नीट पेपर लीक: CBI को 2 आरोपियों चिंटू और मुकेश की मिली रिमांड, देवघर से हुई थी गिरफ्तारी
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नीट-यूजी पेपर लीक मामले में बेऊर जेल में बंद बालदेव कुमार उर्फ चिंटू और मुकेश से सीबीआई पूछताछ करेगी। पटना की विशेष सीबीआई अदालत ने बुधवार को जांच एजेंसी के आवेदन पर दोनों को 27 जून से सात दिनों की रिमांड पर सौंपने का आदेश दे दिया। मामले की जांच कर रही दिल्ली सीबीआई की टीम गुरुवार को दोनों आरोपितों को बेऊर जेल से रिमांड पर लेगी।
सीबीआई टीम अपने वकील अमित कुमार के साथ बुधवार को पटना सिविल कोर्ट स्थित सीबीआई के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी हर्षवर्धन सिंह की अदालत में पहुंची। सीबीआई ने आवेदन दायर कर मुकेश और चिंटू की पुलिस रिमांड मांगी। इस पर अदालत ने रिमांड पर लेने अनुमति दे दी। बता दें कि मुकेश कुमार ही अपनी गाड़ी से नीट के अभ्यर्थियों को उस स्कूल तक ले जाता था जहां उन्हें प्रश्न पत्र का उत्तर रटवाया जा रहा था।
नीट पेपर लीक मामले में पटना पुलिस ने शास्त्रीनगर थाना में पहली बार एफआईआर दर्ज की थी और इस मामले में 13 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बाद में इसकी जांच ईओयू को सौंप दी गई। ईओयू ने इस मामले में पांच अन्य आरोपितों को झारखंड के देवघर से गिरफ्तार किया। इस बीच पेपर लीक का दायरा बिहार के बाहर कई राज्यों में फैले होने के चलते मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। सीबीआई द्वारा दर्ज मामले में आठ को नामजद किया गया है।
किसकी क्या भूमिका?
बालदेव कुमार उर्फ चिंटू- नालंदा निवासी चिंटू के पास ही सबसे पहले नीट का प्रश्नपत्र पीडीएफ प्रारूप में आया था, जो पटना में 35 अभ्यर्थियों के बीच बंटा था।
मुकेश- चिंटू का सहयोगी और कार चालक है। जिसने अभ्यर्थियों को पटना के रामकृष्णा नगर स्थित स्कूल तक पहुंचाया था।