पश्चिम बंगाल में 135kmph की रफ्तार से रेमल का लैंडफॉल: समुद्र में ऊंची लहरें उठीं, पेड़-खंबे उखड़े, मकान ढहे; सुंदरवन में एक व्यक्ति घायल हुआ

कोलकाता12 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

तूफान रेमल के असर से पूर्वी मेदिनीपुर जिले के मंदारमणि और दीघा इलाके में मौसम बदल गया है।
रेमल तूफान का पश्चिम बंगाल के तटीय इलाके कैनिंग में लैंडफॉल हुआ। पश्चिम बंगाल के सागर आईलैंड और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच 135kmph की रफ्तार से हवाएं चलीं। साथ ही तेज बारिश हुई।
तूफान के कारण पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में भारी तबाही हुई है। कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए, घर ढह गए, बिजली के खंभे भी उखड़ गए। साथ ही सुंदरवन के गोसाबा इलाके में मलबे की चपेट में आने से एक व्यक्ति घायल हुआ।
रविवार रात 8.30 बजे बांग्लादेश के मोंगला के दक्षिण-पश्चिम के पास सागर आईलैंड (पश्चिम बंगाल) और खेपुपारा (बांग्लादेश) के बीच पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के नजदीकी तटों पर लैंडफॉल शुरू हुआ था। जो 4 घंटे से ज्यादा जारी रहा।

तूफान आने से पहले बंगाल के तटीय इलाकों से करीब 1.10 लाख लोगों को शेल्टर सुरक्षित जगहों पर भेजा गया था। इसमें सबसे ज्यादा लोग साउथ 24 परगना जिले से हैं। स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट और NDRF की 16-16 टीमों को तटीय इलाकों में तैनात हैं।
वहीं, पश्चिम बंगाल के कोलकाता, नॉर्थ 24 परगना सहित अन्य शहरों में तूफान के कारण तेज बारिश और आंधी रही। इसके कारण कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए, जिससे कारण रास्ता ब्लॉक हुआ।
रेस्क्यू में तैनात म्यूनिसिपल की टीम, पुलिस की डिजास्टर मैनेजमेंट टीम, NDRF ने तत्काल पेड़ों को काटा और रास्ता साफ किया। कोलकाता से सटे निचले इलाकों में सड़कें और घर में पानी भर गया।
रेमल तूफान का रूट मैप से समझें

अपडेट्स
29 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
कोलकाता मेयर ने कहा- तूफान से बिगड़ी स्थिति से निपटने के लिए 15 हजार लोग तैनात
कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि ऊंची और जर्जर इमारतों में रह रहे लोगों का शिफ्ट किया गया है। 15 हजार लोगों को तूफान के बाद की स्थिति से निपटने के लिए तैनात किया गया है। उखड़े पेड़ों को तत्काल हटाया जा रहा है।
08:32 PM26 मई 2024
- कॉपी लिंक
साउथ कोलकाता के कलेक्टर प्रियब्रत रॉय ने कहा- उखड़े पेड़ों को हटाया गया, हालात कंट्रोल में
साउथ कोलकाता के कलेक्टर प्रियब्रत रॉय ने कहा ने कहा कि कुछ इलाकों में पेड़ उखड़े हैं। उन्हें काटकर रास्ता साफ कराया गया है। कोलकाता पुलिस का डिजास्टर मैनेजमेंट, कोलकाता म्यूनिसिपल की टीम काम कर रही है। पुलिस और म्यूनिसिपल का कंट्रोल रूम पूरी रात काम कर रहा है।
08:26 PM26 मई 2024
- कॉपी लिंक
कोलकाता में तेज बारिश-हवा से पेड़ उखड़े
कोलकाता में कई पेड़ रेमल तूफान के कारण उखड़ गए। इसके कारण कई इलाकों में रास्ते ब्लॉक हुए हैं। सुरक्षा में तैनात टीम ने तत्काल पेड़ों को रास्ते से हटाया।
08:14 PM26 मई 2024
- कॉपी लिंक
उत्तर की ओर बढ़ते हुए धीरे-धीरे कमजोर हो रहा रेमल तूफान
रेमल तूफान पश्चिम बंगाल के कैनिंग से लगभग 80 किमी की दूर बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों को पार कर रहा है। ये उत्तर की ओर बढ़ते हुए धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। तूफान लैंडफॉल की स्थिति में आता जा रहा है। लैंडफॉल की प्रक्रिया बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों पर अगले 2 घंटों तक जारी रहेगी।
07:05 PM26 मई 2024
- कॉपी लिंक
तूफान रेमल के चलते असम में बारिश का रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी
रेमल तूफान के पश्चिम बंगाल में लैंडफॉल के चलते असम के 7 जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट और 11 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
असम के राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने लोगों को सर्तक रहने का कहा है।भारतीय मौसम विभाग ने 27 और 28 मई को असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में व्यापक वर्षा की चेतावनी दी है।
06:59 PM26 मई 2024
- कॉपी लिंक
सागर आईलैंड में भारी बारिश और तेज हवा, पेड़ उखड़े
पश्चिम बंगाल के सागर आईलैंड में भारी बारिश और तेज हवाओं के बीच सागर बाईपास रोड के पास एक पेड़ गिर गया, जिसे एनडीआरएफ ने हटाया।
06:54 PM26 मई 2024
- कॉपी लिंक
ममता बोलीं- यह तूफान भी गुजर जाएगा, शाह ने अधिकारियों से बातचीत की
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने X पर ट्वीट करके कहा कि घर में रहें और सुरक्षित रहें। हम हमेशा की तरह आपके साथ हैं। यह तूफान भी गुजर जाएगा।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करके बताया कि उन्होंने रेमल को लेकर संबंधित अधिकारियों से बात की। सभी क्षेत्रों में NDRF की तैनाती कर दी गई है। लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में पहुंचाया जा रहा है।

