फरीदाबाद में बिल्डर और ठेकेदार के खिलाफ FIR: स्टेशन पर मिट्टी ढहने का मामला, 2 महिलाओं की हुई थी मौत – Ballabgarh News

फरीदाबाद ओल्ड रेलवे स्टेशन पर चल रही खुदाई का दृश्य।
फरीदाबाद जिले के ओल्ड रेलवे स्टेशन पर निर्माण कार्य के दौरान मिट्टी ढहने की दर्दनाक घटना में दो महिला श्रमिकों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य श्रमिक घायल हो गए। मृतकों की पहचान बिहार की नमिता और पश्चिम बंगाल की नंदिता उर्फ मोनी के रूप में हुई है। घायल गो
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जेसीबी मशीन से चल रही थी खुदाई
घटना शुक्रवार सुबह लगभग 11:45 बजे की है, जब स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक के पास निर्माण कार्य के लिए जेसीबी मशीन से करीब 12-15 फीट गहरी खुदाई की जा रही थी। खुदाई के बाद श्रमिक नविता, नंदिता, काजल और गोविंद फाउंडेशन की जमीन को समतल करने के लिए कार्य कर रहे थे। काम के बाद चारों श्रमिक पास ही बने गड्ढे के किनारे छांव में बैठे थे कि अचानक मिट्टी भरभराकर गिर पड़ी, जिससे चारों नीचे दब गए।

फरीदाबाद रेलवे स्टेशन।
दो घायल महिलाओं का इलाज जारी
वहीं मौजूद अन्य कर्मचारियों और लोगों की मदद से चारों को मिट्टी से बाहर निकाला गया और अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन तब तक नंदिता और नमिता की मौत हो चुकी थी। घायल श्रमिकों काजल और गोविंद का इलाज जारी है। दो अन्य घायल श्रमिकों को दिल्ली के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
बिल्डर और ठेकेदारों को पहले चेताया था
घायल श्रमिक गोविंद ने जीआरपी को दी शिकायत में बताया कि वह पिछले दो महीनों से दीपक बिल्डर्स के निर्माण कार्य में नसीम ठेकेदार के तहत कार्यरत हैं। मृतक नंदिता भी उसी ठेकेदार के अंतर्गत काम कर रही थी, जबकि काजल और नमिता अरुण ठेकेदार की लेबर थी। गोविंद का आरोप है कि उन्होंने और अन्य श्रमिकों ने मिट्टी खिसकने की आशंका को लेकर दीपक बिल्डर्स और ठेकेदारों को पहले ही चेताया था।
प्रबंधन ने उनकी बात को नजरअंदाज करते हुए मिट्टी उठाने का निर्देश दे दिया।
जीआरपी ने जांच की शुरू
वहीं गोविंद ने आरोप लगाया है कि नसीम ठेकेदार का मुंशी रजीकुल, अरुण कुमार यादव और दीपक बिल्डर्स का प्रबंधन हादसे के लिए जिम्मेदार है। उनकी लापरवाही के कारण दो निर्दोष श्रमिकों की जान चली गई। जीआरपी थाना प्रभारी राजपाल ने बताया कि शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है।
पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंपे शव
उन्होंने कहा कि जिस किसी की भी लापरवाही सामने आएगी, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शनिवार को मृतक महिलाओं के शवों का पोस्टमॉर्टम करवाकर उन्हें उनके परिजनों को सौंप दिया गया। नमिता का शव बिहार और नंदिता का शव पश्चिम बंगाल भेजा गया है, जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा। घटना निर्माण स्थलों पर श्रमिकों की सुरक्षा के प्रति घोर लापरवाही को उजागर करती है।