Published On: Thu, Aug 15th, 2024

पूर्णिया में आधी रात मना आजादी का जश्न: 12ः01 मिनट पर फहराया तिरंगा, रिमझिम बारिश के बीच झंडा चौक पर जुटे हजारों लोग – Purnia News


आजादी का जश्न मनाने के लिए एक तरफ जहां पूरा देश 15 अगस्त की सुबह का इंतजार करता रहा। वहीं, पूर्णिया के सहायक खजांची थाना क्षेत्र के भट्टा बाजार स्थित झंडा चौक पर रिमझिम बारिश के बीच 12:01 मिनट पर तिरंगा फहराया गया।

.

सन 1947 से चली आ रही परंपरा को कायम रखते हुए स्वतंत्रता सेनानी रामेश्वर प्रसाद सिंह के पोते विपुल प्रसाद सिंह ने ऐतिहासिक झंडा चौक पर ध्वजारोहण किया। राष्ट्रगान के बीच लोगों ने तिरंगे को सलामी दी। भारत माता की जय, वंदे मातरम के जयघोष से पूरा इलाका गूंजता रहा। निर्दलीय सांसद पप्पू यादव, सदर विधायक विजय खेमका भी मौजूद रहे।

पूर्णिया के झंडा चौक पर रात में झंडा फहराया गया।

पूर्णिया के झंडा चौक पर रात में झंडा फहराया गया।

दूर-दूर झंडा चौक पर आए लोग

वहीं, स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर झंडा चौक दुल्हन की तरह सजा नजर आया। लोगों का जोश और उत्साह देखते ही बन रहा था। खास मौके पर दूर-दूर से लोग झंडा चौक पर इकट्ठा हुए। एक दूसरे को जलेबी खिलाकर लोगों ने आजादी का जश्न मनाया और स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी।

स्वतंत्रता सेनानी के पोते विपुल प्रसाद सिंह ने तिरंगा फहराया।

स्वतंत्रता सेनानी के पोते विपुल प्रसाद सिंह ने तिरंगा फहराया।

हजारों लोग ऐतिहासिक झंडा चौक पर जमे रहे

उत्सव की शुरुआत देशभक्ति गीतों पर प्रस्तुति देकर की। जिसके बाद सन 1947 से चली आ रही परंपरा को बरकरार रखते हुए स्वतंत्रता सेनानी रामेश्वर प्रसाद सिंह के पोते विपुल प्रसाद सिंह ने ठीक 12:01 पर झंडा फहराया। राष्ट्रगान के बीच लोगों ने तिरंगे को सलामी दी। इस दौरान हजारों लोग ऐतिहासिक झंडा चौक पर जमे रहे। इस खास मौके पर पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव, सदर विधायक विजय खेमका, समाजसेवी दिलीप कुमार दीपक, फ्लैग मैन अनिल कुमार चौधरी, युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष शेख सद्दाम समेत कई लोग मौजूद रहे।

रिमझिम बारिश के बावजूद हजारों लोग समारोह में शामिल होने पहुंचे।

रिमझिम बारिश के बावजूद हजारों लोग समारोह में शामिल होने पहुंचे।

रेडियो पर भारत के आजादी की घोषणा हुई थी

ध्वजारोहण के बाद स्वतंत्रता सेनानी रामेश्वर प्रसाद सिंह के पोते विपुल प्रसाद सिंह ने कहा 1947 में 12 बजकर 1 मिनट पर रेडियो पर भारत के आजादी की घोषणा हुई थी। जिसके ठीक बाद ही पूर्णिया के स्वतंत्रता सेनानी व उनके दादा रामेश्वर सिंह, रामरतन साह और शमशुल हक के साथ मिलकर आधी रात को ही झंडा चौक पर तिरंगा फहराया दिया। इसके बाद से ही पूर्णिया के भट्ठा बाजार में झंडा चौक पर झंडा फहराने की परंपरा चली आ रही है। पिछले कुछ सालों से वे खुद झंडा फहरा रहे हैं।

निर्दलीय सांसद पप्पू यादव और सदर विधायक विजय खेमका भी ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे।

निर्दलीय सांसद पप्पू यादव और सदर विधायक विजय खेमका भी ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे।

बाघा बॉर्डर के बाद सबसे पहले पूर्णिया में मनाया जाता जश्न

मौके पर मौजूद विधायक विजय खेमका ने कहा कि पूर्णिया वासियों के लिए ये गर्व की बात है कि वे उस ऐतिहासिक जिले के निवासी हैं। जहां बाघा बॉर्डर के बाद सबसे पहले आजादी का जश्न मनाया जाता है। हर वर्ष इस खास पल का साक्षी बनने का मौका मिलता है। यह परंपरा 14 अगस्त 1947 से चल रही है। इसे बरकरार रखते हुए 14 अगस्त की मध्य रात्रि में ठीक 12:01 पर ध्वजारोहण किया जाता है।

समारोह को राजकीय दर्जा देने की मांग

युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष शेख सद्दाम ने कहा कि देश में बाघा बॉर्डर के बाद पूर्णिया का झंडा चौक ऐसी एक मात्र स्थान है, जहां 14 अगस्त की मध्य रात को ही तिरंगा फहराया जाता है। उनकी मांग है कि बिहार सरकार पूर्णिया वासियों की चीर परिचित मांग पूरी करते हुए समारोह को राजकीय दर्जा दे।

वहीं, फ्लैग मैन अनिल चौधरी ने बताया कि ये मौका सभी पूर्णिया वासियों के लिए बेहद खास होता है। लोग कहीं बाहर भी रहते हैं, तो छुट्टी लेकर 14 अगस्त की रात ध्वजारोहण देखने आते हैं।

.



Source link

About the Author

-

Leave a comment

XHTML: You can use these html tags: <a href="" title=""> <abbr title=""> <acronym title=""> <b> <blockquote cite=""> <cite> <code> <del datetime=""> <em> <i> <q cite=""> <s> <strike> <strong>