पप्पू यादव अपने स्वजाति को बचाना चाहते हैं: व्यवसायी गोपाल यादुका हत्या कांड में जदयू नेता-सांसद समर्थक आमने-सामने, कहा- छेड़ेंगे तो छोड़ेंगे नहीं – Purnia News

पूर्णिया के भवानीपुर में 2 जून को व्यवसायी गोपाल यादुका की हत्या हुई थी। इस मामले में आरोप-प्रत्यारोप और निजी हमलों का दौर शुरू हो गया है। सांसद पप्पू यादव के आरोपों पर जदयू नेता शंभू जायसवाल, विकास मंडल और जितेंद्र मुखिया ने पलटवार किया है। सांसद का
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जदयू नेताओं ने कहा कि गोपाल यादुका हत्याकांड में सांसद पप्पू यादव ने बगैर सबूत के जिस प्रकार तीनों का नाम घसीटा है। ये राजनीति से प्रेरित है। वे इस केस को प्रभावित कर अपने स्वजाति को बचाना चाहते हैं। लोकसभा चुनाव में धमदाहा और रूपौली विधानसभा में जदयू कार्यकर्त्ता ने एकजुटता दिखाते हुए पार्टी के प्रत्याशी को बढ़त दिलाई। इस कारण वे खफा हैं। सांसद का मुख्य उद्देश्य दोषियों को लाभ पहुंचाना है। वे जिसे चाहते दोषी बना देते हैं और जिसे चाहते हैं क्लीन चीट दे देते हैं।
जिस प्रकार वे पहले संजय भगत को दोषी ठहरा रहे थे और अब बचाव में उतर आए हैं। मुझे ये देखकर ऐसा लग रहा है कि जैसे 45 लाख रुपए संजय भगत ने शगुन के रूप में उन्हें भेज दिया है। हमलोग नीतीश कुमार के सिपाही हैं। मधुमक्खी की तरह एकजुट हैं। जो गरीबों को शहद की तरह मिठास बांटते हैं। इसलिए कोई छेड़ने की कोशिश ना करे। वरना हम उन्हें छोड़ेंगे नहीं।

सांसद के आरोपों पर जदयू नेता ने पलटवार किया है।
एक्सीडेंटल जीत पर घमंड न करें
कहा कि सांसद खुद जमीन ब्रोकर से घिरे रहने वाले नेता हैं। एक्सीडेंटल जीत पर घमंड न करें। ये 90 का दशक नहीं है कि लोग अब आपकी दबंगई से डरेंगे और शांत रह जाएंगे। ये सीएम नीतीश कुमार का सुशासन का राज है। इस राज में मेमना के बच्चे को मारना तो दूर आंख दिखाने की भी औकात नहीं रख सकते।
जितेन्द्र मुखिया ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान सांसद पप्पू यादव को मदद करने का ऑफर आया था। मैं सीएम नीतीश कुमार का वफादार सिपाही बनकर धमदाहा और रूपौली मैंने एनडीए प्रत्याशी को लीड कराया। इसी कारण सांसद पप्पू यादव उनके ऊपर झूठे आरोप लगा रहे हैं। उनके ऊपर 47 संगीन मामले हैं। उन्हें किस चीज की डिग्री मिली हुई है, लोग जानते हैं।
पुलिस जांच की दिशा को मोड़ने की कोशिश कर रहे
वहीं विकास मंडल ने कहा कि पप्पू यादव गोपाल यादुका हत्याकांड में बार- बार बयान देकर पुलिस जांच की दिशा को इसलिए मोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि उनके स्वजाति का शूटर गिरफ्तार हुआ है। वे अपने जाति के अपराधी को बचाने के लिए पुलिस को गुमराह करने वाला बयान देते हैं और फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।
सांसद समर्थकों ने भी जवाबी हमला बोला
जदयू नेताओं के तीखी टिप्पणी के जवाब में सांसद कार्यालय में प्रेस वार्ता बुलाई गई। प्रेस को संबोधित करते हुए सांसद समर्थक राजेश यादव, हरीश चौधरी और मंटू यादव ने कहा कि जदयू नेता कह रहे थे कि सांसद पप्पू यादव की जीत एक्सीडेंटल जीत है। सत्तापक्ष और विपक्ष की ओर से पूरी ताकत झोंकने के बाद भी वे पप्पू यादव को नहीं हरा सके। वे गरीबों के मसीहा हैं। वे जनता के सुख दुख में हमेशा साथ रहते हैं।
इसलिए जनता ने आशीर्वाद देकर पप्पू यादव को पूर्णिया का सांसद बनाने का काम किया। कुछ तथाकथित नेता पूर्णिया को अपना चरागाह बनाना चाहते थे। अब पप्पू यादव जब गरीबों की बात कर रहे हैं। ठेकेदारों की बात कर रहे हैं। भ्रष्ट पदाधिकारी, अस्पताल, डॉक्टरों, सड़क, पुल पुलिया की बात कर रहे हैं, तो कुछ लोगों को मिर्ची लग रही है। औकात दिखाने की बात न करें। क्योंकि जब आप मैट्रिक और इंटर में रहे होंगे। पप्पू यादव 1989 में ही एमएलए और एमपी बन चुके थे। वे किसी की अनुकंपा पर एमपी नहीं बने हैं, बल्कि जनता के समर्थन से एमपी बने हैं।

जदयू नेता के सांसद पर किए गए तीखी टिप्पणी के बाद अर्जुन भवन में प्रेस वार्ता बुलाई गई
मधुमक्खी के छत्ते में आग लगा देंगे
आगे उन्होंने कहा कि मृतक गोपाल यादुका के भाई विमल यादुका ने सांसद पप्पू यादव को फोन पर कहा था कि जिस शख्स को पकड़ा गया है, उस पर शक नहीं जाता। मुझे किसी और पर शंका है। अगर आप दोषी नहीं हैं तो बौखलाहट क्यों हो रही है। जिस तरीके से सांसद पप्पू यादव और उनके ऊपर निजी टिप्पणी की गई। ब्रोकर बताकर प्रतिष्ठा को धूमिल किया गया है।
शम्भू जायसवाल पर मानहानि का मुकदमा करूंगा। शम्भू जायसवाल के बयान पर व्यंग्य करते हुए कहा कि वह अपने आपको मधुमक्खी का छत्ता बता रहे हैं और कह रहे हैं की मधुमक्खी के छत्ते में हाथ मत डालिए डस लेगा। मधुमक्खी के छत्ते में पेट्रोल छिड़कर नीचे आग लगा देंगे मधुमक्खी भाग जाएगा।

सांसद समर्थकों ने जदयू नेताओं पर जवाबी हमला बोला।