बांग्लादेश को अमेरिका के हाथों बेच रहे मोहम्मद यूनुस, शेख हसीना का बड़ा हमला

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Bangladesh News: शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस पर उग्रवादियों के समर्थन से शासन करने और बांग्लादेश को अमेरिका के हाथों बेचने का आरोप लगाया. उन्होंने अवामी लीग पर प्रतिबंध को असंवैधानिक बताया.

शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस पर निशाना साधा है. (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
- शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस पर उग्रवादियों के समर्थन का आरोप लगाया.
- हसीना ने यूनुस पर बांग्लादेश को अमेरिका के हाथों बेचने का आरोप लगाया.
- अवामी लीग पर प्रतिबंध को शेख हसीना ने असंवैधानिक बताया.
नई दिल्ली. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस पर बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना ने रविवार को बड़ा हमला बोला और कहा कि वो उग्रवादी ग्रुप के समर्थन से सरकार चला रहे हैं. अवामी लीग पर प्रतिबंध लगाने के लिए यूनुस सरकार को घेरते हुए शेख हसीना ने कहा कि वह बांग्लादेश को अमेरिका के हाथों बेच रहे हैं.
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस पर नया हमला उन रिपोर्टों के बाद किया है, जिसमें कहा गया है कि यूनुस ने दिसंबर में आम चुनाव कराने के लिए सेना द्वारा आह्वान किए जाने के बाद इस्तीफा देने की धमकी दी है. शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस पर उग्रवादी समूहों के समर्थन से शासन करने का आरोप और अवामी लीग पर प्रतिबंध को असंवैधानिक बताया.
सख्त फेसबुक ऑडियो पोस्ट में हसीना ने अपने पिता और बांग्लादेश के संस्थापक नेता शेख मुजीबुर रहमान की याद को ताजा करते हुए दावा किया कि सेंट मार्टिन द्वीप को अमेरिका को सौंपने से इनकार करने पर उनकी हत्या कर दी गई थी.
‘बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख बने रहेंगे यूनुस’
वहीं, मोहम्मद यूनुस के मंत्रिमंडल के एक सलाहकार ने 24 मई को बताया कि यूनुस बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख बने रहेंगे. दो दिन पहले यूनुस के एक प्रमुख सहयोगी ने कहा था कि वह इस्तीफा देने पर विचार कर रहे हैं.
सलाहकार परिषद की एक गैर-निर्धारित बैठक के बाद योजना सलाहकार वहीदुद्दीन महमूद ने संवाददाताओं से कहा, “उन्होंने (यूनुस) यह नहीं कहा था कि वह पद छोड़ देंगे. उन्होंने कहा था कि हमें सौंपे गए काम और जिम्मेदारियों को पूरा करने में कई बाधाएं आ रही हैं, लेकिन हम उन पर काबू पा रहे हैं.”
महमूद ने कहा, “वह (यूनुस) निश्चित रूप से (पद पर) बने रहेंगे.” उन्होंने कहा कि सभी सलाहकार अपने पद पर बने रहेंगे क्योंकि “हमें सौंपी गई जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है; हम इस कर्तव्य से पीछे नहीं हट सकते.”
इससे दो दिन पहले 22 मई को यूनुस ने छात्रों के नेतृत्व वाली नेशनल सिटीजन पार्टी (एनसीपी) के नेताओं से कहा था कि वह इस्तीफा देने पर विचार कर रहे हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि “मौजूदा स्थिति में वह काम नहीं कर सकते. उन्होंने बदलाव को लेकर राजनीतिक दलों के बीच आम सहमति न बन पाने के कारण काम करने में आ रहीं परेशानियों का हवाला दिया था.
अचानक बुलाई गई और बंद कमरे में हुई बैठक में 19 सलाहकार शामिल हुए. यह बैठक ढाका के शेर-ए-बांग्ला नगर क्षेत्र में राष्ट्रीय आर्थिक परिषद (ईसीएनईसी) की कार्यकारी समिति की निर्धारित बैठक के बाद बुलायी गई थी.
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h…और पढ़ें
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