बालाकोट टू बहावलपुर, भारत ने कैसे बदल डाली ‘रेड लाइन’? पढ़ें Inside Story

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Pakistan News in Hindi: ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की सैन्य रणनीति में ऐतिहासिक मोड़ लाया. 2019 में बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद 2025 में पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तानी आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. भारत …और पढ़ें

पाकिस्तान को उसी की भाषा में दिया जाएगा जवाब. (File Photo)
हाइलाइट्स
- भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तानी आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया.
- पहलगाम हमले के बाद भारत ने बहावलपुर और मुरिदके पर हमला किया.
- पीएम मोदी ने कहा, अब भारत हर आतंकी हमले का जवाब देगा.
नई दिल्ली. पुलवामा में पाकिस्तान की धरती से प्रायोजित आतंकी हमला हुआ तो भारत ने इसका जवाब बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक के माध्यम से दिया. इसके छह साल बाद अब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में जब आतंकियों ने टूरिस्ट को निशाना बनाया तो इस बार सेना और सरकार के सब्र के सभी बांध टूट गए. धर्म पूछकर एक एक हिन्दू-पुरष पर गोली दागी गई. 22 अप्रैल को हुई इस वारदात के बाद भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की. पहले बहावलपुर और मुरिदके जैसे 9 आतंकी ठिकानों को इंडियन एयरफोर्स ने नष्ट कर दिया. जब पाकिस्तान ने जवाबी एक्शन लिया तो भारत ने पड़ोसी देश में घुसकर 11 सैन्य अड्डों को भी तबाह कर दिया. बालाकोट से बहावलपुर तक पाकिस्तान को लेकर भारतीय सेना के काम करने के तरीके में अब बड़ा अंतर आया है. भारत ने दिखा दिया है कि अब जब भी बात पाकिस्तान प्रायोजित आतंक की होगी तो इसपर मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.
बालाकोट से सिंदूर तक: बदलाव की कहानी
2016 में उरी हमले के बाद भारत ने सीमापार सर्जिकल स्ट्राइक कर दुनिया को दिखाया कि अब वह चुप नहीं रहेगा. 2019 में पुलवामा के बाद बालाकोट एयरस्ट्राइक ने भारत की सैन्य क्षमता और साहस दोनों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर रख दिया. पाकिस्तान बार-बार भारत को ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेल’ करने का प्रयास करता था. बालाकोट में भारत ने पहली बार वायुसेना का इस्तेमाल किया, लेकिन वह हमला पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर तक सीमित रहा.
ऑपरेशन सिंदूर: जब ‘रेड लाइन’ नहीं रही
ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने न केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया बल्कि पहली बार बहावलपुर और मुरिदके जैसे उन ठिकानों को भी टारगेट किया जिन्हें पहले ‘रेड लाइन’ माना जाता था. भारत ने स्कैल्प मिसाइल, ड्रोन और स्टैंड-ऑफ वेपन्स का इस्तेमाल कर पाकिस्तानी सरजमीं पर कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया. इस हमले की खास बात यह रही कि भारत ने पहले से रिकॉर्ड किए गए वीडियो फुटेज जारी कर दुनिया को दिखाया कि हमला सटीक और असरदार रहा. इससे पाकिस्तान के पास इंकार करने का विकल्प नहीं बचा और उसे जवाब देना पड़ा, जिससे चार दिन तक चला सशस्त्र संघर्ष हुआ. फिर भी भारत ने स्पष्ट किया कि यह लड़ाई सिर्फ आतंकियों के खिलाफ है, न कि पाकिस्तानी सेना के खिलाफ.
मोदी का संदेश: ‘अब की बार एक्शन होगा’
12 मई को पीएम मोदी ने एक जनसभा में स्पष्ट कर दिया कि अब भारत सिर्फ धमकी नहीं देगा, सीधे कार्रवाई करेगा. उन्होंने कहा कि भारत अब हर आतंकी हमले का जवाब देगा और आतंकियों के साथ उनके सहयोगियों को भी निशाना बनाएगा. मोदी का यह बयान भारत की विदेश नीति और सैन्य दृष्टिकोण में आए मूलभूत बदलाव को दर्शाता है.
‘नया नॉर्मल’ बन गया सिंदूर
ऑपरेशन सिंदूर ने स्पष्ट कर दिया कि भारत अब किसी भी ‘रेड लाइन’ से नहीं डरता. परमाणु धमकियों, अंतरराष्ट्रीय दबाव और सैन्य जोखिमों के बावजूद भारत अब आतंक के खिलाफ सीधी और निर्णायक कार्रवाई करने को तैयार है. यह सिर्फ जवाबी हमला नहीं बल्कि भारत की सैन्य रणनीति में एक ऐतिहासिक मोड़ है. एक ऐसा मोड़, जिसे आने वाले दशक तक पूरी दुनिया याद रखेगी.

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें