पुलिस पर पिटाई का आरोप, पांचवे दिन बंद रहा बाजार: औरंगाबाद में ग्रामीणों से मिले पूर्व सांसद, कहा- कार्रवाई के नाम पर हुआ अमानवीय व्यवहार – Aurangabad (Bihar) News

औरंगाबाद में माली थाना की पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला किया। सादे लिबास में घर में घुसने पर एसआई और चौकीदार को बंधक बनाकर उनकी पिटाई कर दी गई । हालांकि, ग्रामीणों ने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया है। घटना के बाद गुरुवार की सुबह से ही चरण बाजार बंद को बं
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बाजार सैकड़ों गांवों का व्यापारिक केंद्र है। शादी-ब्याह से लेकर रोजमर्रा की जरूरतों तक का सामान यहीं से खरीदा जाता है। बाजार बंद होने से आसपास के गांवों को भारी परेशानी हो रही है। लेकिन अब तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी गांव नहीं पहुंचा। न ही किसी ने आकर लोगों से बात की।
आज पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह ने चरण बाजार में ग्रामीण से मुलाकात किया। उन्होंने ग्रामीणों से मिलकर घटनाक्रम की पूरी जानकारी ली। कई घरों के अंदर जाकर तोड़फोड़ का जायजा लिया। उसके बाद उन्होंने कहा कि पुलिस ने कार्रवाई के नाम पर ज्यादती की है।
कई घरों का दरवाजा तोड़कर पुलिस घरों में घुस गई। घर में सो रहे लोगों की पिटाई की गई। डेढ़ साल के बच्चे से लेकर 80 साल के बुजुर्ग तक को नहीं बख्शा गया। महिलाओं, बच्चियों और पुरुषों के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। कई घरों में बिना अनुमति घुसकर तलाशी ली गई।

पुलिस ने बाजार में लगे कैमरे तोड़े
अलमारी, टीवी, मोबाइल और नकदी तक उठा ले गए। पुलिस की कार्रवाई इतनी उग्र थी कि बाजार में लगे सीसीटीवी कैमरे तक तोड़ दिए गए। कैमरे का हार्ड डिक्स भी उठा ले गए। लोगों का आरोप है कि पुलिस ने साक्ष्य मिटाने जैसा काम किया। जिस कैमरे से अपराध की जांच होती है, उसे ही पुलिस ने नष्ट कर दिया। गांव वालों का कहना है कि पुलिस ने गुंडों जैसा बर्ताव किया।
पूर्व सांसद में कहा कि अगर पूरा गांव शराब के धंधे में लिप्त है, तो यह पुलिस और आबकारी विभाग की विफलता है। लेकिन यहां तो एक व्यक्ति के कारण पूरे गांव को सजा दी गई। वह व्यक्ति अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। जो पकड़े गए हैं, उनमें कई बुजुर्ग और निर्दोष लोग हैं।

बिहार में शराबबंदी है। अगर पुलिस ईमानदार हो और सरकार की नीति को लागू करना चाहे, तो एक बूंद शराब नहीं बिकेगी। लेकिन यहां पुलिस की मिलीभगत से ही शराब बिक रही है। बिना पुलिस की सहमति के शराब का धंधा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि यह सरकार को बदनाम करने की साजिश है। पुलिस गैस कटर, सीढ़ी व हथोड़ा लेकर आई थी, जैसे किसी आतंकवादी को पकड़ने आई हो।