‘पैसों की अघाई नहीं…’ रिश्वत के लिए बेचैन रहता था ACB में पोस्टेड ASP सुरेंद्र शर्मा, कैसे हुआ ट्रैप? सनसनीखेज खुलासे – ASP Surendra Sharma who arrested by Rajasthan ACB used to took Bribe from officers through pimps how agency caught him Explained

Last Updated:
Sawai Madhopur News : सवाई माधोपुर जिले में एसीबी में तैनात एएसपी सुरेन्द्र कुमार शर्मा की गिरफ्तारी के बाद कई सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं. एसीबी की ओर से दर्ज एफआईआर में सामने आया कि एएसपी सुरेंद्र शर्मा रिश्वत…और पढ़ें

राजस्थान में एसीबी में तैनात एएसपी सुरेन्द्र शर्मा की गिरफ्तारी के बाद सनसनीखेज खुलासे
हाइलाइट्स
- एएसपी सुरेंद्र शर्मा रिश्वत को लेकर बेचैन रहता था.
- एसीबी ने सुरेंद्र शर्मा को ट्रैप कर गिरफ्तार किया.
- सुरेंद्र शर्मा दलालों के जरिये अवैध वसूली करता था.
सवाई माधोपुर. सवाई माधोपुर जिले में एसीबी में तैनात एएसपी सुरेन्द्र कुमार शर्मा की गिरफ्तारी के बाद चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. एसीबी को अवैध बजरी खनन में दलालों के जरिये अवैध वसूली के सबूत मिले हैं. तमाम बातों के सनसनीखेज खुलासे एसीबी की ओर से दर्ज की गई एफआईआर में सामने आए हैं. ‘साहब नाराज हैं’ इस बात खी धमकी दलाल देते थे. संबंधित अधिकारी किसी भी तरह की कार्रवाई से बचने के लिए मंथली मोटी रकम चुकाते थे. एएसपी सुरेन्द्र कुमार शर्मा अपने क्षेत्र सवाई माधोपुर में किस तरह से जाल फैला कर करता था अधिकारियों से मासिक उगाही करता था, इसका खुलासा एफआईआर में किया गया है. एसीबी के अधिकारियों का कहना है कि सुरेंद्र शर्मा की कॉल रिकॉर्डिंग भी खंगाली गई है.
एसीबी डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि आरोपी एएसपी सुरेंद्र कुमार शर्मा के खिलाफ शिकायतें मिलीं तो उन्हें 6 मई को सवाईमाधोपुर से हटाकर एसीबी हेडक्वार्टर में लगाया गया था. ट्रांसफरे होने के बावजूद वह एएसपी हेडक्वार्टर में बैठकर दलालों के जरिये अवैध वसूली कर रहे थे.
पहले यह जान लेते हैं कि एएसपी सुरेंद्र कुमार शर्मा को एसीबी ने कैसे ट्रैप किया. दरअसल, हुआं यूं कि एएसपी सुरेंद्र शर्मा के पास एसीबी मुख्यालय का कार्यभार था. वहां पर होने वाली मीटिंग की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी उसी की थी. कार्रवाई से अनजान सुरेंद्र शर्मा से कहा गया था कि दो अर्जेंट मीटिंग हैं. एसीबी की एक टीम उस पर नजर रखे हुए थी कि वह हेडक्वार्टर से बाहर न जा पाए. अचानक उसे चैंबर में बुलाया गया और फोन छीन लिया गया.
दो दलालों के जरिये करते थे वसूली
एफआईआर में बताया गया है कि एएसपी सुरेन्द्र कुमार शर्मा अपने दो दलाल प्रदीप उर्फ बंटी पारीक और रामराज मीणा के जरिए अधिकारियों से अवैध वसूली करते थे. उगाई का सलसिला 10 जून 2023 को एसएचओ भरत सिंह ने अपने रोजनामचे में एक रपट डाला. रोजनामचे में लिखा, ‘भरतपुर निवासी रमेश सिनसिनवार नाम का दलाल थाने आया. बोलो कि एएसपी सुरेन्द्र शर्मा से आपके संबंध में बातचीत हुई थी. उन्होंने कहा कि आज शाम तक एक लाख रुपये मुझे पहुचा देवें अन्यथा थाना छोड़कर चले जाएं. आपसे एएसपी सहाव बहुत नाराज हैं. वो आपको या आपके थाने के किसी आदमी को किसी मामले में लपेट देगें. मै बाटोडा थानाधिकारी रामकेश के पास दो बार गया था. उससे कहा था कि एडिशनल सहाब से मिल लेना लेकिन मिलने नहीं गया तो उसे ट्रैप करवा दिया. मैने कई सेटलमैंट साहब से करवाए है. मेरा उनसे व्यक्तिगत संबंध है. आपकी इच्छा हो तो मै खुद आपको ले जाकर मिलवा दूंगा. काम होने के बाद आपको कोई टेंशन नहीं देगा.’
एएसपी सुरेन्द्र कुमार शर्मा और दलालों के बीच होती थीं ऐसी बातें
9 जनवरी 2025 को हुई बातचीत के प्रमुख अंश :
एएसपी सुरेन्द्र : जयपुर जाना है, मेरा सामान तो लाओ.
दलाल प्रदीप : डीटीओ था ही कहां?
एएसपी : आज तो आएगा
दलाल : हां
एएसपी : आज ले आओ, हर चीज की समाई है, लेकिन पैसों की नहीं है. कल जल्दी जाऊंगा दिन में. धमाका न करें, सर्जिकल स्ट्राईक कर देंगे.
एडिशनल एसपी के बाद एसीबी का ही इंस्पेक्टर भी गिरफ्तार
एडिशनल एसपी सुरेंद्र शर्मा के बाद इंस्पेक्टर विवेक सोनी को भी बुधवार देर रात एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया है. एसीबी की गिरफ्त में आया पुलिस इंस्पेक्टर विवेक सोनी सवाई माधोपुर में ही एडिशनल एसपी सुरेंद्र कुमार शर्मा के साथ एसीबी में पोस्टेड था. एसीबी के डीआईजी राजेश सिंह ने बताया कि लगातार मिल रही शिकायतों के बाद पुलिस इंस्पेक्टर विवेक सोनी को पिछले साल ही एसीबी सवाई माधोपुर से तबादला कर मूल विभाग में भेजा गया था. वह दलाल प्रदीप पारीक उर्फ बंटी के माध्यम से ट्रांसपोर्ट विभाग के अफसरों-कर्मियों से करीब 25 से 30 हजार रुपये की मासिक बंधी वसूल कर रहा था.

An accomplished digital content creator and Planner. Creating enhanced news content for online and social media. Having more than 10 years experience in the field of Journalism. Done Master of Journalism from M…और पढ़ें
An accomplished digital content creator and Planner. Creating enhanced news content for online and social media. Having more than 10 years experience in the field of Journalism. Done Master of Journalism from M… और पढ़ें