दो न्याय अगर तो आधा दो… CJI के सामने कानून मंत्री को क्यों आई दिनकर की याद?

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट की स्थापना के 75 साल पूरे होने पर कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस दौरान कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के साथ-साथ चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (CJI Chandrachud) भी मौजूद थे. मे कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि 29 जुलाई से तीन अगस्त तक चली लोक अदालत में सभी प्रकार के मैटर सेटल किए गए. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की इस पहल की काफी तारीफ की.
अर्जुन राम मेघवाल ने आगे कहा ‘इस देश मे पहली लोक अदालत भगवान कृष्ण ने लगाई थी. उनके प्रस्ताव को दुर्योधन ने नहीं माना तो समस्या हुई. तब दिनकर साहब ने लिखा कि दो न्याय अगर तो आधा दो न्याय अगर तो आधा दो, पर, यदि उसमें भी कोई बाधा हो, तो दे दो केवल पांच ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम!’
कानून मंत्री ने आगे कहा ‘जब दुर्योधन वो भी दे ना सका तो कृष्ण बोले- जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है. विवेक को जगाने का काम लोक अदालतें करती हैं. चीफ जस्टिस साहब ने मुझे बताया कि इन लोक अदालतों में 1000 से ज्यादा मामले सेटल हुए हैं. यानी कुछ बात तो है सुप्रीम कोर्ट में कि हस्ती मिटती नहीं हमारी.’
CJI की खूब की तारीफ
उन्होंने आगे कहा कि ‘इस काम को करने के लिए अलग बिहेवियर होना चाहिए. दुनिया में सबसे सफल इंसान वही होता है जो टूटे को बनाना और रूठे को मनाना जानता है. बड़ा काम किया है सीजेआई साहब ने. मैं सभी को बधाई देता हूं जिन्होंने लोक अदालत के जरिए लोगों को त्वरित न्याय दिलाने में भाग लिया.’
Tags: DY Chandrachud, Supreme Court
FIRST PUBLISHED : August 4, 2024, 12:17 IST