नेपाल में भारतीय बस नदी में गिरी, 24 की मौत

काठमांडू/गोरखपुर एजेंसी/हिटी। नेपाल में शुक्रवार को एक भारतीय बस के नदी में गिर जाने से 24 लोगों की मौत हो गई। महराजगंज के डीएम अनुनय झा ने इसकी पुष्टि की और बताया कि सभी पीड़ित भारतीय हैं। उन्होंने कहा कि 10 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि नौ अन्य का पता नहीं लग सका है।
अधिकारी ने बताया, हादसा पोखरा-काठमांडू मार्ग पर तिनहुन जिले में मुगलिन के पास सुबह करीब 11 बजे हुआ। आइना पहारा इलाके में राजमार्ग से बस पलट कर 150 मीटर नीचे तेज बहाव वाली मार्सयांगडी नदी में गिर गई। बस बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। बस में 41 लोग महाराष्ट्र के जलगांव के थे। बस चालक मुस्तफा और परिचालक रामजी गोरखपुर के थे, जो लापता हैं। यह बस (यूपी 53 एफडी 7623) उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के केशरवानी परिवहन की थी।
नेपाल सेना का एमआई 17 हेलीकॉप्टर बचाव अभियान के लिए मेडिकल टीम के साथ दुर्घटना स्थल पर पहुंचा और घायलों को अस्पताल ले गया। वहीं, भारतीय दूतावास ने एक्स पर पोस्ट में कहा, दूतावास राहत एवं बचाव कार्य में लगे स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहा है। बता दें कि पिछले महीने 65 यात्रियों को ले जा रही दो बसें नेपाल में भूस्खलन के कारण उफनाई त्रिशूली नदी में बह गईं थीं।
यूपी सरकार ने अफसरों का दल नेपाल भेजा
उत्तर प्रदेश सरकार ने नेपाल में हुए हादसे का संज्ञान लेते हुए महराजगंज के एसडीएम की अगुवाई में अफसरों का एक दल नेपाल भेजा है। एक अपर जिलाधिकारी (एडीएम) को समन्वय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने यह जानकारी दी। बयान में कहा गया है कि विदेश मंत्रालय स्थानीय अधिकारियों के साथ खोज एवं बचाव कार्यों का समन्वय कर रहा है। वहीं, महराजगंज जिले से भी एक टीम नेपाल में के लिए रवाना की गई है। टीम में नौतनवा एसडीएम नंद किशोर मौर्य, तहसीलदार पंकज शाही, सीओ जयप्रकाश त्रिपाठी, कोतवाल अंकित सिंह सहित छह लोग शामिल हैं।
सूचना मिली की भारतीय यात्रियों से भरी एक बस नेपाल में नदी में गिर गई है। सभी यात्री महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। बस चालक और सहचालक यूपी के हैं। सूचना के बाद केंद्र सरकार, राज्य सरकार और नेपाल में दूतावास से संपर्क साधा गया है। मौके पर एसडीएम और सीओ नौतनवा, एसएचओ सोनौली मौके पर पहुंच गए हैं। सीमा पर एंबुलेंस तैयार रखी गई है। पैसेंजर बस भी तैयार है। दूतावास से जैसे ही सूचना मिलती है, आगे की कार्रवाई की जाएगी। -अनुनय झा, डीएम महराजगंज
महाराष्ट्र के थे सभी यात्री
ट्रैवल एजेंसी के संचालक विष्णु केशरवानी के मुताबिक, बस में सवार यात्री महाराष्ट्र के 104 तीर्थयात्रियों के एक समूह का हिस्सा थे, जो दो दिन पहले 10 दिवसीय यात्रा के लिए तीन बसों में सवार होकर नेपाल पहुंचे थे। सभी तीर्थयात्री महाराष्ट्र के जलगांव से प्रयागराज आए थे। चित्रकूट और अयोध्या होते हुए गोरखपुर के रास्ते सोनौली से नेपाल में दाखिल हुए थे। पोखरा में दो दिन घूमने के बाद तीनों बस शुक्रवार सुबह राजधानी काठमांडू के लिए रवाना हुईं।
यात्री जलगांव के हैं। जिला कलेक्टर पीड़ितों और अन्य लोगों को वापस लाने के लिए उत्तर प्रदेश के महाराजगंज कलेक्टर के संपर्क में हैं। राज्य सरकार ने नेपाल में भारतीय दूतावास से संपर्क किया है। – देवेन्द्र फड़नवीस, उपमुख्यमंत्री, महाराष्ट्र