दिल्ली कोचिंग हादसा, सीबीआई ने जांच शुरू की: राऊ कोचिंग मालिक पर FIR दर्ज; घटना में 3 छात्रों की मौत हुई थी
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नई दिल्लीसीबीआई ने बुधवार (7 अगस्त) को नई दिल्ली के8 मिनट पहले
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दिल्ली हाई कोर्ट ने कोचिंग हादसे की जांच सीबीआई को सौंपी थी।
सीबीआई ने बुधवार (7 अगस्त) को नई दिल्ली के कोचिंग बेसमेंट में हुई मौतों की जांच शुरू की। सीबीआई ने तय प्रक्रिया के तहत राउज स्टडी सर्कल के मालिक अभिषेक गुप्ता के खिलाफ फिर से मामला दर्ज किया है।
इससे पहले दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के बाद सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (सीबीआई) ने मंगलवार देर शाम दिल्ली पुलिस से मामला अपने हाथ में ले लिया।
सीबीआई ने गुप्ता पर गैर इरादतन हत्या, लापरवाही से मौत, स्वेच्छा से चोट पहुंचाना, लापरवाही भरा आचरण और सामान्य इरादे का मामला दर्ज किया है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने पुलिस और MCD को फटकार लगाई थी
दिल्ली हाई कोर्ट ने 2 अगस्त को मामले की सुनवाई के दौरान छात्रों की मौत पर पुलिस और दिल्ली नगर निगम (MCD) को फटकार लगाई थी। इस दौरान हाई कोर्ट ने पूछा कि, ‘हमें समझ नहीं आ रहा है कि छात्र बेसमेंट से बाहर कैसे नहीं आ सके। क्या अब तक की जांच में ये जानने की कोशिश की गई कि क्या दरवाजे बंद थे या सीढ़ियाँ संकरी थीं। बच्चे कैसे डूब गए?’
कोर्ट ने यह भी कहा कि, ‘कोई बेसमेंट में तुरंत बाढ़ नहीं आती। एक बेसमेंट भरने में दो-तीन मिनट लगते हैं, यह एक मिनट में नहीं हो सकता। वे बाहर क्यों नहीं आ पाए।’
इसके बाद दिल्ली हाई कोर्ट ने मामले की पूरी जांच सीबीआई को सौंपने को कहा और सेंट्रल विजिलेंस कमीशन से इसके लिए एक वरिष्ठ अधिकारी भी नियुक्त करने के लिए कहा था।
सुप्रीम कोर्ट बोला- कोचिंग संस्थान डेथ चैम्बर बन चुके हैं
सुप्रीम कोर्ट में सोमवार (5 अगस्त) को जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्वल भुइयां की बेंच ने दिल्ली के कोचिंग सेंटर्स को डेथ चैम्बर बताया।
बेंच ने कहा- हम कोचिंग सेटर्स की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। कोचिंग सेंटर्स बच्चों की जिंदगी के साथ खेल रहे हैं। कोर्ट ने केंद्र सरकार और दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी को नोटिस जारी कर पूछा कि कोचिंग सेंटर्स में क्या सेफ्टी के नियम लागू किए गए हैं?
तीन स्टूडेंट्स जिनकी मौत हुई
31 जुलाई की पहली सुनवाई में कोर्ट ने क्या कहा था…
6 पॉइंट में राजिंदरनगर हादसे की वजह
- 27 जुलाई की रात को बिल्डिंग में पावर कट के कारण बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी का बायोमेट्रिक गेट जाम हो गया। स्टूडेंट अंधेरे में लाइब्रेरी के अंदर फंस गए।
- गेट बंद होने के कारण पानी शुरुआत में बेसमेंट में नहीं घुसा था, लेकिन कुछ मिनट बाद ही पानी का प्रेशर तेज हुआ और गेट टूट गया।
- चश्मदीद ने बताया कि गेट टूटने के बाद पानी तेजी से बेसमेंट में भरने लगा। बहाव इतना तेज था कि सीढ़ियां चढ़ना मुश्किल हो रहा था।
- कुछ सेकेंड में ही घुटनों तक पानी भर गया। ऐसे में स्टूडेंट बेंच पर खड़े हो गए। महज 2-3 मिनट में ही पूरे बेसमेंट में 10-12 फीट पानी भर गया।
- स्टूडेंट को बचाने के लिए रस्सियां फेंकी गईं, लेकिन पानी गंदा था, इसलिए रस्सी दिखाई नहीं दी। पानी में बेंच भी तैर रही थीं। इसलिए रेस्क्यू में दिक्कतें हुईं।
- देर रात 3 छात्रों के शव मिले। 14 को रस्सियों के सहारे निकाला गया। रेस्क्यू जब आखिरी चरण में था, तब भी 7 फीट तक पानी अंदर भरा हुआ था।