बिहार के दरभंगा में आसमानी आफत ने ली बुजुर्ग की जान, वज्रपात की चपेट में आकर हुई मौत

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बिहार में मॉनसून की बारिश शुरू हो गई है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार राज्य के 14 जिलों में मॉनसून पहुंच चुका है। बारिश के साथ मेघ गर्जन और वज्रपात की घटनाएं भी हो रही हैं। इस बीच दरभंगा के बिरौल थाना क्षेत्र के अकबरपुर बेक गांव में बारिश के दौरान वज्रपात की चपेट में आने से एक बुजुर्ग की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी। मृतक की पहचान गांव के ही वार्ड सदस्य संतोष आचार्य के 68 वर्षीय पिता कमलेश आचार्य के रूप में हुई है। घटना शुक्रवार को हुई जब बुजुर्ग अपने खेती किसानी के काम में लगे थे।
परिजनों ने बताया कि रोज की तरह कमलेश सुबह करीब चार बजे भैंस चराने गांव से बाहर सपहा चौर गये थे। इसी दौरान तेज बारिश होने लगी। भैंस चरा रहे सभी लोग एक जगह पर बैठे हुए थे कि आकाशीय बिजली छिटकने लगी। सभी लोग अपनी भैंस को लेकर घर की ओर चलने लगे कि अचानक कमलेश के सिर पर वज्रपात हो गया और उन्होंने छटपटाकर वहीं पर दम तोड़ दिया। साथ में मवेशी चरा रहे शंभू झा एवं श्रीपति झा ने इसकी सूचना घर पर पहुंचकर परिजनों को दी। सूचना मिलते ही सभी लोग सपहा चौर की ओर दौड़े। गांव में इस हृदयविदारक घटना से कोहराम मच गया। मुखिया विश्वंभर पासवान ने इसकी सूचना सीओ देखकर मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग की। सूचना मिलते ही सीओ आदित्य शंकर एवं पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर सभी कागजी प्रक्रिया पूरी कर लाश को पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया। सीओ ने बताया कि आपदा मद से आश्रितों को चार लाख रुपये का मुआवजा देने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को अनुग्रह राशि दे दी जाएगी।
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ग्रामीण व पैक्स अध्यक्ष दिलीप आचार्य ने बताया कि मृतक के दोनों भाई सुरेश आचार्य एवं दिनेश आचार्य एवं उसकी पत्नी तीर्थयात्रा पर गए हुए हैं। उसके बड़े बेटे अशोक आचार्य अपने पूरे परिवार के साथ दिल्ली में रह रहा है। परिजनों को घटना की जानकारी दी गई है। सभी लोग ट्रेन पकड़कर गांव के लिए रवाना हो गए हैं। उधर, इस घटना से गांव में शोक की लहर फैल गयी है।