Published On: Sat, Jul 20th, 2024

धान की जगह मक्का, ज्वार से होगी एक्स्ट्रा कमाई, मालामाल हो जाएंगे किसान


धान की फसल से एक तरफ से जमीन का पानी तेजी से खत्म होता जा रहा है, वहीं फसल कटाई के बाद पराली जलाने से वातावरण को बहुत ज्यादा नुकसान होता है. धरती और आसमान के लिए जानलेवा साबित हो रही धान की फसल से किसानों को दूर रखने के लिए सरकार नित-नए उपाय और ऐलान करती रहती है. इस कड़ी में अब पंजाब सरकार ने धान की फसल के स्थान पर अन्य फसल करने वाले किसानों के लिए प्रोत्सहान राशि का ऐलान किया है.

पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने कहा है कि फसल विविधीकरण कार्यक्रम के तहत पंजाब के किसानों को पानी की अधिक खपत वाली धान के फसल की जगह कोई और फसल लगाने पर 17,500 रुपये प्रति हेक्टेयर की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.

धान की जगह वैकल्पिक फसलों की खेती करने के लिए संशोधित फसल विविधीकरण कार्यक्रम (सीडीपी) के बारे में कृषि मंत्री ने कहा कि कोई भी किसान अधिकतम पांच हेक्टेयर भूमि पर लाभ उठा सकता है और प्रोत्साहन राशि दो बराबर किस्तों में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से सीधे किसान के बैंक खाते में भेज दी जाएगी.

उन्होंने कहा कि पहली किस्त डिजिटल फसल सर्वेक्षण और कृषि मैपर ऐप के माध्यम से सत्यापन के तुरंत बाद ट्रांसफर की जाएगी और दूसरी किस्त फसल की कटाई के तुरंत बाद भेजी जाएगी.

केंद्र और पंजाब सरकार संयुक्त रूप से 60:40 अनुपात में इस कार्यक्रम को आर्थिक मदद मुहैया कराएगी.

धान के लिए रोस्टर
बात दें कि पंजाब सरकार ने धान की बिजाई के लिए इस बार नया रोस्टर जारी किया था. इसके अनुसार किसान सीधी बिजाई सिस्टम-डीएसआर के तहत 15 मई से बिजाई शुरू करवाई थी. पिछले साल यह 20 मई थी. नए रोस्टर के तहत धान की बिजाई के लिए राज्य को दो जोन में बांटा गया था. ज्यादातर जिलों में धान की रोपाई के लिए 11 जून की तारीख तय की थी. वहां बिजली की सप्लाई 8 घंटे तक की गई. इनमें मालवा के मुक्तसर साहिब, फरीदकोट, मानसा, बठिंडा, फाजिल्का, फिरोजपुर जिले शामिल थे. बाकी जिलों में धान की रोपाई के लिए 15 जून की तारीख तय की गई थी.

Tags: Agriculture, Farmer Income Doubled, Paddy crop, Punjab news

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