दिल्ली-NCR में जमकर बरस रहे बदरा, तेज हवा और बिजली कड़कने संग झमाझम बारिश; गर्मी-उमस से राहत

Delhi Heavy Rains: चढ़ते पारे, गर्मी और उमस से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर वालों को बड़ी राहत मिली है। बुधवार की शाम धूलभरी आंधी के बाद तेज हवाओं संग काले बादल खूब बरसे। इससे तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। पिछले कई दिनों से दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई शहरों में लोग गर्मी और उमस से परेशान थे। IMD ने पहले ही बताया था कि बुधवार को दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब समेत पहाड़ी राज्यों में मूसलाधार बारिश होगी।
बुधवार को जैसे ही शाम हुई, बादलों ने बरसना शुरू कर दिया। तेज हवा के झोकों के साथ बिजली कड़कती रही और मूसलाधार बारिश होती रही। इससे एक तरफ दिल्ली वालों ने सुकून की सांस ली है तो दूसरी तरफ ऑफिस से लौट रहे लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। दिल्ली के कई इलाकों में जलभराव से जाम लग गया है। दफ्तरों से घर लौटने वालों का दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। इससे पहले दिन भर बादलों की लुका छिपी जारी रही। हालांकि मौसम विभाग ने 2 अगस्त तक दिल्ली में झमाझम बारिश का अनुमान पहले ही जताया था।
बुधवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के सामान्य तापमान से 3.3 डिग्री सेल्सियस अधिक है। शहर में सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्षित आर्द्रता का स्तर 79 प्रतिशत दर्ज किया गया था लेकिन अब पारा लुढ़क गया है और मौसम सुहाना हो गया है। मंगलवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 39.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो इस साल जुलाई में सर्वाधिक है।
इस बीच, मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि देश के अधिकतर हिस्सों में दक्षिण पश्चिम मॉनसून पूरी तरह से सक्रिय है। IMD ने ताजा बुलेटिन में कहा है कि उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत में अगले तीन से चार दिनों में भारी बारिश के साथ अतिवृष्टि होने का अनुमान है। मौसम विभाग अगले पांच दिनों में पश्चिमी तट पर अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश या अतिवृष्टि होने का भी अनुमान जताया है।
विभाग के अनुसार तीन अगस्त तक मध्य महाराष्ट्र, पूर्वी मध्य प्रदेश, कोंकण और गोवा, गुजरात, तटीय कर्नाटक और मिजोरम में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। IMD ने बताया कि अगले 24 घंटों के दौरान कर्नाटक, केरल, गुजरात, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने कहा कि 31 जुलाई से तीन अगस्त तक विदर्भ, छत्तीसगढ़, पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ, तमिलनाडु, केरल और माहे, तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, असम, मेघालय और मणिपुर में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी बारिश हो सकती है।
इसके अलावा उत्तराखंड के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश और पूर्वोत्तर राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में अगले तीन दिनों में बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं।