Published On: Sat, Nov 9th, 2024

पश्चिम बंगाल के हावड़ा में ट्रेन हादसा: सिकंदराबाद-शालीमार एक्सप्रेस के 3 डिब्बे पटरी से उतरे, कोई घायल नहीं


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कोलकाता30 मिनट पहले

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ट्रेन जब खड़गपुर डिवीजन के नालपुर स्टेशन से गुजर रही थी, तभी डिब्बे पटरी से उतर गए। इसमें एक डिब्बा पार्सल वैन का है, वहीं दो पैसेंजर कोच हैं। - Dainik Bhaskar

ट्रेन जब खड़गपुर डिवीजन के नालपुर स्टेशन से गुजर रही थी, तभी डिब्बे पटरी से उतर गए। इसमें एक डिब्बा पार्सल वैन का है, वहीं दो पैसेंजर कोच हैं।

पश्चिम बंगाल के हावड़ा में ट्रेन हादसा हो गया। सिंकदराबाद-शालीमार एक्सप्रेस के 3 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। हालांकि इस घटना में किसी को गंभीर चोट नहीं आई है।

रेलवे के मुताबिक, हादसा शनिवार सुबह करीब 5.30 बजे कोलकाता से 40 किलोमीटर दूर नालपुर में हुआ। अधिकारियों ने बताया कि 22850 सिकंदराबाद शालीमार एक्सप्रेस हफ्ते में एक दिन चलती है।

ट्रेन जब खड़गपुर डिवीजन के नालपुर स्टेशन से गुजर रही थी, तभी डिब्बे पटरी से उतर गए। इसमें एक डिब्बा पार्सल वैन का है, वहीं दो पैसेंजर कोच हैं। हादसे के करीब पांच घंटे बाद मेन लाइन को रिस्टोर भी कर दिया गया है।

हादसे के बाद की 2 तस्वीरें…

पटरी से उतरे पार्सल वैन को ठीक करने में जुटे रेलवे कर्मचारी।

पटरी से उतरे पार्सल वैन को ठीक करने में जुटे रेलवे कर्मचारी।

हादसे के बाद मेन लाइन को सुधार दिया गया है। लूप लाइन पर काम जारी है।

हादसे के बाद मेन लाइन को सुधार दिया गया है। लूप लाइन पर काम जारी है।

पिछले 6 महीने में 3 बड़े रेल हादसे…

11 अक्टूबर 2024: मैसूर-दरभंगा एक्सप्रेस पटरी से उतरी, खड़ी मालगाड़ी से टकराई, 13 डिब्बे डिरेल

बागमती एक्सप्रेस ने मालगाड़ी में पीछे से टक्कर मारी थी। हादसा 11 अक्टूबर की रात करीब 8.30 पर हुआ था।

बागमती एक्सप्रेस ने मालगाड़ी में पीछे से टक्कर मारी थी। हादसा 11 अक्टूबर की रात करीब 8.30 पर हुआ था।

तमिलनाडु में 10 अक्टूबर को मैसूर-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस (12578) मालगाड़ी से टकरा गई थी। ये हादसा रात 8.30 बजे कवराईपेट्टई रेलवे स्टेशन के पास हुआ था। 19 लोग घायल हुए थे। घटनास्थल की चेन्नई से दूरी 41 किमी थी। ट्रेन में कुल 1360 पैसेंजर्स थे। दरअसल पोन्नेरी स्टेशन क्रॉस करने के बाद बागमती एक्सप्रेस को मेन लाइन पर चलने का ग्रीन सिग्नल मिला। कवराईपेट्टई रेलवे स्टेशन में पहुंचने से पहले लोको पायलट और ट्रेन क्रू को जोरदार झटका लगा। झटके के बाद ट्रेन मेन लाइन छोड़कर लूपलाइन में चली गई। यहां पहले से एक मालगाड़ी खड़ी थी। बागमती एक्सप्रेस इससे टकरा गई।

18 जुलाई 2024: यूपी में डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस पटरी से उतरी, 3 की मौत; 21 कोच पटरी से उतरे

