Published On: Mon, Jul 22nd, 2024

नवीन पटनायक बोले- पंडियन ने BJP से डील नहीं की: कहा- यह फर्जी खबर, पांडियन ने राज्य और पार्टी के प्रति वफादारी से काम किया


भुवनेश्वर4 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
वीके पांडियन आईएएस की नौकरी से वीआरएस लेकर 2012 में बीजेडी में शामिल हुए थे। - Dainik Bhaskar

वीके पांडियन आईएएस की नौकरी से वीआरएस लेकर 2012 में बीजेडी में शामिल हुए थे।

ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक अपने पूर्व सहयोगी वीके पांडियन के सपोर्ट में आए हैं। उन्होंने उन दावों को खारिज किया है, जिनके मुताबिक पांडियन ने राज्य में BJD को विधानसभा चुनाव में हार दिलाने के लिए BJP से डील की थी। दरअसल ओडिशा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 78 सीटें जीतकर पांच बार के सीएम पटनायक को सत्ता से बाहर किया था। बीजेडी को केवल 51 सीटें मिलीं।

नवीन पटनायक ने सोमवार को सोशल मीडिया साइट X पर एक पोस्ट में कहा कि पूर्व ब्यूरोक्रेट पांडियन के बारे में मीडिया में जो भी बातें कहीं जा रही हैं, वे सभी गलत और निराधार हैं। इसके साथ उन्होंने एक मीडिया रिपोर्ट भी शेयर की, जिसमें पांडियन पर भाजपा से डील करने का दावा किया गया था।

ओडिशा विधानसभा चुनाव में बीजेडी की हार के लिए पार्टी समर्थक पांडियन को जिम्मेदार ठहरा रहे थे।

ओडिशा विधानसभा चुनाव में बीजेडी की हार के लिए पार्टी समर्थक पांडियन को जिम्मेदार ठहरा रहे थे।

पटनायक बोले- पांडियन ने ईमानदारी से राज्य और पार्टी के लिए काम किया
रिपोर्ट में दावा किया गया था कि पंडियन ओडिशा में बीजेडी को कमजोर करने के लिए बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ सौदा करने की कोशिश कर रहे थे। इस रिपोर्ट को लेकर पंडियन ने तो कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन नवीन पटनायक उनके उनके बचाव में आ गए।

नवीन पटनायक ने लिखा कि यह पूरी तरह से झूठ, प्रेरित, अपमानजनक और दुर्भावनापूर्ण है। मैंने पहले भी कहा है कि पंडियन ने पूरी निष्ठा, कुशलता और ईमानदारी के साथ राज्य और पार्टी की सेवा की है। उन्हें इन्हीं गुणों के लिए जाना और सम्मानित किया जाता है।

विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद पांडियन ने इस्तीफा दिया था
विधानसभा और लोकसभा चुनावों में राज्य में पार्टी की हार के लिए बीजेडी समर्थक पांडियन को जिम्मेदार ठहरा रहे थे। इसके चलते 8 जून को भी नवीन पटनायक ने सार्वजनिक तौर पर पंडियन का बचाव किया था। हालांकि इसके अगले ही दिन पंडियन ने सक्रिय राजनीति से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था।

उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए संन्यास का ऐलान किया था। वीडियो में उन्होंने कहा, ”… मैंने खुद को सक्रिय राजनीति से अलग करने का फैसला किया है। अगर मैंने इस यात्रा में किसी को ठेस पहुंचाई है तो मुझे खेद है। यदि मेरे खिलाफ चले अभियान के कारण BJD की हार हुई है तो मुझे खेद है।” पूरी खबर यहां पढ़ें…

वीके पांडियन ने वीडियो जारी कर राजनीति से संन्यास का ऐलान किया था।

वीके पांडियन ने वीडियो जारी कर राजनीति से संन्यास का ऐलान किया था।

तमिलनाडु के पांडियन को बाहरी कहती आई है भाजपा
तमिलनाडु में जन्मे वीके पांडियन ने दिल्ली में अपनी पढ़ाई की थी। उन्होंने पंजाब कैडर के IAS अधिकारी के तौर पर अपना करियर शुरू किया था। बाद में उड़िया महिला से शादी करने के बाद ओडिशा कैडर में ट्रांसफर ले लिया था। तमिलनाडु में होने के कारण भाजपा उन्हें ओडिशा की राजनीति में ‘बाहरी’ कहती रही है।

खबरें और भी हैं…

.



Source link

About the Author

-

Leave a comment

XHTML: You can use these html tags: <a href="" title=""> <abbr title=""> <acronym title=""> <b> <blockquote cite=""> <cite> <code> <del datetime=""> <em> <i> <q cite=""> <s> <strike> <strong>