पश्चिम बंगाल में भाजपा के बंद में पुलिस से झड़पें

कोलकाता, एजेंसी। पश्चिम बंगाल में 12 घंटे का बंद आहूत करने की कोशिश में भाजपा कार्यकर्ताओं की कई स्थानों पर बुधवार को पुलिस से झड़प हुई। सड़कों और रेल की पटरियों को अवरुद्ध करने के लिए पूर्व राज्यसभा सदस्य रूपा गांगुली और विधायक अग्निमित्रा पॉल समेत कई भाजपा नेताओं को हिरासत में लिया गया। भाजपा ने आरोप लगाया कि उत्तर 24 परगना जिले के भाटपारा में तृणमूल कांग्रेस से जुड़े बदमाशों ने उसके दो कार्यकर्ताओं को गोली मार दी। भाजपा ने एक दिन पहले नबन्ना मार्च में भाग लेने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के विरोध में बुधवार को बंगाल बंद का आह्वान किया जो सुबह छह बजे शुरू हो गया। गांगुली और पॉल को दक्षिण कोलकाता के गरियाहाट इलाके से हिरासत में लिया गया जब वे व्यापारियों से दुकानें बंद करने और लोगों से बंद का समर्थन करने का अनुरोध कर रही थीं। विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने अपने गृह जिले पूर्व मेदिनीपुर के नंदीग्राम में एक विरोध मार्च की अगुवाई की।
मालदा और अलीपुरद्वार में झड़प
मालदा में एक सड़क अवरुद्ध करने को लेकर तृणमूल तथा भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गयी। पुलिस ने कार्रवाई कर भीड़ को तितर-बितर किया। अलीपुरद्वार में एक मुख्य सड़क को अवरुद्ध करने की कोशिश के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हो गयी। भाजपा कार्यकर्ताओं ने ‘दफा एक दाबी एक, मुख्यमंत्रीर पदत्याग (एक ही मांग, मुख्यमंत्री इस्तीफा दें) जैसे नारे लगाए।
केंद्रीय मंत्री ने जुलूस निकाला
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने बागुईहाटी में एक जुलूस का नेतृत्व किया। इस दौरान उन्हें रोकने की कोशिश कर रही पुलिस के साथ उनकी बहस हुई। भाजपा कार्यकर्ताओं ने श्यामबाजार और विप्रो मोड़ में भी प्रदर्शन किया लेकिन पुलिस ने उन्हें सड़कों से हटाने के लिए त्वरित कार्रवाई की।
कोलकाता नगर निगम के पार्षद सजल घोष को बंद को लागू करने की कोशिश के दौरान भाजपा और तृणमूल समर्थकों के बीच हाथापाई होने के तुरंत बाद सियालदाह में उनके आवास से हिरासत में ले लिया गया। उपायुक्त (मध्य) इंदिरा मुखर्जी ने कहा कि घोष को उकसावे वाली टिप्पणियां करने के लिए गिरफ्तार किया गया।
भाजपा समर्थकों ने धरना दिया
सड़कों पर भाजपा समर्थकों के धरना प्रदर्शन के कारण उत्तरी पश्चिम बंगाल के कूचबिहार, अलीपुरद्वार, सिलीगुड़ी और मालदा तथा राज्य के दक्षिणी हिस्से में पुरुलिया, बांकुड़ा और कुछ अन्य स्थानों पर कुछ समय के लिए सार्वजनिक परिवहन सेवाएं बाधित हुईं।
सियालदाह दक्षिण सेक्शन पर ज्यादा प्रभावित
पूर्वी रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि बंद के समर्थकों ने राज्य में उसके अधिकार क्षेत्र में आने वाले 49 स्थानों पर रेल की पटरियां अवरुद्ध कर दीं। उन्होंने बताया कि ज्यादातर स्थानों पर अवरोध हटा दिया गया लेकिन नौ स्टेशन पर अवरोध जारी है जिनमें से ज्यादातर स्टेशन सियालदाह दक्षिण सेक्शन पर हैं।
बैरकपुर में भाजपा-तृणमूल कार्यकर्ता सामने आए
भाजपा कार्यकर्ताओं ने बंद के समर्थन में उत्तर 24 परगना के बनगांव स्टेशन, दक्षिण 24 परगना के गोचरण स्टेशन और मुर्शिदाबाद स्टेशन पर प्रदर्शन किया। उत्तर 24 परगना के बैरकपुर स्टेशन पर उस समय तनाव व्याप्त हो गया, जब भाजपा समर्थक और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए।
उपद्रव की आशंका से घरों में कैद रहे लोग
इस बंद से राज्य में जनजीवन आंशिक रूप से प्रभावित हुआ और कई लोग सड़कों पर उपद्रव की आशंका से अपने घरों में मौजूद रहे। कोलकाता में सड़कों पर चहल-पहल कम दिखी। सड़कों पर बहुत कम बस, ऑटो रिक्शा और टैक्सी नजर आए। निजी वाहनों की संख्या भी कम रही। हालांकि, बाजार और दुकानें खुली रहीं। स्कूल और कॉलेज भी खुले लेकिन ज्यादातर निजी कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति बेहद कम रही क्योंकि उन्हें घर से काम करने को कहा गया था। सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति सामान्य दिखी।
भाजपा ने टीएमसी पर फायरिंग का आरोप लगाया
उत्तर 24 परगना जिले के भाटपारा में झड़पों के बाद सिर में गोली लगने से दो लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। भाजपा नेता प्रियांगु पांडे ने आरोप लगाया कि भाटपारा में तृणमूल से जुड़े लोगों ने उनकी कार पर हमला किया और गोलीबारी की। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी कार पर सात से आठ बम फेंके गए और फिर 6-7 राउंड फायरिंग की गई। यह तृणमूल कांग्रेस और पुलिस की संयुक्त साजिश है। उन्होंने मेरी हत्या की योजना बनाई। मेरी सुरक्षा वापस ले ली गई और फिर यह घटना हुई। भाजपा नेता ने बताया कि उनके ड्राइवर को गोली मारी गई। उन्होंने कहा कि सात अन्य लोगों में से दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
हालांकि, पुलिस ने दावा किया कि एंग्लो इंडिया जूट मिल के बाहर कुछ लोगों ने दोनों व्यक्तियों की पिटाई की। उन्होंने बताया कि घायलों को इलाज के लिए भाटपारा के राजकीय अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल ने बताया कि उन्हें आईसीयू में कड़ी निगरानी में रखा गया है।