ट्रेन (15904) चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही थी। हादसा झिलाही रेलवे स्टेशन के बीच गोसाई डिहवा में हुआ।

ट्रेन (15904) चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही थी। हादसा झिलाही रेलवे स्टेशन के बीच गोसाई डिहवा में हुआ।

यूपी के गोंडा में 18 जुलाई की दोपहर 2:37 बजे चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस की 21 बोगियां पटरी से उतर गईं थीं। इनमें AC की 5 बोगियां थीं। 3 बोगियां पलटी खा गईं। हादसे में 3 यात्रियों की मौत हो गई थी 25 घायल हुए थे। वहीं, 2 यात्रियों के पैर कट गए थे। ज्यादातर घायल यात्री AC कोच के थे। हादसे के बाद यात्री खिड़की के कांच तोड़कर बाहर कूदे। ट्रेन (15904) चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही थी। हादसा झिलाही रेलवे स्टेशन के बीच गोसाई डिहवा में हुआ था।

16 अगस्त 2024: कानपुर में साबरमती एक्सप्रेस पटरी से उतरी, रेलमंत्री बोले- ट्रेन भारी चीज से टकराई

कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से 11 किलोमीटर दूर यह हादसा हुआ। उस समय ट्रेन की रफ्तार धीमी थी।

कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से 11 किलोमीटर दूर यह हादसा हुआ। उस समय ट्रेन की रफ्तार धीमी थी।

उत्तर प्रदेश के कानपुर में साबरमती एक्सप्रेस (19168) पटरी से उतर गई थी। 22 डिब्बे डिरेल हुए थे। ट्रेन वाराणसी से अहमदाबाद जा रही थी। गनीमत रही कि हादसे में किसी की जान नहीं गई। कुछ यात्रियों को चोट लगी। हादसा देर रात 2.35 बजे कानपुर शहर से 11 किमी दूर भीमसेन और गोविंदपुरी स्टेशन के बीच हुआ था। हादसे के वक्त ट्रेन की स्पीड 70 से 80 के बीच थी। एक पहिया उतरते ही प्रेशर कम हुआ। ड्राइवर ने वक्त रहते इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए, जिस वजह से बड़ा हादसा होने से बच गया था।

डिरेलमेंट से होते हैं सबसे ज्यादा ट्रेन हादसे

रेलवे से जुड़े हादसों की कई कैटेगरी हैं। इन्हीं में से एक है- ट्रेन एक्सीडेंट। ट्रेन एक्सीडेंट दो तरीके के होते हैं।

पहला- कॉन्सिक्वेन्शियल यानी ऐसे ट्रेन हादसे जिनमें किसी की जान चली जाए, कोई घायल हो जाए या रेलवे की प्रॉपर्टी का नुकसान हुआ हो। 2017 से 2021 के बीच ट्रेन डिरेलमेंट के कुल 1,392 हादसों में से कुल 163 कॉन्सिक्वेन्शियल ट्रेन हादसे थे।

दूसरा- अदर ट्रेन एक्सीडेंट यानी ऐसे हादसे जिनमें जान-माल का नुकसान न हुआ हो। 2017 से 2021 के बीच ‘अदर ट्रेन एक्सीडेंट’ के कुल 1800 हादसों में 1229 ट्रेन डिरेलमेंट के मामले थे।

रेल हादसे से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…

वाराणसी में 2 ट्रेन टकराने से बचीं: अयोध्या धाम स्पेशल और स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस 1 ट्रैक पर आईं

यूपी के वाराणसी में दो दिन पहले एक बड़ा ट्रेन हादसा टल गया। एक ही ट्रैक पर अयोध्या धाम स्पेशल ट्रेन और स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस आने वाली थीं। लोको पायलट (ड्राइवर) ने सूझबूझ दिखाई। अयोध्या धाम स्पेशल चला रहे लोको पायलट ने अपनी ही लाइन पर स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस को खड़ी देखा, ब्रेक लगाकर ट्रेन को टकराने से पहले ही रोक लिया। ये हादसा वाराणसी कैंट स्टेशन यार्ड के बनारस छोर के पास हुआ। पढ़ें पूरी खबर…

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