06:52 PM26 मई 2024
- कॉपी लिंक
पूर्वी रेलवे ने हावड़ा और सियालदह में हेल्पलाइन नंबर शुरू किए
सियालदह का हेल्पलाइन नंबर: 033-23508794 और 033- 23833326
हावड़ा का हेल्पलाइन नंबर: 033-26413660
06:51 PM26 मई 2024
- कॉपी लिंक
गृह मंत्रालय ने NDRF की 12 टीमें भेजीं हैं
गृह मंत्रालय ने बताया कि तूफान को देखते हुए NDRF की 12 टीमें तटीय इलाकों में भेजी गई हैं। 5 टीम स्टैंड बाय पर है। इसके अलावा जहाजों और विमानों के साथ सेना, नौसेना और कॉस्ट गार्ड टीम भी इमरजेंसी के लिए मुस्तैद है।
06:51 PM26 मई 2024
- कॉपी लिंक
बंगाल की खाड़ी में 1.5 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं
लैंडफॉल के वक्त बंगाल की खाड़ी में 1.5 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं। बंगाल और बांग्लादेश के निचले इलाकों में पानी भरने की आशंका है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
06:49 PM26 मई 2024
- कॉपी लिंक
कोलकाता में तेज बारिश शुरू, अगले 3 घंटे में रेमल का लैंडफॉल
आईएमडी के अनुसार तूफान रेमल सागर आईलैंड (पश्चिम बंगाल) से लगभग 110 किमी पूर्व में बंगाल की उत्तरी खाड़ी के ऊपर है, जो उत्तर की ओर बढ़ेगा और सागर आईलैंड और खेपुपारा के बीच बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के आसपास के समुद्री तटों जो मोंगला (बांग्लादेश) के करीब हैं उनकों अगले तीन घंटे में पार करेगा।
06:45 PM26 मई 2024
- कॉपी लिंक
अगले 3 घंटे में सागर आईलैंड और खेपुपारा के तटों को पार करेगा तूफान रेमल
सागर द्वीप समूह से लगभग 110 किमी पूर्व में बंगाल की उत्तरी खाड़ी के ऊपर तूफान रेमल लगभग उत्तर की ओर बढ़ेगा और अगले 3 घंटों में बांग्लादेश और बांग्लादेश के दक्षिण पश्चिम मोंगला के करीब सागर आईलैंड और खेपुपारा के बीच पश्चिम बंगाल के नजदीकी तटों को पार करेगा।
06:43 PM26 मई 2024
- कॉपी लिंक
बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में रेमल का लैंडफॉल शुरू
बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में लैंडफॉल की प्रोसेस शुरू हो गई है।
06:34 PM26 मई 2024
- कॉपी लिंक
तूफान से पहले की तैयारियों की तस्वीरें….

NDRF की टीमें लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए अनाउंसमेंट कर रही हैं।

दीघा बीच पर NDRF की टीमें लोगों को तट से हटा रही हैं।

पूर्व मेदिनीपुर जिले में रेमल के पहुंचने से पहले दीघा बीच पर बड़ी तादाद में टूरिस्ट पहुंच हैं।

मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। उनकी नावों को भी किनारों से हटाया जा रहा है।

बंगाल में समुद्री तटों के पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है।

भारतीय नौसेना ने रेमल तूफान के चलते SOP के तहत तैयारियां शुरू कर दी हैं।

दक्षिण 24 परगना में नामखाना के फ्रेजरगंज में तूफान मद्देनजर मछली पकड़ने वाली नावें किनारों पर खड़ी कर दी गई हैं।