पलवल विश्वकर्मा यूनिवर्सिटी के 11 छात्र-छात्रा सस्पेंड: कंप्यूटर इंजीनियर की छात्रा की पिटाई, गेट पर रोका गया, प्रेक्टिकल देने नहीं दिया – Faridabad News

गांव दुधौला स्थित श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी छात्रा के साथ हुई मारपीट का वीडियो
पलवल में गांव दुधौला स्थित श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर इंजीनियर का डिप्लोमा कर रही छात्रा के साथ हुई मारपीट मामले में शामिल 11 छात्र- छात्राओं को यूनिवर्सिटी प्रशासन सस्पेंड कर दिया है। वहीं, दूसरी तरफ यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पीड़ित
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28 मई को छात्राओं के ग्रुप ने पीटा
पलवल के गांव दूधौला की रहने वाली छात्रा ने बताया है कि वह विश्वकर्मा कौशल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर इंजीनियर का डिप्लोमा कर रही है। साल 2023 में उसने यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। 18 मई को जब वह क्लास में थी तो उसके साथ पढ़ने वाले हर्षित नामक छात्र ने उसके साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और हाथ पकड़कर उसे क्लास से बाहर निकला दिया।

पलवल स्थित यूनिवर्सिटी
छात्रा का आरोप है कि उस समय क्लास में महिला टीचर भी थी, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। जब उन्होंने इस बारे में यूनिवर्सिटी के अन्य टीचर और सुरक्षा अधिकारी से बात की तो उन्होंने यूनिवर्सिटी की बदनामी की बात कहकर मामले को रफा-दफा कर दिया और इग्जाम में रेस्टिकेट करने की धमकी दी गई।
छात्रा ने बताया कि 28 मई को करीब 2 बजे वह अपनी क्लास में बैठी थी। इसी समय उसके साथ पढ़ने वाली छात्रा वर्षा, चांदनी, तनीशा, पिंकी और सोनू ने उसके साथ पुरानी बातों को लेकर लड़ना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्होंने मिलकर घूसों और थप्पड़ों से पीटा। बाल पकड़कर जमीन पर गिराया और लातें भी मारीं।

जानकारी देते हुए पीड़ित छात्रा
अभद्रता करने वाले छात्र ने वीडियो बनाया
छात्रा ने बताया कि जब लड़कियां उसे पीट रही थीं तो हर्षित ने उसकी पिटाई का वीडियो बनाकर अपने इंस्टाग्राम पर अपलोड कर दिया। छात्रा का यह भी आरोप है कि अन्य स्टूडेंट सागर, सौरव, हैप्पी, पुनीत, निशांत के कहने पर उसके साथ मारपीट की गई। जब वह यूनिवर्सिटी से घर जा रही थी तो गेट पर इन छात्रों ने उसे जातिसूचक शब्द भी कहे।
पीड़ित छात्रा को सस्पेंड कर प्रेक्टिकल देने से रोका
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस मामले की पीड़िता को सस्पेंड कर प्रेक्टिकल देने से रोक दिया है। 4 जून को जब पीड़िता अपने पिता महेश के साथ यूनिवर्सिटी पहुंची तो पुलिस ने उनको अंदर नहीं जाने दिया। पिता महेश कर्मचारियों के आगे हाथ जोड़ते रहे लेकिन किसी ने उनकी एक नहीं सुनी । दोनों बाप-बेटी गेट से ही बिना प्रेक्टिकल दिए वापस आ गए।

पीड़ित छात्रा का पिता जानकारी देते हुए
परिजन को आशंका है कि उनकी बेटी को अब 13 जून से होने वाली चौथे सेमेस्टर की परीक्षा से भी वंचित कर दिया जाएगा। पिता का कहना है कि उनकी बेटी के जीवन के साथ यूनिवर्सिटी प्रशासन खिलवाड़ कर रहा है। बेटी ने आत्महत्या करने तक की धमकी दी है। पीड़िता के पिता महेश का कहना है कि बुधवार को बेटी के चौथे सेमेस्टर का प्रेक्टिकल होना था।
प्रोक्टोरियल बोर्ड लेगा फैसला
इस मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन के उच्च अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे है। यूनिवर्सिटी के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. राजेश चौहान ने बताया कि प्रोक्टोरियल बोर्ड मामले की जांच कर रहा है। इसलिए बच्चों को सस्पेंड किया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही प्रोक्टोरियल बोर्ड छात्रों पर फैसला लेगा।