुशवाहा वोटों की बदौलत ही महागठबंधन ने आसपास की सीटें जीती। बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले पप्पू यादव ने अपनी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया था। उन्हें पूर्णिया से कांग्रेस का टिकट मिलने की उम्मीद थी। मगर आरजेडी ने यह सीट अपने खाते में ले ली। इसके बाद नाराज पप्पू यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और पूर्णिया से जीत दर्ज की। उन्होंने पूर्णिया में जेडीयू के संतोष कुशवाहा को हराया। यहां से आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ीं बीमा भारती तीसरे नंबर पर रहीं।